पाकिस्तान एयरलाइंस के पास नहीं है विमानों में ईंधन भरवाने के पैसे, कर्ज़ की वजह से उड़ानें हो रहीं रद्द

Hindi International

DMT : पाकिस्तान  : (19 अक्टूबर 2023) : –

कराची में कॉर्पोरेट सेक्टर की एक कंपनी में काम करने वाले नवीद क़ुरैशी ने मंगलवार की शाम सात बजे पाकिस्तान की राष्ट्रीय एयरलाइंस पीआईए की इस्लामाबाद से कराची जाने वाली फ़्लाइट में टिकट बुक कराया था.

इस्लामाबाद में ज़रूरी काम निपटाकर वह उड़ान के समय से एक घंटा पहले इस्लामाबाद एयरपोर्ट पहुंच गए लेकिन वहां उन्हें पता चला कि पीआईए की शाम सात बजे की फ़्लाइट में देरी हो रही है.

एयरलाइंस के कर्मचारियों से मालूम करने पर पता चला कि फ़्लाइट का नया समय अभी तय नहीं किया गया है. नवीद क़ुरैशी को कराची वापस घर पहुंचना था लेकिन उन्हें इस्लामाबाद से कराची तक जाने में देरी हो गई.

नवीद के अनुसार उनका इंतज़ार लंबा होता गया क्योंकि रात बारह बजे तक फ़्लाइट के जाने के कोई आसार नज़र नहीं आए. उन्होंने बताया कि यह फ़्लाइट बुधवार की सुबह दो-ढाई बजे कराची के लिए रवाना हुई और वह सुबह छह अपने घर पहुंचे.

नवीद ने बताया कि फ़्लाइट में देरी की जो वजह उन्हें बताई गई वह हवाई जहाज़ के लिए ईंधन न मिलना थी. उनके अनुसार मंगलवार की रात को बारह बजे जब तारीख़ बदली तो फिर हवाई जहाज़ के लिए ईंधन की व्यवस्था की गई, जिसके बाद यह इस्लामाबाद से कराची के लिए रवाना हुआ.

नवीद के अनुसार उड़ान में देरी से उन्हें बेहद मानसिक तनाव और परेशानी हुई क्योंकि इस्लामाबाद में सारे दिन की व्यस्तता के बाद उन्हें कराची घर पहुंचना था जो समय पर न हो सका.

लेकिन नवीद ऐसे अकेले यात्री नहीं. पीआईए की उड़ानों से यात्रा करने वाले घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को फ़्लाइट्स में देरी की वजह से कई घंटे तक इंतज़ार करना पड़ रहा है या फिर उड़ान रद्द होने की वजह से वे दूसरी एयरलाइंस के अंतिम समय में महंगे टिकट खरीदने पर मजबूर हो रहे हैं.

पीआईए की उड़ानों में देरी या ये रद्द क्यों हो रही हैं?

पिछले कई दिनों से पीआईए की घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ाने कैंसिल होने या इनमें देरी की वजह एयरलाइंस की फ़्लाइट्स के लिए ईंधन उपलब्ध न होना है.

पीआईए की प्रेस रिलीज़ के अनुसार उसकी उड़ानों में देरी हो रही है और कुछ रद्द भी कर दी गई हैं. पीआईए ने कहा कि पाकिस्तान स्टेट ऑयल (पीएसओ) की ओर से उसे हर दिन सीमित मात्रा में ईंधन दिया जा रहा है जो उड़ानों में देरी या उनके रद्द होने की वजह बन रहा है.

पीआईए के प्रवक्ता ने बताया कि ईंधन नहीं मिलने के कारण 17 अक्टूबर को 13 घरेलू उड़ानें जबकि 11 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द की गई हैं. वहीं, 12 उड़ानों की रवानगी में देरी हुई है.

प्रवक्ता ने बताया कि ईंधन की उपलब्धता की वर्तमान स्थिति के मद्देनज़र पीआईए ने 18 अक्टूबर को 16 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें और आठ घरेलू उड़ानें रद्द कर दीं जबकि कुछ उड़ानों के आने और जाने के समय में देरी हुई है.

उन्होंने कहा कि फ़्लाइट ऑपरेशन में गड़बड़ी की वजह से अब एक-दो दिन तक और उड़ानों में देरी हो सकती है.

पीआईए के प्रवक्ता ने बीबीसी को बताया कि उड़ानों में देरी या उन्हें रद्द करने की वजह ईंधन की कम सप्लाई है. वहीं ईंधन की आपूर्ति कम होने के पीछे वजह इसके बकाया के भुगतान में देरी है.

उनके अनुसार पीएसओ ने कहा है कि बक़ायों का भुगतान करें, इसके बाद ईंधन उपलब्ध किया जाएगा, इसके बाद तय हुआ कि पीआईए पीएसओ को हर दिन दस करोड़ रुपए का भुगतान करेगी. अब इस रक़म को और बढ़ाया जा रहा है जो हर दिन पंद्रह करोड़ रुपए होगी.

उन्होंने इस बात को स्वीकार करते हुए कहा कि ईंधन की कम उपलब्धता की वजह से उड़ानें रद्द हुईं और देर से उड़ीं. लेकिन इस मामले को पीएसओ के साथ मिलकर देखा जा रहा है ताकि फ़्लाइट ऑपरेशन को सामान्य बनाया जा सके.

