रेलवे सुरक्षा का पैसा फुट मसाजर, क्रॉकरी और जैकेट पर ख़र्च हुआः सीएजी रिपोर्ट

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DMT : नई दिल्ली : (10 जून 2023) : –

नरेंद्र मोदी सरकार ने साल 2017 में रेलवे सुरक्षा को बेहतर करने के लिए जो विशेष फंड बनाया था उसका इस्तेमाल फुट मसाजर, क्रॉकरी, बिजली के उपकरण, फ़र्नीचर, विंटर जैकेट, कंप्यूटर और स्वचलित सीढ़ियां ख़रीदने में किया गया था.

इसके अलावा इस फंड से बाग़ीचे बनाए गए और तिरंगा झंडा भी लगाया गया.

दिसंबर 2022 में पेश की गई सीएजी की एक रिपोर्ट में ये तथ्य सामने आए हैं.

अख़बार लिखता है कि इस रिपोर्ट में 11,464 वाउचरों का दिसंबर 2017, मार्च 2019, सितंबर 2019 और जनवरी 2021 में औचक निरीक्षण किया गया था.

इस रिपोर्ट में कहा गया है कि सुरक्षा फंड के तहत 48.21 करोड़ रुपये के ‘ख़र्च की ग़लत बुकिंग’ दिखाई गई है.

रेलवे सुरक्षा को मज़बूत करने के मक़सद से बनाए गए राष्ट्रीय रेल सुरक्षा कोष को सरकार ने साल 2017-18 के बजट में पेश किया था.

उस वक्त तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था, “यात्रियों की सुरक्षा के लिए, अगले पांच सालों के भीतर एक लाख करोड़ रुपए का राष्ट्रीय रेल सुरक्षा कोष बनाया जाएगा. सरकार इस फंड के लिए सीड कैपिटल देगी. इसके अलावा रेलवे अपने स्रोतों और राजस्व से भी बाकी संसाधन जुटाएगा.”

पिछले सप्ताह ओडिशा के बालासोर में हुए रेल हादसे में कम से कम 288 लोग मारे गए थे. इस हादसे के बाद रेल सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं.

नागरिकों की सुरक्षा के लिए ‘एआई’ के लिए नियम बनाए जाएंगे

भारत के सूचना और प्राद्योगिकी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि भारत आर्टिफ़ीशियल इंटेलिजेंस (एआई) के क्षेत्र को रेगुलेट करेगा.

राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि भारत जल्द ही ऑनलाइन गेमिंग को नियमित करने के लिए भी तीन सिद्धांतों के आधार पर नियम लाएगा. ये होंगे- नुक़सान, लत और जुआ.

उनका कहना था कि इसका मक़सद भारत के ‘डिजीटल नागरिकों को सुरक्षा देना होगा’.

राजीव चंद्रशेखर ने ये भी बताया कि अभी सरकार आर्टिफ़ीशियल इंटेलिजेंस को नौकरियों के लिए ख़तरे के रूप में नहीं देख रही है.

उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में पिछले पांच सालों में एक करोड़ से अधिक रोज़गार के अवसर पैदा हुए हैं. उन्होंने कहा कि ये संभव है कि अगले पांच-दस सालों में एआई इतना इंटेलिजेंट हो जाए कि कुछ सेक्टरों में मानव कर्मचारियों की जगह लेने लगे. लेकिन वर्तमान में एआई सिर्फ़ टॉस्क पूरे करने तक ही सीमित है.

उन्होंने ये भी कहा कि ये संभव है कि अगले कुछ सालों में एआई नौकरियों की जगह लेने लगेगा.

उन्होंने ये भी कहा कि भले ही एआई ने एक हलचल पैदा की है लेकिन सरकार को नहीं लगता है कि अगले कुछ सालों में ये नौकरियां खाने लगेगा.

रिपोर्ट के मतुाबिक़ कांगपोक्पी ज़िले में एक गांव पर हुए हमले में एक बुज़ुर्ग महिला समेत तीन लोग मारे गए.

गांव वालों का आरोप है कि ये हमला वर्दी पहनकर आए लोगों ने किया है.

इस हमले से कुछ देर पहले ही राज्य सरकार के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह ने कहा था कि पिछले 48 घंटों में यहां हिंसा की कोई वारदात नहीं हुई है.

कूकी आबादी वाले खोकेन गांव के लोगों का कहना है कि हमलावर सुबह क़रीब चार बजे आए थे और गोलियां चलानी शुरू कर दी.

गांव वालों का दावा है कि हमलावर गांव में क़रीब दो घंटे तक रहे. पुलिस ने इस हमले में तीन लोगों के मारे जाने और दो के घायल होने की पुष्टि की है. लेकिन इस घटना के बारे में विस्तृता जानकारी नहीं दी है.

ग्रामीणों का दावा है कि गांव सीआरपीएफ़ और गोरखा रेजीमेंट के जवानों के पहुंचने के बाद ही हमलावर वापस गए.

अख़बार से बात करते हुए एक ग्रामीण ने दावा किया है कि हमलावर पांच जिप्सी गाड़ियों में बैठकर गए थे. इस चश्मदीद ने बताया, “हम देख सकते थे कि वो पुलिस वाहन थे.”

पीलीभीत से दुबई जा रहे एक यात्री को कुछ समय के लिए दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर गिरफ़्तार किया गया. ये यात्री मुंबई जा रही फ़्लाइट में सवार था.

रिपोर्ट के मुताबिक़ विमान में बैठे हुए अज़ीम ख़ान ने फ़ोन पर अपने रिश्तेदार से बात करते हुए कहा था कि सुरक्षाबलों ने सूखे नारियल को रोक लिया है क्योंकि उन्हें शक़ है कि इसमें बम हो सकता है लेकिन जो पान मसाला वो लाया था उसे जाने दिया है.

बम शब्द सुनने के बाद एक महिला यात्री ने तुरंत चालक दल के सदस्यों को सचेत किया. चालक दल ने सीआईएसएफ़ की टीम को बुला लिया.

अज़ीम ख़ान के ख़िलाफ़ मामला दर्ज करके उसे दिल्ली पुलिस को सौंप दिया गया. अज़ीम ख़ान को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया लेकिन इस घटनाक्रम की वजह से उसकी दुबई की उड़ान छूट गई. अज़ीम दुबई नौकरी करने जा रहे थे.

मुंबई में मॉडलिंग का काम करने वाली महिला ने चालक दल को अलर्ट किया था. रिपोर्ट के मुताबिक़ सुरक्षा जांच के बाद जब विमान को फिर से उड़ने की अनुमति दी गई तब महिला ने इस विमान में बैठने से इनकार कर दिया.

दिल्ली पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि एयरपोर्ट पर बम या विस्फोटक जैसे शब्द नहीं बोले जाने चाहिए क्योंकि इनसे डर पैदा होता है.

ये घटना बुधवार की है. मुंबई से दुबई की कनेक्टिग फ्लाइट पकड़ने से पहले अज़ीम ख़ान को दिल्ली से मुंबई के लिए विस्तारा की उड़न लेनी थी.

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