DMT : संगरूर/ नयी दिल्ली : (18 अप्रैल 2023) : –
बठिंडा सैन्य स्टेशन में चार सैनिकों की हत्या के पांच दिन बाद उनके ही एक साथी जवान देसाई मोहन को गिरफ्तार किया गया है। पंजाब पुलिस ने दावा किया कि हत्या का मकसद ‘व्यक्तिगत’ था और यह ‘शारीरिक उत्पीड़न’ का परिणाम था। बठिंडा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गुलनीत सिंह खुराना ने सोमवार को बताया कि आरोपी गनर देसाई मोहन ने जांचकर्ताओं को पहले गुमराह करने की कोशिश की। उसने कहानी रची कि उसने कुर्ता-पायजामा पहने दो लोगों को बैरक से निकलते देखा, जिनके चेहरे ढके थे और उनके हाथ में राइफल तथा कुल्हाड़ी थी। पूछताछ के दौरान वह बार-बार बयान बदलता रहा, जिससे शक पैदा हुआ और बाद में उसने चारों सैनिकों की हत्या का जुर्म कबूल कर लिया।
हत्या के पीछे की वजह के बारे में पूछे जाने पर खुराना ने कहा कि मीडिया के समक्ष इसका खुलासा नहीं किया जा सकता, लेकिन आरोपी की चारों सैनिकों से निजी रंजिश थी। एक अधिकारी ने कहा कि देसाई मोहन ने आरोप लगाया है कि इन सैनिकों ने उसका शारीरिक शोषण किया था।
सेना ने एक बयान में कहा, ‘लगातार पूछताछ के बाद, गनर देसाई मोहन ने (पुलिस के सामने) इंसास राइफल चोरी करने और अपने चार सहयोगियों की हत्या में शामिल होने की बात कबूल की है।’
गोलीबारी की घटना से दो दिन पहले सैन्य अड्डे से इंसास राइफल और 28 कारतूस गायब हो गए थे। एसएसपी खुराना ने बताया कि आरोपी के कबूलनामे के अनुसार, 9 अप्रैल की रात उसने बैरक के पास संतरी चौकी पर तैनात संतरी की एलएमजी राइफल से 8 कारतूस चुराए और अगले दिन उसी चौकी से एक इंसास राइफल और 20 कारतूस वाली मैगजीन चुराई। चोरी के हथियार को उसने एक स्टोर में छिपा दिया था। 12 अप्रैल को तड़के वारदात के बाद उसने राइफल और बची हुई गोलियों को एक थैले में बंद कर छावनी के अंदर ही एक सीवर के गड्ढे में फेंक दिया था।
कोर्ट ऑफ इंक्वायरी जांचेगी, कहां हुई चूक
इस मामले में सेना की कोर्ट ऑफ इंक्वायरी (सीओआई) जारी रहेगी। इसमें जांच की जाएगी कि यदि आराेपी देसाई मोहन शारीरिक उत्पीड़न का सामना कर रहा था, तो इस बारे में अधिकारियों की क्या भूमिका रही। क्या देसाई ने कोई शिकायत की थी, यदि हां तो क्या कार्रवाई की गयी? यह कोर्ट ऑफ इंक्वायरी उस जांच से अलग है, जिसके चलते देसाई को गिरफ्तार किया गया है। सूत्रों ने कहा कि सीओआई यह पता करेगी कि क्या नेतृत्व को लेकर कोई खामी रही? इस बात की भी जांच की जाएगी कि हथियार किस वजह से चोरी हुआ, क्या चूक हुई।