मदुरै ट्रेन हादसाः अब तक 9 की मौत, रेलवे ने बताया- कैसे लगी आग

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DMT : मदुरै  : (26 अगस्त 2023) : –

तमिलनाडु के मदुरै रेलवे स्टेशन के पास खड़े रेल के एक डिब्बे में आग लग गई जिसमें कम से कम 9 लोगों की मौत हो गई है.

शनिवार सुबह हुए इस हादसे के कारणों के बारे में दक्षिण रेलवे ने कहा है कि आग एक “गैस सिलेंडर” के कारण लगी जिसे “अवैध तरीक़े से” ट्रेन में ले जाया जा रहा था.

समाचार एजेंसी पीटीआई ने कहा है कि ये ट्रेन का एक प्राइवेट कोच था जो उत्तर प्रदेश के लखनऊ से आया था. घटना के वक़्त ट्रेन रेलवे स्टेशन पर खड़ी थी.

कहां जा रही थी ट्रेन?

दक्षिण रेलवे ने एक बयान जारी कर रहा है कि ये डिब्बा शुक्रवार को नागरकोयल जंक्शन में पुनालूर-मदुरै एक्सप्रेस में जोड़ा गया था और सवेरे तड़के मदुरै पहुंचा था.

यहां इसे ट्रेन से अलग कर यार्ड में रखा गया था.

उत्तर प्रदेश के ये तीर्थयात्री लखनऊ से सवार हुए थे और रामेश्वरम जा रहे थे.

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक़ एक ट्रैवल एजेंसी ने यात्रियों के लिए इस कोच को बुक किया था.

इस डिब्बे के यात्रियों का सफर 17 अगस्त को लखनऊ से शुरू हुआ था और यात्री रविवार को चेन्नई पहुंचने वाले थे. वहां से ये लोग वहां से वापिस लखनऊ लौटने वाले थे.

आग कब लगी, क्यों लगी?

मदुरै की ज़िलाधिकारी एमएस संगीता के मुताबिक़, “रविवार सवेरे मदुरै रेलवे स्टेशन पर खड़े एक कोच में आग लग गई. डिब्बे में उत्तर प्रदेश से आए तीर्थयात्री थे.”

ज़िलाधिकारी के मुताबिक़ सुबह चाय बनाने के लिए जब यात्रियों ने स्टोव जलाया तो सिलेंडर में धमाका हो गया.

मीडिया से बात करते हुए ज़िलाधिकारी ने कहा, “55 लोगों को बचाया गया है और अब तक 9 शव मिले हैं. बचाव कार्य अभी चल रहा है.”

दक्षिण रेलवे ने जानकारी दी है कि ये हादसा शनिवार सवेरे 5:15 पर हुआ. अपने बयान में रेलवे ने कहा है कि ये डिब्बा एक प्राइवेट पार्टी कोच था जो मदुरै के रेलवे यार्ड में खड़ा था. अग्निशमन दल के कर्मचारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गए थे और 7:15 तक आग पर काबू पा लिया गया. आग के कारण दूरे डिब्बों को कोई नुक़सान नहीं पहुंचा है.

दक्षिण रेलवे का बयान

दक्षिण रेलवे ने अपने बयान में कहा है कि प्राइवेट पार्टी कोच में ज्वलनशील पदार्थ ले जाना ग़ैर-क़ानूनी होता है लेकिन अवैध तरीक़े से डिब्बे में गैस सिलेंडर ले जाया गया था जिस कारण हादसा हुआ.

उत्तर पूर्वी रेलवे के डिविज़नल रेलवे मैनेजर आदित्य कुमार ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा कि ट्रैवल एजेंसी ने आईआरसीटीसी के ज़रिए बुकिंग कराई थी.

उन्होंने कहा कि “ट्रैवल एजेंट जिसमे बुकिंग कराई थी उसकी तलाश जारी है लेकिन वो फरार हो गया है. एजेंट ने 63 लोगों की बुकिंग कराई थी.”

“कोच जब लखनऊ से चला था तो उस वक्त नियम के अनुसार उसकी चेकिंग हुई थी और उसमें कोई गैस सिलेंडर नहीं था. अब सिलेंडर कहां से आया, कैसे आया इसकी जांच होगी.”

प्रदेश के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने हादसे पर दुख जताया है और कहा और प्रभावित परिवारों के लिए तीन लाख के मुआवज़े की घोषणा की है.

उन्होंने कहा है कि “मैंने कमर्शियल टैक्स मंत्री पी मूर्ति और अन्य अधिकारियों को आदेश दिया है कि वो सुनिश्चित करें कि घायलों का जल्द से जल्द और उचित इलाज हो. जो लोग हादसे में मारे गए हैं उनके शवों को उचित सम्मान के साथ उनके गृहनगर तक पहुंचाया जाए.”

दक्षिण रेलवे ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए दस लाख रुपये के मुआवज़े की घोषणा की है.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे से प्रभावित उत्तर प्रदेश के लोगों के परिजनों के लिए दो लाख के मुआवज़े की घोषणा की है.

उन्होंने सोशल मीडया पर कहा है कि उन्होंने संबंधित अधिकारियों को घायलों के समुचित इलाज के लिए निर्देश दिए हैं, साथ ही प्रभावित लोगों की मदद के लिए टोल फ्री नंबर 1070 भी जारी किया है.

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