DMT : चंडीगढ़ : (12 मार्च 2023) : – केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने विधान सभा में जमकर हमला बोला। सीएम मान ने पीएम को बड़े साहब कहकर संबोधित किया और कहा कि ‘ बड़े साहब ने रेल, तेल, एयरपोर्ट, एलआईसी से लेकर देश के बैंक तक बेच दिये हैं और इसके बदले कुछ मीडिया वालों को खरीद लिया है। माना जा रहा है कि मान का यह बयान उन सियासी कयासों के बदले आया है जिसमें उनके भाजपा के साथ मधुर संबंधों की बात की जा रही थी।
विधानसभा के सत्र के दौरान भगवंत मान ने आप सरकार के बजट को आम आदमी का बजट करार दिया। मान ने कहा कि यह केंद्र सरकार की तरह अमीरों के लिये नहीं बल्कि आम जनता के लिये तैयार किया गया बजट है।
मान ने पीएम को घेरते हुए कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने लोगों को मुफ्त बिजली, मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएं और गुणवत्ता वाली शिक्षा देना शुरू किया लेकिन ‘बड़े साहब’ केवल फ्री की रेवड़ी बांटते हैं। उन्होंने कहा कि हमने पंजाब की पिछली सरकार के मुकाबले आधी कीमतों पर पुल तैयार कराये हैं। मान ने तंज कसा कि पीएम ने वादा किया था कि प्रत्येक व्यक्ति के खाते में 15 लाख आएंगे लेकिन उन्होंने ‘15 लाख के पापड़’ दिये। उन्होंने कहा कि आप सरकार की ये योजनाएं इतनी लोकप्रिय हो रही हैं कि अन्य पार्टियां भी इन्हें अपने घोषणा पत्र में शामिल कर रही हैं। उन्होंने पंजाब का बकाया जारी न करने पर भाजपा पर तीखे हमले किये।
सीएम मान ने कहा कि पंजाब सरकार केंद्र की भाजपा सरकार से भीख नहीं मांग रही है बल्कि अपना हक मांग रही है। भाजपा विधायक अश्विनी शर्मा का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि वे कहते हैं कि हम केंद्र की आलोचना करते हैं और धन मांगते हैं। उन्हें पता होना चाहिये कि हमारी आप सरकार जीएसटी एकत्र कर केंद्र को देती है और बदले में केवल अपना हक मांगती है।
मान ने विधानसभा में बताया कि कैसे पंजाब सरकार ने रेल के माध्यम से ओडिशा की खानों से कोयला प्राप्त करने के लिये केंद्र से लड़ाई लड़ी, क्योंकि केंद्र सरकार पंजाब समेत अन्य गैर भाजपा शासित राज्यों को श्रीलंका के समुद्री मार्ग के जरिये कोयला आयात करने के लिये मजबूर किया। मान ने कहा कि पंजाब के चावल को अन्य राज्यों में भेजने के लिये केंद्र विशेष ट्रेनें चलाता है तो क्या पंजाब को उन्हें कराची के रास्ते भेजना चाहिये। इस दौरान भाजपा के दोनों विधायक सदन में मौजूद नहीं थे।