DMT : तुर्की : (06 फ़रवरी 2023) : –
- तुर्की के दक्षिण में सीरियाई सीमा के पास स्थानीय समयानुसार सवेरे 4:17 को भूकंप का एक शक्तिशाली झटका महसूस किया गया है.
- पहले झटके के कुछ मिनट बाद एक और शक्तिशाली झटका महसूस किया गया.
- तुर्की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने कहा है कि पूरे इलाक़े में एक के बाद एक 40 से अधिक आफ़्टरशॉक महसूस किए गए हैं.
- तुर्की समेत लेबनान, सीरिया, साइप्रस, इसराइल और फ़लस्तीन में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं.
- तुर्की के राष्ट्रपति अर्दोआन ने देश में आपातकाल लागू कर दिया है.यहां तेज़ी से राहत और बचाव कार्य किया जा रहा है.
- अधिकारियों के अनुसार अकेले तुर्की में अब तक 900 से अधिक लोगों की मौत की ख़बर है.
- सीरिया में भूकंप के कारण भीषण तबाही की ख़बर है. यहां अब तक 320 से अधिक लोगों की मौत की ख़बर है.
तुर्की और सीरिया की सीमा पर आए भीषण भूकंप की वजह से अबतक मरने वालों की संख्या 1200 के पार पहुंच गई है.
इसबीच ख़बर आ रही है कि थोड़ी देर पहले एक बार फिर तुर्की में भूकंप के तेज़ झटके महसूस किए गए हैं. ताज़ा झटकों में बारे में अभी अधिक जानकारी नहीं की. यूएसजीएस के मुताबिक दूसरे भूकंप की तीव्रता 7.5 मापी गई है.
तुर्की के राष्ट्रपति रेचप अर्देआन ने कहा है कि भूकंप से अकेले तुर्की में 912 लोगों की मौत हो गई है और 5,383 लोग घायल हो गए हैं.
उन्होंने कहा कि राहत और बचाव कार्य अभी जारी है और उन्हें नहीं पता कि हताहतों की संख्या कितनी बढ़ेगी.
सारिया में मानवाधिकार के लिए ब्रिटेन की एक सीरियाई आब्ज़र्वेटरी के मुताबिक, सीरिया में मरने वालों की संख्या 320 पहुंच गई है.
तुर्की में सोमवार तड़के एक के बाद भूकंप के दो शक्तिशाली झटके महसूस किए गए हैं. इसके बाद तुर्की सरकार ने आपातकाल लगाने की घोषणा की है.
बीबीसी तुर्की सेवा के संवाददाताओं ने बताया है कि भूकंप प्रभावित इलाकों में इमारतों को भारी नुक़सान पहुंचा है.
तुर्की में तेज़ी से बचाव कार्य किया जा रहा है, लेकिन अधिकारी आशंका जता रहे हैं कि अभी भी कई लोग मलबे में दबे हो सकते हैं.
अमेरिकी भूगर्भीय सर्वे ‘यूएसजीएस’ के अनुसार भूकंप का पहला झटका सीरियाई सीमा के क़रीब गाज़िएनटेप में कहमानमारश के पास महसूस किया गया. यूएसजीएस के मुताबिक़, इस भूकंप की तीव्रता 7.8 दर्ज की गयी.
समाचार एजेंसी एएफ़पी के मुताबिक़, भूकंप का पहला झटका स्थानीय समयानुसार सवेरे 4 बज कर 17 मिनट पर आया था. इसके कुछ मिनट बाद भूकंप का दूसरा झटका केंद्रीय तुर्की में महसूस किया गया.
भूकंप के झटके तुर्की की राजधानी अंकारा और दूसरे शहरों समेत लेबनान, सीरिया, साइप्रस, फ़लस्तीन में भी महसूस किए गए हैं.
तेज़ी से बढ़ रहा मौतों का आंकड़ा
तुर्की के गृह मंत्री सुलेमान शोयलू ने कहा कि भूकंप का बड़ा असर देश के 10 शहरों- कहमानमारश, हैटे, गाज़िएनटेप, ओस्मानिये, अदियामान, सनलिउर्फ़ा, मलेटिया, अदाना, दियारबाकिएर और किलिस पर पड़ा है.
