DMT : लुधियाना : (08 मार्च 2023) : – सिटी पुलिस ने खुद को एडीजीपी, सीसीटीएनएस (क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम) और कमांडेंट बताकर जालसाजी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने फर्जी एडीजीपी और कमांडेंट को भोले-भाले लोगों को 15 से 20 हजार प्रति माह वेतन पर सीसीटीएनएस में वालंटियर के रूप में भर्ती का वादा करके उनसे पैसा ऐंठने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस आयुक्त (सीपी) मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि लुधियाना पुलिस साइबर सेल, सीआईए-2 और थाना-7 की टीम ने पंकज सूरी (भामियां कलां, लुधियाना) को 4 मार्च को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के दौरान उसने खुलासा किया कि गिरोह का मास्टरमाइंड अविलोकविराज उर्फ अमन (निवासी थानेसर-कुरुक्षेत्र) संगरूर जेल के अंदर से इस रैकेट का संचालन कर रहा है।
सीपी ने बताया कि अमन को संगरूर जेल से 6 मार्च को प्रॉडक्शन वारंट पर लाने के बाद गिरफ्तार भी किया गया। दोनों आरोपियों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की गई। उन्होंने बताया कि उक्त आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि उन्होंने अब तक चार हजार से ज्यादा बेरोजगार युवकों को झांसा दिया है। ऐसे व्यक्ति न केवल पंजाब से बल्कि अन्य राज्यों जैसे यूपी, महाराष्ट्र, तेलंगाना आदि से भी संबंधित हैं। ऑनलाइन भुगतान के माध्यम से प्रत्येक इच्छुक आवेदक से 999 रुपये शुल्क वसूला गया। पंजीकरण शुल्क के रूप में पेटीएम इत्यादि सुविधाओं का भी प्रयोग किया गया। आरोपी अमन ने सरकारी लोगो की तरह दिखने वाले लोगो का उपयोग करके फेसबुक अकाउंट बनाए। पुलिस आयुक्त ने बताया कि आरोपी अमन से फोन बरामद होने पर संगरूर जेल प्रशासन ने भी अमन के विरुद्ध एक नई प्राथमिकी दर्ज करवाई है। सीपी ने बताया कि दोनों आरोपियों का आपराधिक इतिहास है, खासकर अमन आदतन खूंखार अपराधी है।
उसके खिलाफ विभिन्न थानों में करीब 30 मामले दर्ज हैं। अमन ने नाभा जेल ब्रेक मामले में भी सक्रिय भूमिका निभाई थी।