DMT : मुंबई : (03 जुलाई 2023) : – महाराष्ट्र की सियासत में एक बार फिर रविवार को बड़ा उलटफेर हुआ। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने अपने चाचा एवं पार्टी अध्यक्ष शरद पवार को गच्चा देते हुए एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। साथ ही पार्टी के आठ अन्य नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली। सूत्रों के मुताबिक पटना में हाल में हुई विपक्ष की बैठक में राकांपा अध्यक्ष शरद पवार और कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले की मौजूदगी से अजित पवार और समर्थक खफा थे।
बदले सियासी माहौल के बीच, राजभवन में राज्यपाल रमेश बैस ने अजित एवं छगन भुजबल, दिलीप वाल्से पाटिल, हसन मुशरिफ, धनंजय मुंडे, अदिति तटकरे, धर्मराव अत्राम, अनिल पाटिल और संजय बनसोडे को शपथ दिलाई। भुजबल और पाटिल राकांपा अध्यक्ष शरद पवार के कट्टर समर्थक माने जाते रहे हैं। राजभवन में महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर, उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल और राकांपा के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल भी मौजूद रहे। भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले ने दावा किया कि राकांपा के 40 विधायकों (कुल 53 में से) ने राज्य सरकार का समर्थन किया है। इस दौरान अजित ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की सराहना की। उन्होंने राकांपा में किसी भी तरह के विभाजन से इनकार करते हुए कहा कि वे भविष्य के सभी चुनाव राकांपा के चिह्न पर लड़ेंगे। उन्होंने कहा, ‘अगर हम शिवसेना के साथ जा सकते हैं, तो हम भाजपा के साथ भी जा सकते हैं। नगालैंड में भी यही हुआ।’ इस पूरे घटनाक्रम के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, ‘अब डबल इंजन की सरकार ट्रिपल इंजन की हो गई है। अब हमारे पास एक मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्री हैं। इससे राज्य का तेजी से विकास करने में मदद मिलेगी।’
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के बाद, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने अपने सहयोगी दल भाजपा के साथ संबंध तोड़ लिए थे। बाद में, फडणवीस और अजित पवार ने क्रमश: मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, लेकिन उनकी सरकार केवल 80 घंटे तक चली। इसके बाद ठाकरे ने एमवीए सरकार बनाने के लिए राकांपा और कांग्रेस से हाथ मिला लिया। पिछले साल जून में, शिंदे के नेतृत्व में विद्रोह के कारण शिवसेना में विभाजन हो गया था और एमवीए सरकार गिर गई। फिर शिंदे भाजपा के समर्थन से मुख्यमंत्री बने।
मेरे लिए प्रकरण नया नहीं : शरद पवार
पुणे : राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा कि पार्टी लाइन का उल्लंघन करने वालों पर फैसला लेना होगा। शरद पवार ने यहां प्रेसवार्ता में कहा कि इस घटनाक्रम के बाद उनका प्रयास राज्य और देश के भीतर जितना संभव हो सके यात्रा करना और लोगों के साथ संबंध बनाना होगा। उन्होंने कहा, ‘आज का प्रकरण दूसरों के लिए नया हो सकता है, मेरे लिए नहीं।’ शरद पवार ने कहा कि उन्हें इस बात की चिंता नहीं है कि लोग चले गए हैं, बल्कि उन्हें उनके भविष्य की चिंता है।
फडणवीस, प्रफुल्ल पटेल को केंद्र में मिल सकती है कुर्सी
नयी दिल्ली : सत्तारूढ़ भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की कई दौर की बैठकों के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल व विस्तार की संभावना को लेकर जारी चर्चाओं के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता करेंगे। अजित पवार के महाराष्ट्र में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही देवेंद्र फडणवीस को केंद्र सरकार में लाए जाने की अटकलें तेज हो गई हैं। अजित पवार के साथ आये राकांपा के वरिष्ठ सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल को भी एक संभावित दावेदार के रूप में देखा जा रहा है। भाजपा सूत्रों ने संकेत दिया है कि सहयोगी दलों को मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। सूत्रों ने कहा कि कुछ राज्यों सहित भाजपा के केंद्रीय संगठन में भी कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं, क्योंकि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार तेज करने में जुटा है। मोदी ने 28 जून को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बैठक की थी। इससे पहले, संगठनात्मक और राजनीतिक मामलों का जायजा लेने के लिए शाह और नड्डा सहित अन्य शीर्ष नेता कई दौर की बैठक कर चुके हैं। सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल में किसी भी तरह का फेरबदल आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर भी किया जाएगा। इस साल के अंत में राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और मिजोरम में चुनाव होने हैं। राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में भाजपा का सीधा मुकाबला कांग्रेस से है।
ऑपरेशन लोटस का हिस्सा : राकांपा
राकांपा प्रवक्ता महेश तपासे ने कहा, ‘महाराष्ट्र में शपथ ग्रहण समारोह ‘ऑपरेशन लोटस’ का हिस्सा है और इसे राकांपा का कोई आधिकारिक समर्थन नहीं है। जिन लोगों ने शपथ ली, वह उनका निजी फैसला है, राकांपा का नहीं।’
जितेंद्र आव्हाड होंगे नेता प्रतिपक्ष
राकांपा ने अब अजित पवार की जगह विधायक जितेंद्र आव्हाड को महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नियुक्त कर दिया है। राकांपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने उन्हें पार्टी का मुख्य सचेतक और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया है। राकांपा में टूट के बाद संभावित दलबदल और अयोग्यता संबंधी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए आव्हाड ने कहा, ‘सभी विधायकों को मेरे व्हिप का पालन करना होगा।’