मुसलमान लड़के से बेटी की शादी कर रहे हिंदू बीजेपी नेता की कार्यकर्ताओं को नसीहत

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DMT : उत्तराखंड  : (20 मई 2023) : –

उत्तराखंड में अपनी बेटी की शादी एक मुसलमान युवक से कर रहे हिंदू बीजेपी नेता ने पार्टी को सदस्यों को याद दिलाते हुए कहा है कि वो ये ना भूलें कि ये 21वीं सदी है और सभी को अपनी पसंद से रहने का हक़ है.

पौढ़ी-गढ़वाल नगर पालिका के अध्यक्ष यशपाल बेनाम की बेटी मोनिका की शादी 28 मई को मूल रूप से अमेठी के रहने वाले मोनिस अहमद के साथ हो रही है.

अंग्रेज़ी अख़बार द टेलीग्राफ़ की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ इसकी आलोचना के बाद कहा, “ये 21वीं सदी है और हमारे बच्चों के पास अपने फ़ैसले ख़ुद लेने का अधिकार है. किसी को इसका विरोध नहीं करना चाहिए.”

बेनाम ने कहा, “जो लोग इस शादी को धर्म के नज़रिये से देख रहे हैं मैं उनसे ये कहना चाहता हैं कि ये दो परिवारों के लिए बहुत अहम अहम है. इसमें दो युवा शामिल हैं और यहां धर्म सबसे कम महत्वपूर्ण चीज़ है. हालांकि ये शादी हिंदू रस्मो-रिवाज़ से हो रही है.”

मोनिका और मोनिस की शादी का कार्ड सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है और इस शादी को लेकर लोग अपनी अलग-अलग राय भी रख रहे हैं. बीजेपी के सदस्य और समर्थक यशपाल बेनाम की आलोचना कर रहे हैं.

बेनाम की पत्नी उषा रावत की तरफ़ से जारी शादी के निमंत्रण पत्र में दूल्हा और दुल्हन हाथों में मालाएं लिए खड़े हैं.

मोनिस और मोनिका लखनऊ यूनिवर्सिटी में साथ में पढ़ते थे और दोनों ने शादी करने का फ़ैसला किया. दोनों परिवारों ने उनके इस फ़ैसले का समर्थन किया है.

उत्तराखंड के गौसेवा आयोग के सदस्य और बीजेपी से जुड़े धर्मवरी गोसाईं ने कहा है कि हम इस तरह की शादियों को स्वीकार नहीं कर सकते हैं.

कर्नाटक में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजे 13 मई को आए थे. कांग्रेस ने 225 में से 135 विधानसभा सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया है. लेकिन पार्टी को मुख्यमंत्री का नाम घोषित करने में पांच दिन का वक़्त लग गया.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक़ शनिवार को होने जा रहे मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के शपथ ग्रहण के दौरान 28 अन्य मंत्री भी शपथ ले सकते हैं.

डीके शिवकुमार उप-मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे. गुरुवार को कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा था कि मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री के साथ मंत्रियों का समूह भी शपथ लेगा.

अख़बार ने सूत्रों के हवाले से कहा है, “सीएम और डिप्टी सीएम के साथ 28 मंत्री भी शपथ ले सकते हैं. पार्टी अब सरकार के गठन में कोई देरी नहीं करना चाहती है. सूची को अंतिम रूप दिया जा रहा है और इसके बाद हाई कमान इसे मंजूरी देगा. चार कैबिनेट मंत्री पदों को खाली रखा जा सकता है और उन्हें बाद में भरा जाएगा.”

सूत्रों के मुताबिक़ कर्नाटक में कांग्रेस सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के धड़ों में बंटी हैं और पार्टी दोनों की तरफ़ से मंत्री पद के लिए सुझाये गए नामों पर निर्णय लेने से पहले जाती, क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व और मेरिट देख रही है.

अख़बार ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि सिद्धारमैया के तीस महीनों के कार्यकाल के बाद डीके शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा और तब नए मंत्रियों को जगह दी जाएगी.

