पाकिस्तान: क्या हिंदू लड़की को अग़वा कर, ज़बरदस्ती शादी कराई गई

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DMT : कराची  : (24 फ़रवरी 2023) : –

पाकिस्तान में एक नाबालिग़ हिंदू लड़की के कथित रूप से जबरन धर्म-परिवर्तन और फिर शादी कराने का मामला सामने आया है.

लड़की के माता-पिता का दावा है कि उनकी बेटी नाबालिग़ है और उसे अग़वा करने के बाद उसकी शादी की गई है.

लेकिन दूसरे पक्ष ने दावा किया है कि लड़की 19 साल की है और उसने अपनी मर्ज़ी से इस्लाम धर्म अपनाने के बाद शादी की है.

ये घटना सिंध के मीरपुरख़ास ज़िले के नौकोट क़स्बे की है.

करिश्मा भील के पिता रमेश कुमार भील का कहना है कि उनके घर पर तीन हथियारबंद लोग आए और उनकी बेटी को ज़बरदस्ती उठाकर ले गए.

उसके बाद उसका धर्म परिवर्तन किया गया और फिर उसकी शादी करा दी गई.

रमेश कुमार भील का कहना है कि उनकी बेटी करिश्मा की आयु 16 वर्ष है.

उनका कहना है कि अपरहरण होने के तुरंत बाद वे नौकोट पुलिस स्टेशन गए थे, जहाँ उन्हें पुलिस ने दो घंटों तक बिठाए रखा.

थाने में मुख्य अभियुक्त के पिता को भी बुलाया गया था.

थाने में रमेश कुमार भील को यक़ीन दिलाया गया था कि उनकी बेटी को बरामद कर लिया जाएगा.

लेकिन बाद में पुलिस ने बिना किसी कार्रवाई के उन्हें घर भेज दिया.

करिश्मा भील के पिता कहते हैं कि फ़िलहाल उनकी बेटी नाबालिग़ है और उसकी शादी ग़ैर-क़ानूनी है.

उन्होंने कहा है कि करिश्मा को ज़बरदस्ती उठा कर ले जाया गया है और पुलिस उनके साथ न्याय नहीं कर रही है.

इस बीच करिश्मा भील के मुसलमान होने का एक सर्टिफ़िकेट भी सामने आया है. इस सर्टिफ़िकेट में करिश्मा की उम्र 19 साल बताई गई है.

सर्टिफ़िकेट में लिखा है कि करिश्मा ने 18 फ़रवरी 2023 को इस्लाम धर्म स्वीकार कर लिया है और अब उसका मुस्लिम नाम कंवल है.

इसी तारीख़ यानी 18 फ़रवरी का एक मैरिज सर्टिफ़िकेट भी सामने आया है, जिसमें भी उम्र 19 साल ही लिखी गई है.

लेकिन करिश्मा के पिता रमेश भील कहते हैं कि उनके पास बेटी का स्कूल सर्टिफ़िकेट है, जिसमें उसकी जन्मतिथि मार्च 2006 की है.

उस हिसाब से तो करिश्मा की आयु 16 साल है और वो मार्च में 17 की होंगी.

सिंध के क़ानून के मुताबिक़ विवाह की न्यूनतम आयु 18 वर्ष है. अब इसी क़ानून के तहत एक केस दर्ज किया जाएगा और उम्र से पहले विवाह करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी.

नौकोट पुलिस स्टेशन के थानाध्यक्ष असलम जमाली ने बीबीसी से बातचीत में कहा, “करिश्मा का पड़ोस के एक लड़के के साथ अफ़ेयर चल रहा था. 20 फ़रवरी की शाम को करिश्मा उसी के साथ घर से चली गई थी. दोनों समारो इलाक़े में पीर अयूब जान सरहिंदी के पास गए. वहीं लड़की ने धर्म परिवर्तन किया और दोनों की शादी कर दी गई.”

असलम जमाली ने कहा कि उनके पास धर्म परिवर्तन और शादी के सर्टिफ़िकेट हैं.

पुलिस के मुताबिक़ करिश्मा का बयान स्थानीय मीडिया में छपा है. उस बयान में करिश्मा कह रही है कि वो अपने घर से अपनी इच्छा से गई है और उसे किसी ने गुमराह नहीं किया है.

थानाध्यक्ष ने स्वीकार कहा है कि लड़की के पिता उनके पास आए थे लेकिन असलम जमाली ये साफ़ नहीं बता पाए कि उनकी शिकायत पर एफ़आईआर क्यों नहीं दर्ज की गई.

करिश्मा के माता-पिता ने अब स्थानीय सेशन्स कोर्ट में एक अर्ज़ी डाली है.

अदालत ने पुलिस समेत सभी पक्षों को 27 फ़रवरी यानी आगामी सोमवार को अदालत में बुलाया है.

थानाध्यक्ष का कहना है कि अब केस अदालत में है, तो अदालत के आदेश के अनुसार ही कार्रवाई की जाएगी.

उधर सिंध में हिंदू समुदाय की संस्था पाकिस्तान दरावर इत्तिहाद और करिश्मा के परिजन नौकोट थाने के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं.

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे करिश्मा के अग़वा किए जाने पर एक एफ़आईआर दर्ज करवाना चाहते हैं. उनकी मांग है कि वैध उम्र से पहले शादी करवाने पर भी केस दर्ज होना चाहिए और करिश्मा को उनके हवाले कर दिया जाना चाहिए.

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