DMT : संगरूर : (09 मार्च 2023) : – पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन लिमिटेड के निजीकरण की दिशा में और कदम बढ़ाते हुए पंजाब सरकार ने सरकारी संस्थानों में चिप युक्त बिजली मीटर लगाने का फैसला किया है, अगर यह मीटर निकट भविष्य में घरों में भी लगाए जाते हैं तो आने वाले दिनों में यह मुद्दा प्रदेश में गरमा सकता है। किसान संगठनों ने सरकार के इस फैसले का विरोध करने का ऐलान किया है। विभाग के सूत्रों के मुताबिक ये बिजली मीटर बिजली दफ्तरों में पहुंच चुके हैं। बिजली विभाग के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इन मीटरों की आपूर्ति बिजली कार्यालयों को कर दी गई है और उपभोक्ताओं के लिए बिजली मीटर लगाने का दबाव बनाया जा रहा है। यह भी पता चला है कि ये बिजली मीटर एक निजी कंपनी द्वारा लगाए जाने हैं। इन बिजली मीटरों का सारा रिकॉर्ड निजी कंपनी के पास ऑनलाइन रहेगा, जिससे इन बिजली मीटरों को पढ़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद पंजाब में इन मीटरों का मुद्दा गरमा गया था और सरकार द्वारा इन बिजली मीटरों को नहीं लगाने का फैसला लेने के बाद यह मुद्दा खत्म हो गया था। अब इन स्मार्ट मीटरों को लगाने के फैसले के बाद इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि पंजाब में सरकार का भारी विरोध हो रहा है क्योंकि विभिन्न किसानों और श्रमिक संगठनों ने इन मीटरों को लगाने का विरोध करने का फैसला किया है।
इस मामले में बात करते हुए कीर्ति किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष निर्भाई सिंह धुडिके ने कहा कि पंजाब की भगवंत मान सरकार मुफ्त बिजली देने के नाम पर लोगों के साथ स्टंट खेल रही है और कॉरपोरेट घरानों से लोगों को लूटने का रास्ता साफ कर रही है। उन्होंने कहा कि चिप बिजली मीटर लगाने का संगठन पुरजोर विरोध करेगा और बिजली अधिकारियों को भी घेरेगा। इस संबंध में बात करते हुए भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के प्रदेश महासचिव सुखदेव कोकरी कलां ने कहा कि पंजाब सरकार का यह फैसला पूरी बिजली व्यवस्था निजी कारपोरेट को सौंपने का बड़ा कदम है। कोकरी कलां ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां सरकार के इस फैसले का पुरजोर विरोध करेगी और जनता जहां चाहेगी, संगठन खड़े होकर लोगों के साथ संघर्ष करेंगे