डोनाल्ड ट्रंप के साथ कोर्टरूम में क्या हुआ और अब आगे क्या होगा?

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DMT : न्यूयॉर्क  : (05 अप्रैल 2023) : –

इतिहास में यह पहली बार हुआ है, जब अमेरिका के एक पूर्व राष्ट्रपति को कोर्ट में एक आपराधिक अभियुक्त की तरह पेश होना पड़ा.

न्यूयॉर्क ग्रैंड ज्यूरी की ओर से औपचारिक रूप से आरोप लगाने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को सरेंडर कर दिया था. ट्रंप ने कोर्ट में ख़ुद को बेकसूर बताया है. अब इस मामले की जांच चलेगी.

न्यूयॉर्क सिटी के मैनहैटन क्रिमिनल कोर्टहाउस में मंगलवार को ट्रंप के ख़िलाफ़ आरोप तय किए गए. यह मामला 2016 में अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनावी अभियान के दौरान का है.

कहा जा रहा है कि ट्रंप ने एक संभावित सेक्स स्कैंडल को छुपाने की कोशिश की थी. ट्रंप पर आरोप है कि उन्होंने स्टॉर्मी डेनियल्स नाम की एक पोर्न फ़िल्म एक्ट्रेस को चुपके से पैसे दिलवाए थे. ट्रंप अमेरिका के पहले राष्ट्रपति बन गए हैं, जिन पर अपराध का आरोप तय हुआ है.

ट्रंप के ख़िलाफ़ पिछले हफ़्ते औपचारिक रूप से आरोप दाखिल हुआ था. ट्रंप के ख़िलाफ़ न्यूयॉर्क पीनल लॉ के आर्टिकल 175 के तहत 34 गंभीर अपराध के मामले में आरोप तय किए गए हैं.

इसे ’34 फेलनी चार्जेज़’ भी कहा जा रहा है. ट्रंप पर आरोप है कि उन्होंने 2016 में राष्ट्रपति चुनाव से पहले स्टॉर्मी डेनियल्स को एक लाख 30 हज़ार डॉलर दिलवाए थे ताकि 2006 के उनके प्रेम प्रसंग को छुपाया जा सके.

मैनहैटेन डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी अल्विन ब्रैग ने कोर्ट में सुनवाई के बाद एक न्यूज़ कॉन्फ्रेंस में कहा कि ट्रंप पर आरोप न्यूयॉर्क के चुनाव नियमों के उल्लंघन से जुड़ा है.

ब्रैग ने कहा कि एक लाख, 30 हज़ार डॉलर का भुगतान फेडरल कैंपेन कंट्रीब्यूशन की सीमा से ज़्यादा है. अगर इस मामले में ट्रंप दोषी क़रार दिए जाते हैं तो उन्हें जेल की सज़ा भी हो सकती है.

क्या ट्रंप के ख़िलाफ़ 34 अलग-अलग आपराधिक मामले तय होंगे?

नहीं. यह गिनती ट्रंप के ख़िलाफ़ कथित अनुचित व्यवहार के अलग-अलग वाक़ये हैं न कि 34 तरह के अपराध. स्टॉर्मी डेनियल्स को तब ट्रंप के अटॉर्नी रहे माइकल कोहेन ने भुगतान किया था.

ट्रंप ने चुनाव के बाद यह पैसा अपने अटॉर्नी को दिया था. ट्रंप के ख़िलाफ़ औपचारिक आरोप में कहा गया है कि ट्रंप के ऑर्गेनाइज़ेशन में इस भुगतान की एंट्री ग़लत तरीक़े से की गई थी.

2017 में कोहेन को चेक दिया गया था और इसे क़ानूनी सेवा लेने के मद में बताया गया था.

अगर ट्रंप इस मामले में दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें चार साल तक की सज़ा मिल सकती है.

वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले में जेल की सज़ा अनिवार्य नहीं है. अभी तक स्पष्ट नहीं है कि एक पूर्व राष्ट्रपति और 2024 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दावेदार दोषी होने के बाद जेल जाएंगे या नहीं.

ट्रंप ने मंगलवार को डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी ऑफ़िस में सरेंडर किया था और वहीं कुछ पल के लिए दिखे थे. इसी दौरान बंद दरवाज़े के भीतर उनका फिंगरप्रिंट लिया गया.

जब ट्रंप कोर्टरूम में पहुँचे तो भीड़ के बीच न्यूज़ कैमरों में नज़र आए लेकिन उन्होंने पत्रकारों से बात नहीं की. कोर्टरूम के भीतर ट्रंप बचाव पक्ष की टेबल पर बैठे थे.

ट्रंप के बगल में उनके वकील थे. पूरी सुनवाई के दौरान कोर्टरूम में वह अपने हाथ मोड़े रहे. ट्रंप ने कोर्ट में एक बार तभी बोला जब उन्होंने ख़ुद को बेकसूर बताया.

