बीते हफ्ते मध्य पूर्व में किस देश ने कहां पर दागीं मिसाइलें, बरसाए बम?

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DMT : ईरान : (22 जनवरी 2024) : –

बीते हफ्ते पूरे मध्य-पूर्व में हिंसा का नया दौर देखने को मिला. इससे पहले से ही अस्थिर इस इलाके में लड़ाई के और फैलने की आशंका बढ़ गई है.

आइए हम आपको संक्षेप में बताते हैं कि बीते हफ्ते क्या-क्या हुआ. और यह कहां तक ले जा सकता है.

ईरान-पाकिस्तान में तनातनी

मंगलवार को ईरान ने पाकिस्तानी क्षेत्र पर मिसाइल और ड्रोन से हमला किया. ईरान ने कहा कि उसने ईरानी सुन्नी मुस्लिम आतंकवादी समूह, जैश अल अद्ल को निशाना बनाया. जिसने ईरान के अंदर हमले किए हैं.

पाकिस्तान ने ईरान के हमले में दो बच्चों की मौत होने की बात कही है. जवाबी हमला करते हुए पाकिस्तान ने ईरान में मिसाइलें दागीं.

अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए महत्वपूर्ण जलमार्ग, लाल सागर में व्यापारिक जहाजों को यमन के हूती विद्रोहियों ने निशाना बनाया. इसके बाद बीते हफ्ते अमेरिकी नौसेना ने उनके ठिकानों पर के मिसाइल हमले किए.

ग़ज़ा में युद्ध शुरू होने के बाद नवंबर में ईरान समर्थित हूतियों ने हमले तेज कर दिए. उन्होंने फलस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए इसराइल से जुड़े जहाजों को तब तक निशाना बनाने की कसम खाई है, जब तक इसराइल का हमला चलता रहेगा.

इससे अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में सभी व्यापारिक जहाज खतरे में पड़ गए हैं.

अमेरिका और ब्रिटेन ने अपने सहयोगियों के समर्थन से हूतियों को रोकने की कोशिश में पिछले हफ्ते उनके खिलाफ पहला हवाई हमला किया. लेकिन हूती अभी भी रुके नहीं हैं.

सोमवार को हूतियों ने अदन की खाड़ी में एक अमेरिकी जहाज पर हमला किया. यह किसी अमेरिकी जहाज पर हूतियों का पहला सफल हमला था. बुधवार को उन्होंने दूसरा हमला किया.

इसराइल-हिज़्बुल्लाह-ईरान

इसराइल और ईरान के बीच कई सालों से चल रहा छाया युद्ध सोमवार को और तेज हो गया, जब ईरान ने इराक के अर्ध-स्वायत्त कुर्दिस्तान के इरबिल में इसराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद के मुख्यालय पर मिसाइलें दागीं.

इस हमले में चार लोगों की मौत हो गई. हालांकि इराक ने वहां मोसाद के होने से इनकार करते हुए हमले की निंदा की.

ईरान का कहना है कि उसका हमला हाल ही में सीरिया में एक वरिष्ठ ईरानी कमांडर और लेबनान में दो शीर्ष ईरान समर्थित चरमपंथियों की कथित इसराइली हत्याओं की प्रतिक्रिया में था.

ईरान और इस्लामिक स्टेट

इराक में हमले के साथ ही ईरान ने उत्तर-पश्चिम सीरिया में विद्रोहियों के कब्जे वाले प्रांत में मिसाइलें दागीं.

ईरान ने कहा कि उसने 3 जनवरी को दक्षिणी ईरान में हुए आईएस के आत्मघाती हमले के जवाब में इस्लामिक स्टेट (आईएस) समूह के ठिकानों को निशाना बनाया.

ईरान में हुए हमले में 94 लोगों की मौत हो गई थी. आईएस, एक सुन्नी जिहादी समूह है. वह शिया मुसलमानों को विधर्मी मानता है. ईरान इस क्षेत्र में प्रमुख शिया ताकत है.

इसराइल-सीरिया-ईरान

सीरियन ऑब्जर्बटरी फॉर ह्यूमन राइट के मुताबिक सीरिया की राजधानी दमिश्क में शनिवार को हुए एक हवाई हमले में 10 लोगों की मौत हो गई थी.

मतृकों में से पांच लोग ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) से जुड़े थे.

सीरिया और ईरान ने इसके लिए इसराइल को दोषी ठहराया. ईरान ने इसका बदला लेने की कसम खाई है.

