रूस के लिए राष्ट्रपति पुतिन के आवास क्रेमलिन पर हमला शर्मनाक क्यों?

Hindi International

DMT : मॉस्को : (04 मई 2023) : –

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के दफ़्तर से एक नाटकीय बयान जारी कर दावा किया गया है कि यूक्रेन ने दो ड्रोन का इस्तेमाल क्रेमलिन पर हमला करने में किया है.

क्रेमलिन रूसी राष्ट्रपति के आवासीय परिसर को कहा जाता है, जो राजधानी मॉस्को में स्थित है.

ड्रोन हमले को नाकाम करने के लिए रूसी बलों ने रेडार उपकरण का इस्तेमाल किया. क्रेमलिन की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि कोई हताहत नहीं हुआ है और राष्ट्रपति पुतिन पूरी तरह से सुरक्षित हैं.

लेकिन क्रेमलिन ने अपने बयान में कहा है कि यह राष्ट्रपति पुतिन की हत्या की कोशिश थी.

क्रेमलिन के बयान के बाद से ड्रोन हमले के कई वीडियो सामने आए. वीडियो में दिख रहा है कि कम से कम एक ड्रोन क्रेमलिन की ओर जा रहा है और उसी में आगे चल कर धमाका होता है.

एक और वीडियो में दिख रहा है कि क्रेमलिन के एक स्ट्रक्चर के पास आग के साथ धुआँ उठ रहा है. बीबीसी इस बात की पुष्टि नहीं कर पाया है कि वह ड्रोन था और वाक़ई हुआ क्या था.

लेकिन क्रेमलिन जो कह रहा है, वह सच है और यह वाक़ई राष्ट्रपति पुतिन की जान लेने की कोशिश थी तो यह रूस के लिए बेहद शर्मनाक है.

कहा जाता है कि पुतिन दुनिया के उन अहम नेताओं में से एक हैं जिनकी तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए परिंदे के लिए पर मारना भी आसान नहीं होता.

पुतिन की मौजूदगी वाले समारोहों में शामिल होने वाले बीबीसी पत्रकार बताते हैं कि कितनी कड़ी सुरक्षा होती है. पुतिन की सुरक्षा के लिए ट्रैफ़िक को रोक दिया जाता है और एयर स्पेस भी बंद कर दिया जाता है. बेहद गहन जाँच होती है.

ऐसे में सवाल पूछा जा रहा है कि रूसी राष्ट्रपति का सुरक्षा घेरा कितना अभेद्य है. रूसी एयर डिफ़ेंस को लेकर भी गंभीर सवाल उठ रहा है. हाल के महीनों में मॉस्को की अहम इमारतों की छतों पर एंटी एयरक्राफ़्ट सिस्टम देखा गया है. इन इमारतों में रूसी रक्षा मंत्रालय भी शामिल है.

ऐसा कुछ ठोस वजहों से किया गया है. यूक्रेन और उससे सहानुभूति रखने वालों से क्रेमलिन को एरियल अटैक (हवाई हमले) का डर है. अगर इसके बावजूद क्रेमलिन तक ड्रोन पहुँच गया तो रूस की तैयारी नाकाम रही है.

हाल के हफ़्तों और महीनों में रूसी क्षेत्र में यह सबसे हालिया हमला है. हाल के दिनों में ऐसी घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है.

बुधवार सुबह रूस के क्रास्नोदर इलाक़े में एक फ़्यूल डीपो में आग लगी थी. कहा जा रहा है कि ड्रोन हमले के कारण ही आग लगी थी. ब्रिंस्क इलाक़े में दो मालगाड़ी पटरी से उतर गए थे. यह इलाक़ा यूक्रेन की सीमा से लगा है. स्थानीय गवर्नर ने बताया है कि ऐसा आईइडी धमाके के कारण हुआ था.

रूस के क़ब्ज़े वाले क्राइमिया में तैनात रूसी अधिकारियों ने बताया है कि एक फ़्यूल स्टोरेज पर यूक्रेन के ड्रोन से हमला किया गया था. इस तरह के बढ़ते हमले से रूस के आम लोगों में घबराहट है.

रूसी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, आम लोगों की ओर से मॉस्को में पुलिस के पास ड्रोन को लेकर शिकायतों की बाढ़ आ गई है.

यूक्रेन ने क्रेमिलन पर हमला या पुतिन को निशाने पर लेने की बात को ख़ारिज किया है. लेकिन रूस जो कह रहा है वो सही है या ग़लत उसे छोड़ भी दें तो सवाल उठता है कि क्या मॉस्को की ओर से यूक्रेन को जवाब मिलेगा? अगर हाँ तो कैसे?

कुछ रूसी अधिकारियों ने पहले से ही कड़ी कार्रवाई की बात कही है. अगर पुतिन की हत्या की कोशिश हुई है तो यह बेहद गंभीर मामला है. रूसी जनरलों ने रूसी इलाक़े में हमले के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की धमकी दी थी.

लेकिन क्या रूस के पास सार्थक हमले की क्षमता है? यह इस बात पर भी निर्भर करेगा कि हाल के हमलों से यूक्रेन में जंग की आग और तेज़ होती है या नहीं.

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