जज ने ट्रंप को चेतावनी भी दी कि अगर उन्होंने सुनवाई बाधित करने की कोशिश की तो उन्हें कोर्टरूम से बाहर कर दिया जाएगा. ट्रंप कोर्टरूम से बाहर निकलने के बाद भी कुछ नहीं बोले.

ट्रंप के वकील टॉड ब्लांच ने कहा, “सुनवाई के दौरान ट्रंप ज़रूर परेशान दिखे. उनका मानना है कि कोर्टरूम में उनके साथ नाइंसाफ़ी हो रही थी.”

कोर्ट में पेश होने से पहले ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया नेटवर्क पर कहा था कि यह वो अमेरिका नहीं है, जिसके लिए जाना जाता है. मैनहैटन के बाद मंगलवार की रात ट्रंप अपने घर फ्लोरिडा पहुँचे और वहां अपने समर्थकों को संबोधित किया.

ट्रंप ने अपने संबोधन में कहा कि उनके ख़िलाफ़ जांच राजनीति से प्रेरित है. ट्रंप को सुनने उनके सैकड़ों समर्थक जुटे थे. ट्रंप ने डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी अल्विन ब्रैग और जज परिवार को भी निशाने पर लिया.

ट्रंप ने कहा कि उन्होंने एक निडर होकर अपने देश का बचाव किया है और यही उनका गुनाह है. ट्रंप ने कहा कि अमेरिका गर्त में जा रहा है.

डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी अल्विन ब्रैग भी पिछले हफ़्ते ट्रंप के ख़िलाफ़ आरोप स्वीकार करने के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से बोले.

ब्रैग ने न्यूज़ कॉन्फ़्रेंस में कहा कि मामला नियम के हिसाब से चलेगा और इसमें यह कोई मायने नहीं रखता है कि अभियुक्त कौन है.

ब्रैग ने कहा, “हम गंभीर आपराधिक हरकत को सामान्य नहीं बना सकते और न बनाएंगे.” डेमोक्रेटिक प्रॉसिक्युटर ने कहा कि हर जगह सही रिकॉर्ड ही अहम होता है लेकिन ख़ास कर मैनहैटन में क्योंकि यह दुनिया का वित्तीय सेंटर है.

ब्रैग से न्यूज़ कॉन्फ्ऱेंस में पूछा गया कि वह इस मामले को अभी क्यों ला रहे हैं? क्या यह समय सियासी नहीं है? इस सवाल के जवाब में डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी ने कहा उनके दफ़्तर को अतिरिक्त सबूत मिला है.

जज ने मंगलवार को ट्रंप को कोर्टरूम से बाहर चुप रहने का आदेश नहीं दिया था लेकिन चेताया था कि वह ऐसा कुछ भी ना कहें जिससे क़ानून व्यवस्था बिगड़े. ट्रंप को 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में इस मामले के कारण कई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. रिपब्लिकन पार्टी के भीतर से भी आवाज़ उठ रही है कि ट्रंप के ख़िलाफ़ जांच राजनीति से प्रेरित है.

पोर्न-फ़िल्म एक्ट्रेस स्टॉर्मी डेनियल्स के आरोप

डेनियल्स का कहना है कि साल 2006 की शुरुआत में उनका ट्रंप के साथ अफ़ेयर था. हालांकि इस बात से ट्रंप अब तक इनकार करते रहे हैं.

डेनियल्स का दावा है कि साल 2006 में कैलिफोर्निया और नेवादा के बीच मौजूद लेक टोहोय होटल में उनकी मुलाक़ात ट्रंप के साथ हुई. उस वक्त ट्रंप एक व्यवसायी थे. साल 2011 में डेनियल्स ने इनटच पत्रिका को एक इंटरव्यू दिया (जो इसी साल जनवरी में छापा गया) जिसमें उन्होंने दावा किया कि ट्रंप ने उन्हें डिनर का न्योता दिया, जिसके लिए वो ट्रंप के होटल के कमरे में उनसे मिलने पहुंचीं थीं.

उनका कहना था कि ट्रंप “काउच पर पैर पसार कर बैठे थे और शायद टेलीविज़न देख रहे थे. वो पजामा पहने हुए थे.”

डेनियल्स का दावा है कि उन्होंने होटल में ट्रंप के साथ संबंध बनाए. हालांकि उनके इस दावे पर ट्रंप के निजी वकील का कहना है कि ट्रंप इन आरोपों से इनकार करते हैं.

अगर डेनियल्स के आरोप सही हैं तो ये वाकया मेलानिया के ट्रंप के बेटे बैरन को जन्म देने के चार महीने बाद का है.

डेनियल्स का कहना है कि ट्रंप ने उनसे कहा था कि वो अपने टेलीविज़न शो ‘द एपरेन्टिस’ में उन्हें जगह दे सकते हैं. राष्ट्रपति पद के लिए चुनावी दौड़ में शामिल होने से पहले ट्रंप टेलीविज़न शो ‘द एपरेंटिस’ होस्ट किया करते थे.

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