DMT : पाकिस्तान : (12 फ़रवरी 2023) : –
टी-20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान अपनी शुरुआत रविवार को अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी भारत से मुक़ाबले के साथ करेगा. हाल के बरसों में भारत की महिला क्रिकेट टीम अपने पूरे फॉर्म में है और पिछले टी-20 विश्वकप के फ़ाइनल तक पहुंची थी. जबकि पाकिस्तान की टीम कभी ग्रुप स्टेज के मैचों से आगे नहीं बढ़ी.
पाकिस्तान की महिला क्रिकेट टीम के ख़राब रिकॉर्ड का अंदाज़ा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि विश्व कप के 28 मैचों में से इसने सिर्फ 7 में ही जीत हासिल की है. इसमें से 2 मैच पाकिस्तान ने साल 2012 और 2016 के वर्ल्ड कप में भारत के खिलाफ़ जीते थे.
तो ज़ाहिर है पाकिस्तान भारत के ख़िलाफ ऐसे करिश्मे की उम्मीद एक बार फिर से कर रहा होगा. इससे एक फ़ायदा ये होगा कि भारत पर जीत के साथ टीम में लीग मैचों से आगे बढ़ने के लिए ज़रूरी जोश बढ़ेगा. इस ग्रुप में भारत इंग्लैंड की टीमें अभी सबकी पसंदीदा हैं.
वर्ल्ड कप के लिए पाकिस्तान की जिस 16 सदस्यीय महिला टीम का ऐलान किया गया है, उसमें करीब आधे खिलाड़ी पंजाब से हैं. इसमें टीम की कप्तान बिस्माह मारूफ़ भी शामिल हैं.
- महिला टी-20 वर्ल्ड कप 10 फरवरी से 26 फरवरी तक खेला जाना है.
- इसका पहला मैच 10 फरवरी को श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका मैच के बीच हुआ. दूसरा वेस्ट इंडीज़ और इंग्लैंड के बीच और तीसरा ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड के बीच हुआ.
- इस टूर्नामेंट में चौथा और पांचवां मैच 12 फरवरी खेला जाना है. एक मैच में भारत और पाकिस्तान की टीमें आमने-सामने होंगी तो दूसरे में बांग्लादेश और श्रीलंका की टीमों के बीच मुक़ाबला होगा.
- टूर्नामेंट का फ़ाइनल 26 तारीख़ को केपटाउन में खेला जाना है.

बिस्माह मारूफ़
पूरी टीम में कप्तान बिस्माह मारूफ़ सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं. मारूफ़ लाहौर से ताल्लुक रखती हैं और इन्होंने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत 15 साल की उम्र में भारत के ख़िलाफ जयपुर में खेले मैच से की थी.
मारूफ़ बैट्समैन होने के साथ ऑलराउंडर भी हैं. पाकिस्तान की तरफ से वो एक विकेट गिरने के बाद मैदान पर आती हैं और आखिर तक पारी को संभालने के लिए जानी जाती हैं.
बिस्माह मारूफ़ पिछले साल इसलिए सुर्खियों में थीं, क्योंकि मैटरनिटी लीव के बाद वो मैदान पर उतरी थीं और वनडे वर्ल्ड कप में पाकिस्तान का नेतृत्व किया था. टूर्नामेंट के दौरान उनकी नवजात बच्ची भी साथ थी. तब मीडिया में उनके एक मां और एक क्रिकेटर, दोनों रूपों को लेकर कई सारी कहानियां सामने आई थीं.
इन दोहरी भूमिकाओं में मारूफ़ ने जिस तरह पाकिस्तान की उभरती महिला क्रिकेटरों के लिए मिसाल पेश की, इसकी सराहना ख़ूब हुई थी.
निदा डार
निदा पाकिस्तानी टीम की दूसरी अनुभवी खिलाड़ी हैं, जो गुजरांवाला शहर से ताल्लुक रखती हैं.
निदा ने 2010 में अपने करियर की शुरुआत की थी. निदा गेंदबाज़ होने के साथ बैटिंग और फील्डिंग भी शानदार करती हैं. टी-20 के अंतरराष्ट्रीय मैचों में वो दूसरी सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाली महिला क्रिकेटर हैं.
इस टूर्नामेंट में पांच विकेट लेने के साथ वो सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाली खिलाड़ी बन जाएंगी.
