तुर्की, सीरिया में भूकंप: दर्द, चीखें, दुख और मदद की पुकार

Hindi International

DMT : तुर्की : (07 फ़रवरी 2023) : –

  • तुर्की और सीरिया में भूकंप के कारण अब तक 4800 से ज़्यादा लोगों की मौत
  • 6 फ़रवरी यानी सोमवार को तेज़ भूकंप के झटकों से दहला था तुर्की, सीरिया
  • आपदा प्रबंधन एजेंसी का कहना है कि तुर्की में ही क़रीब 3381 लोगों की मौत हुई
  • भूकंप के कारण दोनों देशों में 15 हज़ार से ज़्यादा लोग घायल हुए
  • भूकंप के कारण संपत्ति को भारी नुक़सान, हर तरफ तबाही का मंज़र
  • भारतीय विदेश मंत्रालय ने मेडिकल सप्लाई, डॉग स्क्वॉड, ड्रिल मशीन और कई ज़रूरी उपकरण तुर्की भेजे
बीबीसी हिंदी

तुर्की और सीरिया में भूकंप प्रभावित जगहों पर तबाही का मंज़र है. हालात इतने ख़राब हैं कि भारत समेत कई देश मदद के लिए आगे आए हैं.

भीषण भूकंप के बाद बचाव कार्य तेज़ी से चल रहा है. इस बचाव कार्य में तेज़ बारिश और बर्फबारी चुनौती बनकर सामने आ रही हैं.

भूकंप की चपेट में आई इमारतों के नीचे लोग दबे हुए हैं या फिर मलबे में फंसे हुए हैं.

विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने आशंका जताई है कि मरने वालों का आंकड़ा काफ़ी ज़्यादा हो सकता है. तुर्की की मदद के लिए भारत सरकार ने राहत सामग्री में काम आने वाली कई चीजें भेजी हैं.

भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इस बारे में जानकारी दी है. इस मदद के लिए तुर्की के राजदूत फिरत सुनेल ने भारत का आभार जताया है और कहा है कि मुश्किल वक़्त में दोस्त ही काम आता है.

भूकंप की जो तस्वीरें सामने आ रही हैं, उसके बाद कई लोग अपने घरों में लौटने से डर रहे हैं. इन सबके बीच राहत कार्य जारी हैं.

तुर्की, सीरिया में राहत कार्य: नई जानकारियां

  • तुर्की की इमरजेंसी एजेंसी एएफएडी ने कहा है कि 65 देशों से 2600 से ज़्यादा बचावकर्मी मदद के लिए आगे आए हैं.
  • तुर्की में बचावकर्मी 629 क्रेन और 360 गाड़ियां इस्तेमाल कर रहे हैं.
  • अब तक तीन लाख से ज़्यादा कंबल और 41 हज़ार से ज़्यादा फैमिली टेंट मुहैया करवाए गए हैं.
  • भूकंप से प्रभावित लोगों को रसोई से जुड़ा सामान भी मुहैया करवाया जा रहा है.
  • भूकंप के कारण हज़ारों इमारतें ढह चुकी हैं और आशंका है कि प्रभावित लोगों की संख्या लाख को पार कर सकती है.
  • सीरिया की मदद के लिए ईरान और इराक भी आगे आए हैं.

सीरिया के कुछ शहरों में भयंकर तबाही छाई हुई है. लोग दर्द से कराह रहे हैं और मदद के लिए चिल्ला रहे हैं. लेकिन कोई नहीं है जो मदद के लिए आगे आए.

ये ऐसा इलाक़ा है जहां एक दशक से ज़्यादा वक़्त तक चले युद्ध के कारण पहले ही काफ़ी तबाही का माहौल था.

ऐसे में जब भूकंप आया तो ये और डरा देने वाला मंज़र और दर्द लोगों को दे गया.

भूकंप आने के बाद से चश्मदीदों और वीडियोज़ के आने का सिलसिला जारी है.

कुछ चश्मदीदों से बीबीसी ने बात की. आगे पढ़िए इन चश्मदीदों ने क्या कुछ कहा?

तुर्की के शहर अदाना के रहने वाले नीलोफ़र असलान ने कहा, ”मैंने अपने जीवन में ऐसा कुछ नहीं देखा था. हम लगभग एक मिनट तक इधर से उधर झूलते रहे. “जब अपार्टमेंट हिलने लगा तो मुझे लग गया था कि अब मेरा परिवार नहीं बचेगा. मुझे लगा हम भूकंप में मर जाएंगे.”

नीलोफ़र कहते हैं, ”मैंने कहा यह तो भूकंप है, आओ कम से कम हम एक साथ एक ही जगह मरते हैं. बस यही बात मेरे दिल में आई.”

तुर्की के शहर मालातिया में रहने वाली 25 साल की ओज़गुल कोनाकची ने कहा, ”मलबे के अंदर लोगों की तलाश और बचाव की कोशिशें जारी हैं. यहां बहुत सर्दी है और इस समय बर्फ़बारी हो रही है. हर कोई सड़कों पर है, लोग परेशान हैं कि क्या करें. हमारी आंखों के सामने भूकंप के प्रभाव से एक इमारत की खिड़कियां टूट गई थीं.”

कोनाकची कहती हैं, ”हमने एक दूसरे की तरफ़ देखा और पूछा कि क्या तुम हिल रहे हो? मैंने लैंप की तरफ़ देखा, ऐसा लग रहा था कि वह गिर पड़ेगा. जैसे ही हमारा तीन साल का भतीजा कमरे में आया, हमने सोफ़े से छलांग लगा दी.”

सीरिया की राजधानी दमिश्क़ में समर ने बताया, ”मैं घबरा कर उठ बैठा. इसके बाद हम सब कपड़े पहनकर दरवाज़े पर खड़े थे.”

सोशल मीडिया पर लोग क्या शेयर कर रहे हैं?

तुर्की, सीरिया में आए भूकंप के बाद सोशल मीडिया पर भी लोग वीडियोज़ शेयर कर रहे हैं.

यहां हम कुछ चुनिंदा ट्वीट लगा रहे हैं, जिनमें लोगों के शेयर किए वीडियोज़ से आप ये समझ सकते हैं कि भूकंप कितना ख़तरनाक था.

इस तस्वीर में आसमान से देखिए कि भूकंप के बाद मंज़र कितना ख़तरनाक हो गया है.

भूकंप आने का क्या कारण है?

धरती का अंदर का भाग अलग-अलग प्लेटों से बना होता है, जो एक दूसरे से सटी होती हैं.

अक्सर ये प्लेटें खिसकती हैं और पास की प्लेटों से घर्षण होता है. कभी कभार तनाव इतना बढ़ जाता है कि एक प्लेट, दूसरी पर चढ़ जाती है जिससे सतह पर भी हलचल होती है.

इस मामले में अरेबियन प्लेट उत्तर की ओर खिसक रही है और एनातोलियन प्लेट से इसका घर्षण हो रहा है.

प्लेट के बीच घर्षण ही अतीत में भी विनाशकारी भूकंपों का कारण रहा है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *