संसद में अदानी पर नहीं बोले पीएम मोदी, कांग्रेस ने किया पलटवार

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DMT : दिल्ली  : (08 फ़रवरी 2023) : –

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संसद में दिए अभिभाषण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को धन्यवाद प्रस्ताव पर भाषण दिया.

गौतम अदानी मामले पर मंगलवार को राहुल गांधी के लगाए आरोपों पर प्रधानमंत्री ने कुछ नहीं कहा लेकिन उन्होंने कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के दिनों में हुए कथित घोटालों का जिक्र किया.

कांग्रेस का नाम लिए बिना उन्होंने यूपीए सरकार की विफलताओं का जिक्र करते हुए कहा, “साल 2004 से 2014 आजादी के इतिहास में घोटाला का दशक रहा. दस साल भारत के हर कोने में आतंकवादी हमलों का सिलसिला चलता रहा. हर नागरिक असुरक्षित था. 10 साल में कश्मीर से लेकर पूर्वोत्तर तक देश हिंसा का शिकार था.”

यूपीए सरकार के कार्यकाल की आलोचना में उन्होंने कहा, “आज यूपीए की पहचान यही है कि इन्होंने हर मौके को मुसीबत में पलट दिया. जब टेक और इनफॉर्मेशन का युग तेजी से बढ़ रहा थो तो ये 2जी में फंसे रहे. सिविल न्यूक्लियर डील की चर्चा थी तो ये कैश फॉर वोट में फंसे रहे. 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स हुए. सीडब्ल्यूजी घोटाले में पूरा देश बदनाम हो गया. इन्होने 9 साल आलोचना करने की जगह आरोप में गंवा दिए.”

कांग्रेस की नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि पीएम मोदी ने अपने भाषण में अदानी का नाम नहीं लिया. उन्होंने कहा , “थी ख़बर गर्म कि ‘ग़ालिब’ के उड़ेंगे पुर्ज़े, देखने हम भी गए थे, पर तमाशा न हुआ. भक्तों को लगा आज मोदी जी सदन में राहुल गांधी के पुर्ज़े उड़ा देंगे लेकिन सवा घंटे के खोखले चुनावी भाषण में साबित हो गया कि नरेन्द्र मोदी अपने दोस्त गौतम अदानी के साथ खड़े थे, खड़े हैं और खड़े रहेंगे.”

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को लोकसभा में पीएम मोदी के संबोधन के बाद उन पर अदानी के साथ रिश्तों को लेकर एक बार फिर प्रहार किया है. उन्होंने कहा, “मैं संतुष्ट नहीं हूं और पीएम के बयान से सच्चाई का पता चलता है. अगर (अदानी) मित्र नहीं हैं, तो (पीएम) कहते कि ठीक है, इन्क्वायरी करवा देता हूं, लेकिन इन्क्वायरी की बात नहीं हुई.”

उन्होंने दावा किया, “यह नेशनल सिक्योरिटी का मामला है. हिंदुस्तान के इन्फ्रास्ट्रक्चर का मामला है. इसलिए प्रधानमंत्री को कह देना चाहिए कि ठीक है इन्क्वायरी करवाएंगे. यह बहुत बड़ा घपला है, लेकिन नहीं बोला. तो वे उन्हें ज़रूर बचाने की कोशिश कर रहे हैं.”

“मैं इसे समझता हूं. डिफ़ेंस इंडस्ट्रीज़ है, वहां कई शेल कंपनी हैं, बेनामी पैसा घूम रहा है, उसके बारे में प्रधानमंत्री ने कुछ नहीं कहा. इससे क्लियर है कि प्रधानमंत्री उनकी रक्षा कर रहे हैं. उन्हें प्रमोट कर रहे हैं.”

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अदानी ग्रुप को लेकर मंगलवार को लोकसभा में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला था और कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने पीएम मोदी और गौतम अदानी की दोस्ती पर सवाल उठाते हुए कहा कि अदानी ग्रुप को सरकार ने नाजायज फायदा पहुंचाया है. लेकिन पीएम मोदी ने उनके आरोपों पर कुछ नहीं कहा.

राहुल गांधी ने कहा, “अदानी ग्रुप पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद गौतम अदानी दुनिया के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में पहले बीस में से बाहर हो गए हैं, जबकि रिपोर्ट आने से पहले वे नंबर एक और दो पायदान पर ऊपर नीचे हो रहे थे. अदानी ग्रुप किसी भी बिजनेस में एंट्री कर लेता है और बिना फेल हुए सफलता भी पा लेता है.”

“अदानी पहले एक दो बिजनेस करते थे लेकिन अब ये आठ-दस सेक्टर में काम करते हैं. इसमें एयरपोर्ट, डेटा सेंटर, सीमेंट, सोलर एनर्जी, विंड एनर्जी, एयरोस्पेस एंड डिफेंस, कंज्यूमर फाइनेंस, रिन्यूएबल, मीडिया और पोर्ट शामिल हैं. प्रधानमंत्री से सवाल करते हुए राहुल ने पूछा, “2014 में अदानी जी का नेट वर्थ आठ बिलियन डॉलर था वो 2022 में 140 बिलियन डॉलर कैसे हुआ? 2014 में दुनिया की सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में अदानी 609 नंबर पर थे. पीछे बिल्कुल, पता नहीं, जादू हुआ और दूसरे नंबर पर पहुंच गए.”

राहुल गांधी ने लोकसभा में वो तस्वीर भी दिखाई, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गौतम अदानी के साथ एक प्लेन में बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं. तस्वीर दिखाते हुए राहुल गांधी ने कहा, “ये देखिए रिश्ता, ये रिश्ता है.”

पीएम मोदी ने क्या कहा?

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के अंत में बोलते पीएम मोदी ने कांग्रेस की अगुवाई वाली यूनाइटेड प्रोग्रेसिव अलांयल यानी यूपीए की सरकार पर कड़े हमले किए.

पीएम मोदी ने कहा कि साल 2004 से 2014 आजादी के इतिहास में घोटाला का दशक रहा है.

प्रधानमंत्री ने कहा, “यूपीए के वे दस साल में भारत के हर कोने में आतंकवादी हमलों का सिलसिला चलता रहा. हर नागरिक असुरक्षित था.”

उन्होंने कहा कि अब कुछ लोगों में निराशा आई है और इस निराशा के पीछे कारण है.

“एक कारण तो जनता का बार-बार हुकुम है. 2004 से 2014 तक भारत की अर्थव्यवस्था खस्ताहाल हो गई, इस पर निराशा नहीं होगी तो क्या होगी. 10 साल में महंगाई डबल डिजिट रही इसलिए अगर कुछ अच्छा होता है तो निराशा और उभर कर आती है. उन 10 सालों में भारत की आवाज वैश्विक मंचों पर इतनी कमजोर थी कि दुनिया सुनने को तैयार नहीं थी.”

प्रधानमंत्री मोदी ने यूपीए की सरकार पर हमले करते हुए कहा कि वो सरकार ‘हर मौके को मुसीबत’ में पलटती रही.

“तकनीक के समय ये 2जी घोटाले में फंसे रहे और सिविल न्यूक्लियर डील के समय ये ‘कैश फॉर वोट’ में फंसे रहे. सीडब्ल्यूजी के टाइम भी ये घोटालों में फंसे रहे. इन्होंने मौके को मुसीबत में पलट दिया. देश में हर स्तर, हर क्षेत्र में, हर सोच में आशा ही आशा नजर आ रही है. सपने और संकल्प लेकर चलने वाला देश है. लेकिन कुछ लोग ऐसे निराशा में डूबे हुए हैं कि क्या कहें.”

राष्ट्रपति का अपमान

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब राष्ट्रपति का भाषण हो रहा था तो कुछ लोग कन्नी भी काट गए और एक बड़े नेता राष्ट्रपति का अपमान भी कर चुके हैं.

पीएम मोदी ने कहा, “राष्ट्रपति जी ने यह भी कहा था कि देश की एक बड़ी आबादी ने जिन सुविधाओं के लिए दशकों तक इंतजार किया, वे इन वर्षों में उसे मिलीं. देश सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार की समस्याओं से मुक्ति चाहता था, वो मुक्ति उसे अब मिल रही है.

“सदन में हंसी-मजाक, टीका-टिप्पणी, नोंक-झोंक होती रहती है, लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि आज राष्ट्र के रूप में गौरवपूर्ण अवसर हमारे सामने खड़े हैं. गौरव के क्षण हम जी रहे हैं.”

अर्थव्यवस्था और अन्य उपलब्धियों गिनाईं

प्रधानमंत्री मोदी ने संसद में भारत की आर्थिक उपलब्धियां गिनाईं.

उन्होंने कहा, “दुनिया के तमाम देशों व हमारे पड़ोस में जिस तरह के हालात हैं, ऐसे समय में कौन हिंदुस्तानी गौरव नहीं करेगा कि उनका देश दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था है.”

पीएम मोदी ने कहा कि जब हमारे पड़ोसी देशों सहित कई अन्य देश मुद्रास्फीति, बेरोज़गारी और खाद्य सुरक्षा की कमी का सामना कर रहे हैं, दुनिया में भारत को लेकर बहुत आशा और काफी हद तक उमंग है.

उन्होंने कहा, “मुश्किल समय के बीच भारत पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना. आज दुनिया की हर विश्वसनीय संस्था, हर विशेषज्ञ, जो भविष्य का अच्छा सेशन रिपोर्ट भी लगा सकते हैं, उन सबको आज भारत को लेकर बहुत आशा और काफी हद तक उमंग है। इसका कारण है कि भारत में अस्थिरता नहीं है. महामारी के दौर में हमने 150 से ज्यादा देशों को संकट के समय दवाई और वैक्सीन पहुंचाई.”

प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना काल में भारत के काम की तारीफ़ की.

उन्होंने कहा, “कोरोनाकाल में बहुत से देश अपने नागरिकों की आर्थिक मदद करना चाहते थे, लेकिन असमर्थ थे. यह भारत है यहां फ्रैक्शन ऑफ सेकंड में लाखों-करोड़ों रुपये देशवासियों के खातों में जमा कर रहा था.”

उन्होनें कहा कि भारत मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभर रहा है और पिछले 9 वर्ष में भारत में 90 हजार स्टार्टअप्स आए हैं.

विपक्ष पर क़रारा हमला

विपक्ष और ख़ासकर कांग्रेस की ओर इशारा करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “चुनाव हार जाओ तो ईवीएम को गाली, चुनाव आयोग को गाली, कोर्ट में फैसला पक्ष में नहीं आया तो सुप्रीम कोर्ट की आलोचना, भ्रष्टाचार की जांच हो रही हो तो जांच एजेंसियों को गाली, सेना अपना पराक्रम दिखाए तो सेना को गाली… सेना पर आरोप.”

उन्होंने कहा कि यूपीए की पहचान यही है कि इन्होंने हर मौके को मुसीबत में पलट दिया.

“जब टेक और इनफॉर्मेशन का युग तेजी से बढ़ रहा थो तो ये 2जी में फंसे रहे. सिविल न्यूक्लियर डील की चर्चा थी तो ये कैश फॉर वोट में फंसे रहे. 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स हुए. सीडब्ल्यूजी घोटाले में पूरा देश बदनाम हो गया. इन्होने 9 साल आलोचना करने की जगह आरोप में गंवा दिए.”

मोदी ने कहा, “कभी आर्थिक प्रगति की चर्चा हो.. तो यहां से निकल आरबीआई को गाली. नौ साल में सकारात्मक आलोचना की जगह जबरदस्ती की आलोचना ने ले ली है.”

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