निदा पाकिस्तानी खिलाड़ियों के लिए ज़्यादा से ज़्यादा अंतरराष्ट्रीय मैचों पर ज़ोर देती हैं. खासतौर पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुई सिरीज़ के बाद, जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तानी टीम को बुरी तरह पराजित किया था.
निदा चाहती हैं कि दूसरी टीमों के साथ बराबरी का मुकाबला करने के लिए टीम को ज़्यादा अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने को मिले.
आलिया रियाज़
आलिया की पैदाइश रावलपिंडी की है. वो एक बैटिंग ऑलराउंडर है और हाल ही में हुए साउथ अफ्रीका के साथ वॉर्म अप मैच में नाबाद 48 रन बनाए थे.
पिछले साल एशिया कप में भी आलिया की पारी अहम रही थी, जिसकी बदलौत पाकिस्तान की टीम सेमीफाइनल तक पहुंचने में कामयाब रही थी. ये टूर्नामेंट भारत ने जीता था.
हालांकि आलिया एक ऑलराउंडर हैं, लेकिन 2022 के सत्र में पाकिस्तान के लिए उन्होंने किसी मैच में बॉलिंग नहीं की. इस वर्ल्ड कप में उम्मीद की जा रही है कि आलिया अपनी बॉलिंग के साथ भी पाकिस्तान के लिए कोई करिश्मा दिखाएंगी.
सिद्रा आमीन
लाहौर की रहने वाली सिद्रा आमीन पाकिस्तानी टीम की ओपनिंग बैट्समैन हैं. पिछले साल सिद्रा का औसत 8 पारियों में 23 रनों का था. इस विश्वकप में ये देखना दिलचस्प होगा कि दक्षिण अफ्रीका की सख़्त पिचों पर वो कितनी कामयाब हो पाती हैं.
अगर सिद्रा की बल्लेबाजी के आंकड़ों को देखें, तो टी-20 मैचों में वो संघर्ष करती दिखाई देती हैं. लेकिन इस विश्वकप में भारत जैसी प्रतिद्वंद्वी टीमों के खिलाफ ज्यादा आक्रामकता की जरूरत होगी.
सादिया इक़बाल
2019 में डेब्यू करने वाली सादिया बाएं हाथ की स्पिनर हैं. पाकिस्तान की तरफ से ज्यादातर ‘पावर प्ले’ के दौरान गेंदबाजी करते हुए भी वो टी-20 मैचों में सबसे कम रन देने वाली पाकिस्तानी बॉलर हैं.
टी-20 की 13 पारियों में वो 12 विकेट ले चुकी हैं और उनकी पूरी कोशिश होगी कि विश्व कप में इस आंकड़े को वो और बेहतर करें. ख़ासतौर पर कड़े मुकाबलों में उनसे बेहतर और निर्णायक प्रदर्शन से उम्मीद की जा रही है.
सिद्रा नवाज़
लाहौर की रहने वाली सिद्रा नवाज़ विकेटकीपर और बैट्समैन हैं. हालांकि उन्होंने पिछले 2 साल में तीन ही टी-20 मैच खेले हैं, जिसमें उनका औसत सिर्फ 17 रनों का है.
उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वॉर्म अप मैच में भी खेलने का मौका नहीं मिला था. इस लिहाज़ से प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने के लिए साथी खिलाड़ियों खासतौर पर विकेटकीपर मुनीबा अली से मुकाबले का सामना करना होगा.
सदफ़ शमास
सदफ़ की टीम में जगह डायना बेग जैसी फास्ट बॉलर के चोटिल होने के बाद पक्की हुई है. डायना चोट की वजह से इस विश्व कप में नहीं खेल पा रही हैं. सदफ़ ने अब तक सिर्फ एक ही टी-20 मैच खेला है.
उनका चयन उनकी बैटिंग को देखते हुए एक तेज़ गेंदबाज की जगह किया गया है. इससे उनकी बल्लेबाजी में टीम प्रबंधन का भरोसा दिखता है, खासतौर पर जिस तरह उन्होंने आयरलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ वनडे सीरिज में शानदार बल्लेबाजी की.
इस तरह पाकिस्तान अनुभव और युवा जोश से भरे इन पंजाबी खिलाड़ियों पर बहुत हद तक निर्भर है. पाकिस्तान को ये उम्मीद है कि इन खिलाड़ियों के बेहतर परफॉरमेंस की बदौलत वो भारत जैसे कड़े प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ़ जीत का झंडा बुलंद कर पाएगा.