ग्रेटर नोडा शूटिंगः लड़की ने यूनिवर्सिटी को पहले ही दी थी शिकायत

द टाइम्स ऑफ़ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा स्थित शिव नादर यूनिवर्सिटी में गोलीबारी में मारी गई छात्रा ने पहले ही अपने सहपाठी के ख़िलाफ़ यूनिवर्सिटी प्रशासन को दो-तीन बार शिकायत दी थी.

गुरुवार को शिव नादर यूनिवर्सिटी की छात्रा स्नेहा चौरसिया की उनके सहपाठी अनुज सिंह ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. बाद में अनुज ने भी हॉस्टल में आत्महत्या कर ली थी.

यूनिवर्सिटी के एक अधिकारी ने अख़बार को बताया है कि स्नेहा ने अनुज के व्यवहार और उसके साथ ‘रिश्तों में आई परेशानियों’ के बारे में यूनिवर्सिटी प्रशासन को लिखित शिकायत दी थी.

यूनिवर्सिटी के वित्तीय अधिकारी राजा नटराजन के मुताबिक़, “स्नेहा ने अनुज के ख़िलाफ़ व्यक्तिगत कारणों से 2-3 शिकायतें दी थीं.”

राजा का कहना है कि इन शिकायतों के बाद यूनिवर्सिटी ने दोनों छात्रों की काउंसलिंग की थी.

यूनिवर्सिटी के एक छात्र ने अख़बार को बताया है कि स्नेहा और अनुज कैंपस में साथ ही दिखते थे लेकिन पिछले कुछ महीनों से दोनों का ब्रेक-अप हो गया था.

अनुज ने स्नेहा की हत्या करने से दस मिनट पहले एक 23 मिनट का वीडियो यूनिवर्सिटी के ग्रुप में भेजा था इसमें उसने स्नेहा की शिकायतों और उसके साथ हुए ब्रेक-अप का ज़िक्र करते हुए कहा है कि वो इस स्थिति को संभाल नहीं पा रहा है.

बेटी के ‘रेप’ की एफ़आईआर न करने का आरोप, पिता ने की आत्महत्या

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में मंगलवार रात एक 44 वर्षीय दलित किसान ने आत्महत्या कर ली.

द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक़ मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने मृतक की 15 वर्षीय बेटी के कथित अपहरण और बलात्कार के मामले में कार्रवाई नहीं की थी जिससे आहत होकर किसान ने ये क़दम उठाया.

आरोप है कि 9 मई को लड़की को तीन लोगों ने अग़वा कर लिया था और उनमें से एक ने उसके साथ बलात्कार किया.

पुलिस में शिकायत देने के बाद लड़की अगले दिन लौट आई थी लेकिन परिवार का आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में एफ़आईआर दर्ज नहीं.

मीडिया से बात करते हुए किसान के बेटे ने कहा, “तीन-चार लोगों ने मेरी बहन को अगवा कर लिया था और उसे एक रात अपने पास रखा. हम केस दर्ज कराने थाने गए थे लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. हमने 9 मई की रात को ही शिकायत पुलिस को दी थी लेकिन किसी ने हमारी नहीं सुनीं. मेरे पिता ने 17 मई को आत्महत्या कर ली.”

वहीं इस मामले में अमेठी के पुलिस अधीक्षक अतुल शर्मा ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा है, “लड़की के लापता होने की जानकारी परिवार ने पुलिस को दी थी. 24 घंटों के भीतर जिस युवक के साथ वो गई थी उसके रिश्तेदार उसे लेकर थाने पहुंचे थे. थाने में दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया था. हमें पता चला है कि बाद में दोनों पक्षों में विवाद हुआ है और यही व्यक्ति के आत्महत्या करने का कारण हो सकता है. “

पुलिस अधीक्षक का कहना है कि इस पूरे मामले की जांच की जा रही है और अगर किसी पुलिसकर्मी की लापरवाही सामने आई तो उस पर सख़्त कार्रवाई की जाएगी.

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