बीते हफ्ते के शुरू में दमिश्क के आसपास इसी तरह के हमले हुए थे. इसराइल ने हालांकि कोई टिप्पणी तो नहीं की है, लेकिन उसने पहले सीरिया में सैकड़ों हवाई अभियान चलाने की बात स्वीकार की है.

इनमें ईरान से जुड़े लक्ष्यों पर हमले शामिल हैं. सीरियाई वायु रक्षा प्रणाली अब तक एक भी लड़ाकू विमान को नहीं रोक पाई है. जवाबी कार्रवाई युद्ध से घिरे क्षेत्र में एक नया संकट पैदा कर सकती है.

इसराइल-ग़ज़ा

ग़ज़ा में इसराइल और हमास के बीच भीषण लड़ाई जारी है. वहां युद्ध अब 15वें हफ्ते में पहुंच गया है.

हमास की ओर से संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले रविवार से इसराइली बमबारी में कम से कम 891 फलस्तीनी मारे गए हैं.

इससे 7 अक्टूबर के बाद से मरने वालों की संख्या 25,000 से अधिक हो गई है. वहीं इसी अवधि में युद्ध में मरने वाले इसराइलियों की कुल संख्या 189 हो गई.

इसराइली सेना के मुताबिक बीते हफ्ते दक्षिणी शहर खान यूनिस पर उसने अपना आक्रमण तेज कर दिया है.

इसराइली टीवी के मुताबिक इसराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि युद्ध 2025 तक जारी रह सकता है.

इसराइल पर सोमवार को कार से हमला और चाकूबाजी की घटना हुई. पुलिस ने कब्जे वाले वेस्ट बैंक से दो फलस्तीनी संदिग्धों को गिरफ्तार किया था. इस हमले की हमास ने सराहना की.

इस हमले में एक महिला की मौत हो गई और 17 अन्य लोग घायल हो गए थे. गाजा युद्ध की शुरुआत के बाद से यह इसराइल में इस तरह के पहले हमलों में से एक था.

वेस्ट बैंक में हिंसा भी बढ़ गई है. चिकित्सकों ने कहा कि बुधवार को वहां इसराइली हवाई हमलों में नौ फलस्तीनी मारे गए.

इराक में गठबंधन सेनाएं

अमेरिकी सेंट्रल कमांड के मुताबिक पश्चिमी इराक में अमेरिकी नेतृत्व वाली गठबंधन सेना जिस एयर बेस का इस्तेमाल किया, शनिवार को उस पर मिसाइलें दागी गईं.

इसमें कई अमेरिकी सैनिक घायल हो गए. हमले के पीछे ईरान समर्थक आतंकवादियों का हाथ होने का संदेह है.

इराक और उत्तर-पूर्व सीरिया में अमेरिकी और गठबंधन सेनाओं के ठिकानों पर हाल के महीनों में ईरान समर्थित चरमपंथियों ने दर्जनों बार हमला किया है.

अमेरिका ने जवाबी कार्रवाई भी की है. इन हमलों को अमेरिका के साथ ईरान के अप्रत्यक्ष संघर्ष के रूप में देखा जाता है.

इस्लामिक स्टेट समूह के फिर से उठ खड़े होने से रोकने के लिए करीब 3,400 गठबंधन कर्मी इराक और सीरिया में तैनात हैं.

बीते हफ्ते मध्य पूर्व में अन्य स्थानों पर भी एक देश की ओर से दूसरे देश पर हमले किए गए.

तुर्की के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक उसने सोमवार को उत्तरी इराक में कुर्द आतंकवादियों और उत्तरी सीरिया में अमेरिका समर्थित कुर्द नेतृत्व वाले मिलिशिया गठबंधन पर हवाई हमले किए.

यह तुर्की और हथियारबंद कुर्द समूहों के बीच दशकों पुराने संघर्ष का हिस्सा है. इन समूहों को तुर्की आतंकवादी संगठन मानता है.

तुर्की के हमलों में से एक में 3,000 से अधिक आईएस कैदियों वाली जेल को निशाना बनाया गया.

वहीं जॉर्डन ने सीरिया की सीमा पर हवाई हमले किए. इसमें दस लोगों के मारे जाने की खबर है. माना जा रहा है कि इसका निशाना ड्रग तस्कर थे.

जॉर्डन ने सीरिया में ईरान समर्थित मिलिशिया पर एम्फ़ैटेमिन कैप्टागन की तस्करी का आरोप लगाया है.

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