तुर्की और उसके पड़ोसी सीरिया में भूकंप के कारण 500 से अधिक लोगों की मौत हुई है. अधिकारियों का कहना है कि मौतों का ये आंकड़ा तेज़ी से बढ़ रहा है.
- तुर्की के उप राष्ट्रपति फुआत ओक्टाए ने कहा है कि देश में भूकंप के कारण मौतों की आंकड़ा 284 हो चुका है जबकि घायलों की संख्या 2,323 हो गई है.
- सीरियाई स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि यहां अब तक 237 लोगों के मरने और 600 से अधिक लोगों के घायल होने की ख़बर है.
सीरिया के अलेप्पो, लटाकिया, हामा और टार्टस में भूकंप के कारण भीषण तबाही की ख़बर है. अलेप्पो में बड़ी संख्या में इमारतों के गिरने की भी ख़बरें हैं.
यूके स्थित सीरियाई ऑब्ज़रवेटरी फ़ॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा है कि सीरिया में भूकंप 320 से लोगों की जान गई है.
सरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद ने सोमवार सवेरे इस मुद्दे पर आपातकालीन बैठक की है.
मदद के लिए अमेरिका आया सामने
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने देश की इंटरनेशनल डेवेलपमेन्ट एजेंसी से ये आकलन करने को कहा है कि ऐसे हालातों में किस तरह की मदद पहुंचाई जाए.
व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा है कि तुर्की और सीरिया में आए भूकंप से हुई तबाही से अमेरिका चिन्तित है.
उन्होंने लिखा, “मैं तुर्की में अधिकारियों के साथ संपर्क में हूं. इस मौक़े पर हम तरह की मदद करने को तैयार है. हम तुर्की में स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं. “
पीएम मोदी ने जताया दुख
तुर्की में आई इस आपदा पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जताया है.
ट्विटर पर उन्होंने लिखा, “तुर्की में आए भूकंप के कारण हुई जान-माल की क्षति से दुख हुआ. शोक संतप्त परिवारों को सांत्वना. घायल लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. भारत तुर्की के लोगों के साथ खड़ा है और हर इस संकट से उबरने में हर संभव मदद करने को तैयार है.”
इसराइल के विदेश मंत्री एली कोहेन ने कहा है कि तुर्की की मदद के लिए वो तैयारी कर रहे हैं.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने कहा कि इसराइल के रक्षा मंत्री ने कहा है कि ज़रूरत पड़ने पर राहत कार्य में मदद के लिए उसके सैनिक तुरंत रवाना होने को तैयार है.
अर्दोआन ने जारी किया बयान
तुर्की के राष्ट्रपति रिचेप तैय्यप अर्दोआन ने भूकंप प्रभावित इलाक़ों में शुरु किए गए बचाव अभियानों को लेकर ट्विटर पर जानकारी दी है.
उन्होंने लिखा है, “मैं कहमानमारश समेत देश के दूसरे इलाकों में भूकंप से प्रभावित हुए अपने नागरिकों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं. हमारे सभी बचाव दल एएफ़एडी के समन्वय में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं.
हमारी तलाश और बचाव टीमों को भूकंप प्रभावित इलाकों में भेज दिया गया है. इसके साथ ही गृह मंत्रालय समेत तमाम अन्य एजेंसियों की ओर से बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है.”
पहला झटका सीरियाई सीमा के क़रीब
तुर्की के गाज़िएनटेप में आए भूकंप का केंद्र तुर्की से 26 किलोमीटर दूर पूर्व में नूरदा के पास बताया जा रहा है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने जर्मन रिसर्च सेंटर ऑफ़ जियोसाइन्सेज़ (जीएफ़ज़ी) के हवाले से इसे 7.4 तीव्रता का भूकंप बताया गया है. जीएफ़ज़ी के अनुसार भूकंप का केंद्र ज़मीन से 10 किलोमीटर नीचे था.
दूसरा झटका केंद्रीय तुर्की के पास
इसके कुछ देर बाद दूसरा झटका केंद्रीय तुर्की में महसूस किया गया है.
यूएसजीएस के अनुसार दूसरे झटके की तीव्रता 6.7 थी जिसका केंद्र ज़मीन के 12 किलोमीटर नीचे था.मिल रही ख़बरों के अनुसार भूकंप के कारण कई इमारतें गिर गई हैं और इनके मलबे में लोग फंसे हो सकते हैं.