गुजरात में सदी भर पुरानी मस्जिद सहित आठ धार्मिक स्थलों को क्यों ढहाया गया

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DMT : दाहोद  : (21 मई 2023) : – गुजरात के दाहोद में शनिवार को प्रशासन ने एक सदी भर पुरानी मस्जिद सहित आठ धार्मिक स्थलों को ढहाया है.

गुजरात के दाहोद स्मार्ट सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने ये कार्रवाई की है. भारी पुलिस बल की तैनाती के बीच नगीना मस्जिद को सुबह साढ़े चार बजे के आसपास ढहाना शुरू किया गया.

इस मस्जिद को स्मार्ट सिटी के लिए सड़क चौड़ीकरण परियोजना के तहत गिराया गया है. अधिकारियों के हवाले से अख़बार ने लिखा है कि मस्जिद का ट्रस्ट शुक्रवार को गुजरात हाई कोर्ट में ज़मीन से संबंधित दस्तावेज़ पेश नहीं कर सका था, जिसके बाद ये एक्शन लिया गया.

मस्जिद को ढहाने के कुछ घंटों के बाद चार मंदिर और तीन अन्य दरगाह भी ढहा दिए गए.

दो स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के तहत करीब 450 पुलिसकर्मियों को सुबह साढ़े चार बजे की कार्रवाई के लिए तैनात किया गया था. अधिकारियों ने अख़बार को बताया, “मस्जिद को ढहाने की प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से पूरी हुई.”

दाहोद के सुपरिटेंडेंट ऑफ़ पुलिस (एसपी) बलराम मीणा ने अख़बार को बताया, “ट्रस्ट ने ख़ुद ही ज़मीन संबंधी रिकॉर्ड पेश करने के लिए शुक्रवार तक समय मांगा था.”

“प्रशासन ने ये निवेदन मान लिया था, लेकिन, शुक्रवार को जो रिकॉर्ड पेश किए गए वो भरोसा करने लायक नहीं थे.”

उन्होंने कहा, “शुक्रवार शाम, मस्जिद के सदस्यों की सब डिविज़नल-मजिस्ट्रेट (एसडीएम), नगर निगम के चीफ़ ऑफ़िसर और प्रांत अधिकारी के साथ बैठक हुई. इस बैठक में ट्रस्ट के सदस्य इस शर्त पर मस्जिद परिसर खाली करने को राज़ी हुए कि इसे ढहाने का काम भी उन्हें ही करने दिया जाए.”

“हमें परिसर के अंदर जाने की ज़रूरत नहीं पड़ी क्योंकि उन्होंने पहले ही इसे खाली कर दिया था. पुलिस की तैनाती अभी रहेगी लेकिन हमें नहीं लगता कोई दिक्कत होगी.”

गुजरात हाई कोर्ट के सामने अपनी याचिका में, ट्रस्ट ने कहा था कि कथित अतिक्रमण को लेकर आसपास की दुकानों को गुजरात नगर पालिका अधिनियम के तहत नोटिस जारी किए गए थे और इन्हें 15 मई को ध्वस्त कर दिया गया था.

याचिका में कहा गया है कि प्रशासन उन अन्य दुकानों को भी ‘बिना किसी नोटिस’ गिरा रही है जिस पर याचिका दायर करने वाले ट्रस्ट का मालिकाना हक है.

मस्जिद कमेटी के एक सदस्य ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “हमें प्रशासन ने सोमवार को इस बारे में सूचना दी थी कि शुक्रवार तक दस्तावेज़ पेश करने होंगे, नहीं तो जुमे की नमाज़ के बाद मस्जिद को ढहा दिया जाएगा.”

“हाई कोर्ट ने भी हमें राहत नहीं दी. इसलिए शुक्रवार दोपहर को हमें अपना सामान यहाँ से ले जाने के लिए कहा गया. जब प्रशासन ने इसी सप्ताह छह फीट के परिसर को ढहाया था तभी हमने अपना ज़रूरी सामान हटा लिया था.”

मस्जिद ट्रस्ट के हवाले से ख़बर में बताया गया है कि ये मस्जिद 1926 से यहाँ मौजूद है.

कर्नाटक कैबिनेट में केवल आठ मंत्री?

सिद्धारमैया ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री के तौर पर अपनी दूसरी पारी शुरू कर दी है.

शनिवार को दर्जनभर से अधिक गैर-भाजपाई नेताओं के सामने सिद्धारमैया ने कर्नाटक के सीएम पद की शपथ ली. वहीं, डीके शिवकुमार ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.

दोनों के साथ आठ वरिष्ठ विधायकों ने मंत्रीपद संभाला.

पहले कुल 28 मंत्रियों के शपथ लेने की योजना थी लेकिन सीएम और डिप्टी सीएम धड़े के बीच टकराव को देखते हुए ये संख्या सिर्फ़ आठ पर सिमट गई.

अख़बार के अनुसार, सिद्धारमैया ने केजे जॉर्ज, एमबी पाटिल, सतीश जरकिहोली और बीजे़ड ज़मीर अहमद ख़ान के लिए पैरवी की थी. वहीं, डीके शिवकुमार ने जी परमेश्वरा, केएच मुनियप्पा, रामालिंगा रेड्डी और कांग्रेस चीफ़ मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे को मंत्री बनाने पर ज़ोर दिया.

शपथग्रहण समारोह ने विपक्षी एकता की तस्वीर भी पेश की.

यहाँ राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार, एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार, तमिलनाडु सीएम एमके स्टालिन, बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, झारखंड सीएम हेमंत सोरेन, जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फ़ारुख़ अब्दुल्ला, महबूबा मुफ़्ती और अभिनेता से नेता बने कमल हासन सहित कई बड़े विपक्षी चेहरों के साथ मंच साझा किया.

हालांकि, कांग्रेस ने केरल के सीएम पिनराई विजयन को न्योता नहीं दिया था लेकिन सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी और सीपीआई महासचिव डी राजा कार्यक्रम में मौजूद रहे.

ये शपथ ग्रहण समारोह कर्नाटक के कांतिवीर स्पोर्ट्स स्टेडियम में हुआ, जहाँ 60 हज़ार लोगों का जमावड़ा था.

मिग-21 विमानों की उड़ान पर रोक

भारतीय वायुसेना ने 8 मई को राजस्थान में हुए हादसे के बाद मिग-21 विमानों के बेड़े के उड़ान भरने पर रोक लगा दी है.

राजस्थान के हनुमानगढ़ में 8 मई को मिग-21 बाइसन विमान क्रैश हो गया था. इस हादसे में तीन महिलाओं की मौत हो गई थी.

नाम न छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने अख़बार को बताया, “मिग-21 बाइसन विमान फिलहाल उड़ान नहीं भर रहे. आठ मई को हुए हादसे के बाद इनकी पूरी जाँच हो रही है. इस क्रैश और विमान दोनों की जाँच पूरी होने के बाद ही चरणबद्ध तरीके से ये विमान दोबारा उड़ान भरेंगे. “

मिग-21 विमान के कई वेरिएंट पिछले पाँच दशकों से भारतीय वायुसेना में शामिल किए गए हैं. इन्हें चरणबद्ध तरीके से बाहर किया जाना है.

आठ मई को राजस्थान के सूरतगढ़ से उड़ान भरने के बाद वायुसेना का लड़ाकू विमान मिग-21 हनुमानगढ़ में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस घटना में विमान के पायलट को मामूली चोटें आई थीं, लेकिन स्थानीय महिलाओं की मौत हुई.

अभी तक इस हादसे की स्पष्ट वजह सामने नहीं आई है और इसकी जाँच जारी है.

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