DMT : नई दिल्ली/चंडीगढ़/भोपाल/जयपुर : (02 अप्रैल 2023) : –
बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाओं ने तीन राज्यों में 5.23 लाख हेक्टेयर से अधिक गेहूं की फसल को प्रभावित किया है, जिससे किसानों के लिए भारी उपज नुकसान और कटाई की चुनौतियों का डर पैदा हो गया है। अधिकारियों के मुताबिक खराब मौसम के कारण तीन राज्यों- मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में लगभग 5.23 लाख हेक्टेयर गेहूं की फसल खराब होने का अनुमान है।
उन्होंने कहा कि पंजाब और हरियाणा में गेहूं की फसल को हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। इस साल गेहूं का बोया गया रकबा करीब 34 लाख हेक्टेयर है। अधिकारियों ने कहा कि सरकार चालू 2022-23 फसल वर्ष (जुलाई-जून) में रिकॉर्ड 11.22 करोड़ टन गेहूं उत्पादन का अनुमान लगा रही है।
केंद्रीय कृषि सचिव मनोज आहूजा ने पीटीआई-भाषा को बताया कि पिछले दो से तीन दिनों में हुई बेमौसम बारिश के कारण गेहूं और अन्य रबी फसलों को हुए नुकसान की सोमवार को सरकार राज्य सरकारों के साथ समीक्षा करेगी। गेहूं एक प्रमुख रबी (सर्दियों) की फसल है। बारिश ऐसे समय में आई है जब फसल कटाई के लिए लगभग तैयार थी। मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीद शुरू हो गई है।
पिछले दो हफ्तों से प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के कारण आंधी, ओलावृष्टि और तेज हवा के साथ बेमौसम बारिश हुई है। बेमौसम बारिश अभी कुछ और दिनों तक जारी रहने की उम्मीद है। खराब मौसम की वजह से गेहूं की फसल को भारी नुकसान हुआ है। 20 क्विंटल प्रति एकड़ की औसत उपज के मुकाबले इस बार यह घटकर 10-11 क्विंटल प्रति एकड़ रह जाएगी।
बदरपुर में 34 एकड़ जमीन पर सर्दियों की फसल उगाने वाले सिंह ने कहा कि उनके खेतों में कुछ जगहों पर तेज हवा के कारण फसल भी चौपट हो गई है। उन्होंने कहा कि बेमौसम बारिश और तेज़-तेज़ हवाओं के कारण गेहूं की फसल में औसतन 50 प्रतिशत उपज का नुकसान होगा, उन्होंने कहा और कहा कि यदि अधिक दिनों तक बारिश जारी रही, तो फसल पूरी तरह से इसमें डूब जाएगी।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि राजस्थान में भी, 29.65 लाख हेक्टेयर के कुल बोए गए क्षेत्र में से लगभग 3.88 लाख हेक्टेयर गेहूं की फसल बेमौसम बारिश के कारण प्रभावित हुई है।
राजस्थान में गेहूं के अलावा सरसों, चना, जौ और अन्य सब्जियों की फसलें प्रभावित हुई हैं। सूत्रों ने कहा कि राज्य में बारिश के कारण करीब 1.54 लाख हेक्टेयर और 1.29 लाख हेक्टेयर में क्रमश: सरसों और चना की फसल को नुकसान पहुंचा है।
उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त के कार्यालय द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार, इसी तरह उत्तर प्रदेश में हाल ही में हुई बेमौसम बारिश से 35,000 हेक्टेयर से अधिक गेहूं की फसल बर्बाद हो गई है। सबसे ज्यादा नुकसान राज्य के नौ जिलों आगरा, बरेली, चंदौली, हमीरपुर, झांसी, ललितपुर, प्रयागराज, उन्नाव और वाराणसी में हुआ है।
उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त प्रभु एन सिंह ने बताया कि अनुमानित 1.25 लाख गेहूं किसान बारिश से प्रभावित हुए हैं। नुकसान व नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। अब तक इनमें से 43,142 किसानों की जानकारी हमारे सिस्टम में लॉग इन की जा चुकी है।