इधर पीएसओ के प्रवक्ता के अनुसार उनकी संस्था ने पीआईए के विमानों के लिए ईंधन की सप्लाई को कभी नहीं रोका.

प्रवक्ता ने बताया कि आठ अक्टूबर से लेकर 17 अक्टूबर तक पीएसओ की ओर से पीआईए को एक अरब 85 करोड़ रुपए का ईंधन उपलब्ध कराया गया है जबकि इसके मुक़ाबले में पीएसओ को मिलने वाला भुगतान एक अरब 10 करोड़ रुपए है.

उन्होंने कहा कि बुधवार के दिन पीआईए की ओर से 15 करोड़ रुपए की और रक़म पीएसओ को वसूल हुई है. “हम दोनों संस्थाओं के बीच एक ऐसा हल चाहते हैं जो समस्याओं को हल कर सके.”

क़सूर किसका है?

पीआईए और पीएसओ दोनों सरकारी नियंत्रण में चलने वाली संस्थाएं हैं. दोनों के बीच ईंधन के भुगतान को लेकर चल रहे विवाद का नुक़सान आम यात्री भुगत कर रहे हैं.

दोनों के बीच भुगतानों के विषय पर बात करते हुए कराची में एविएशन मामलों के वरिष्ठ पत्रकार जावेद असग़र चौधरी ने बीबीसी से कहा कि इस मामले में क़सूर पीआईए का है जो पीएसओ को ईंधन का भुगतान नहीं कर पा रही.

उन्होंने बताया कि पीआईए को 26 अरब रुपये पीएसओ को देने थे जिसे सरकार की ओर से हस्तक्षेप के बाद रोक दिया गया.

उन्होंने बताया कि यह तय हुआ था कि हर दिन भुगतान किया जाएगा लेकिन इस सिलसिले में भी अब पीआईए पर बकाया डेढ़ अरब रुपए से अधिक हो गया है.

जावेद ने पीआईए की ‘नॉन प्रोफ़ेशनल’ प्रशासकीय व्यवस्था को इसका दोषी ठहराया जो प्रोफ़ेशनल अंदाज़ में संस्था को चलाने में नाकाम है.

जावेद ने कहा हालात इस हद तक पहुंच गए हैं कि सोमवार के दिन तो एक भी घरेलू उड़ान रवाना नहीं हो सकी थी. उन्होंने इस राय को ख़ारिज कर दिया कि पीआईए का निजीकरण समस्या का हल है.

“कोई पीआईए को क़र्ज़ देने को तैयार नहीं”

पीआईए की ओर से ईंधन की क़ीमत अदा न करने की वजह संस्था का बढ़ता हुआ आर्थिक घाटा है जिसमें पिछले कुछ समय में इज़ाफ़ा रिकॉर्ड किया गया और संस्था की ओर से बक़ाया अदायगी के सिलसिले में मुश्किलें बढ़ी हैं.

पीआईए की ओर से जारी वित्तीय रिपोर्ट के अनुसार 2023 के पहले छह महीनों में इसका आर्थिक घाटा 60 अरब 71 करोड़ रुपए रहा है जो पिछले साल के पहले छह महीने में 41.32 अरब रुपये था.

सन 2023 के पहले छह महीनों में रुपये के मूल्य में कमी की वजह से पीआईए को 27.45 अरब रुपए का घाटा हुआ जबकि सन 2022 के पहले छह महीनों में एक्सचेंज का नुक़सान 13.85 अरब रुपया था.

रिपोर्ट में बताया गया कि सन 2023 के पहले छह महीनों में ईंधन और तेल की मद में 48.34 अरब रुपए ख़र्च हुए जबकि यही रक़म पिछले वित्तीय वर्ष की इस अवधि में 30.78 अरब रुपए थी.

पीआईए के बढ़ते घाटे की वजह से कार्यवाहक सरकार की ओर से इसके निजीकरण की घोषणा हाल के दिनों में की गई है.

कार्यवाहक निजीकरण मंत्री फ़व्वाद हसन फ़व्वाद के अनुसार कोई वित्तीय संस्था पीआईए को केंद्र सरकार के आश्वासन पर भी क़र्ज़ देने के लिए तैयार नहीं है.

उन्होंने कहा कि पीआईए के निजीकरण के लिए कोई अंतिम तिथि तय नहीं की गई है लेकिन इसके जल्द से जल्द निजीकरण के लिए कोशिश की जाएगी.

इधर पीआईए की ओर से उसकी उड़ानों में देरी या उसके रद्द होने के बाद यात्रियों के लिए क्या उपाय किए गए हैं, इसके बारे में उसके प्रवक्ता ने बताया कि उड़ान में देरी पर स्टाफ़ यात्रियों की देखभाल के लिए मौजूद होता है और उसकी ओर से यात्रियों को खाने के समय में खाना और चाय उपलब्ध कराई जाती है.

उनका कहना था कि अगर देरी की वजह से कोई यात्री वैकल्पिक उड़ान चाहता है तो उसे वैकल्पिक उड़ान के लिए टिकट दे दिया जाता है. उन्होंने कहा कि इसी तरह उड़ान रद्द होने की स्थिति में टिकट की रक़म यात्री को रिफ़ंड कर दी जाती है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *