DMT : चंडीगढ़ : (08 मार्च 2023) : – पंजाब विधानसभा में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए जहां राज्य की प्रगति, समृद्धि और शांति के प्रति दृढ् प्रतिबद्धता जताई, वहीं कांग्रेस ने ‘कांग्रेस विधायकों को डराने’ का आरोप लगाते हुए फैसला लिया कि जब तक मुख्यमंत्री मान माफी नहीं मांगते तब तक वे विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार करेंगे। इतना ही नहीं, आज मान के सदन में आने पर कांग्रेस विधायक वॉकआउट कर गये। गत दिवस सदन में हुई तल्ख चर्चा का साया आज भी दिखा। कांग्रेस ने राज्यपाल से मुलाकात कर राज्य की आबकारी नीति और अवैध रेत खनन की न्यायिक जांच की मांग की। वहीं, शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने भी राज्यपाल से मुलाकात कर मान सरकार को बर्खास्त करने की मांग की।
सदन में मान ने कहा कि उनके खून का एक-एक कतरा राज्य की प्रगति, समृद्धि और शांति के लिए है। उन्होंने गरजते हुए कहा,’हम भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति जारी रखेंगे – चाहे यह भ्रष्टाचार उन लोगों ने किया हो जिन्होंने पहले पंजाब पर शासन किया या हमारे अपने ही क्यों न हों।’
मंगलवार को पंजाब विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस का समापन करते हुए मान ने कहा कि पंजाब को लूटने और बर्बाद करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने से हमें कोई नहीं रोक सकता।
विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस के ज्यादातर विधायक सदन से बाहर ही रहे। शून्यकाल में नेता प्रतिपक्ष ने सोमवार को मुख्यमंत्री के साथ हुई बहस का मुद्दा उठाया तो स्पीकर ने उन्हें रोक दिया। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरेंद्र सिंह राजा वडि़ंग ने ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह के अजनाला कांड का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इस घटना से दुनिया भर के सिखों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि पंजाब में माहौल बिगाड़ कर गवर्नर राज चलाने की चर्चा चल रही है। इससे पहले स्कूल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस और कांग्रेसी विधायक सुखपाल सिंह खेहरा के बीच भी तीखी बहस हुई।
सीएम माफी मांगें : बाजवा
कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) ने ‘कांग्रेस विधायकों को डराने’ का आरोप लगाते हुए कहा कि जब तक मुख्यमंत्री मान इसके लिए माफी नहीं मांगते वे विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार करेंगे। कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि मान के विधानसभा सत्र में मौजूद रहने पर वे सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेंगे।
कांग्रेस ने की राज्यपाल से मुलाकात
मुख्यमंत्री भगवंत मान सरकार पर हमला तेज करते हुए विपक्ष के नेता (एलओपी) प्रताप सिंह बाजवा के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों ने राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से मुलाकात की और राज्य की आबकारी नीति, अवैध रेत खनन की समयबद्ध न्यायिक जांच की मांग की। उन्होंने कथित तौर पर भूमि अतिक्रमण करने में शामिल अपने (आप) सांसदों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के लिए सरकार के ‘दोहरे मापदंडों’ को भी जांच में शामिल करने की मांग की। राज्यपाल से मिलने वालों में अरुणा चौधरी, विक्रमजीत सिंह चौधरी, डॉ. राज कुमार चब्बेवाल, सुखजिंदर सिंह रंधावा और पीसीसी प्रमुख अमरेंद्र सिंह राजा वड़िंग शामिल थे।
मान सरकार को बर्खास्त करें राज्यपाल : सुखबीर बादल
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने मंगलवार को राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से भगवंत मान सरकार को कानून-व्यवस्था बनाए रखने में घोर विफलता के लिए बर्खास्त करने का आग्रह किया। शिअद ने ‘आप’ सरकार पर भी आबकारी नीति और रेत खनना नीति बनाने में सैकड़ों करोड़ का भ्रष्टाचार करने और प्रेस की स्वतंत्रता को दबाने का आरोप लगाया। शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व में पार्टी प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा जिसमें जालंधर स्थित पंजाबी अखबार को मिली धमकियों की जांच की मांग की गई और बताया गया कि कैसे सरकार उसे विज्ञापनों से इनकार करके प्रेस की स्वतंत्रता को दबाने की कोशिश कर रही है।