सीरिया: आर्म्ड फोर्स के आला अधिकारियों से जुड़े कैप्टागॉन तस्करी के तार

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DMT : सीरिया : (01 जुलाई 2023) : –

अरबी और खोजी पत्रकारिता नेटवर्क ओसीसीआरपी की साझा पड़ताल में सामने आया है कि अरबों डॉलर के कैप्टागॉन ड्रग का व्यापार चलाने वालों के सीरियाई सशस्त्र बलों के टॉप कमांडरों और राष्ट्रपति बशर अल असद के परिवार के बीच सीधे संबंध हैं.

कैप्टागॉन एक तेज़ नशे की लत वाली एम्फ़ैटेमिन जैसी दवा है जिसका हाल के सालों में मध्य पूर्व में इस्तेमाल ज़बरदस्त रूप से बढ़ा है.जॉर्डन और लेबनान की सेनाओं के इस ड्रग्स के ख़िलाफ़ चलाए जा रहे ऑपरेशन को फ़िल्माया है. ये देश सीरिया से तस्करी करके लाए जा रहे कैप्टागॉन को रोकने के लिए ऑपरेशन चला रहे हैं.

ब ये ड्रग यूरोप, अफ़्रीका और एशिया में भी पहुंच चुका है.

मार्च में, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय यूनियन ने कुछ लोगों की लिस्ट जारी की और इन पर प्रतिबंध लगाया. इस लिस्ट में सीरिया के राष्ट्रपति असद के दो चचेरे भाई भी शामिल थे. इन पर कैप्टागॉन के व्यापार में शामिल होने के संदेह के कारण प्रतिबंध लगाया गया.

सीरिया में नार्को की दुनिया की बारीक़ी से पड़ताल की है और इसमें ऐसे सबूत मिले हैं जो उस सूची में शामिल लोगों के अलावा अन्य वरिष्ठ सीरियाई अधिकारियों के शामिल होने के संकेत भी देते हैं.

बीबीसी ने सीरियाई सरकार का पक्ष जानने के लिए उनसे संपर्क किया लेकिन उन्होंने अब तक हमें जवाब नहीं दिया है. हालाँकि, इससे पहले ड्रग्स व्यापार में किसी भी तरह की संलिप्तता से सीरिया की सरकार इनकार करती रही है.

‘हिज़बुल्लाह है शामिल’

जुलाई 2022 में, दक्षिणी सीरिया के सुवेदा शहर में सीरिया सरकार समर्थित मिलिशिया समूह के नेता राजी फलहाउत के दफ़्तर पर एक प्रतिद्वंद्वी समूह ने कब्ज़ा कर लिया था.

उस समय राजी फ़लहाउत के दफ़्तर से कैप्टागॉन से भरे कई बैग मिले थे. ड्रग्स से भरे ये बैग डिस्ट्रीब्यूशन के लिए तैयार थे. यहां राजी फ़लहाउत का सीरियाई सेना का आईडी कार्ड भी मिला और एक अनलॉक मोबाइल फ़ोन भी मिला.

बीबीसी को इस फ़ोन का एक्सक्लूसिव एक्सेस मिला, जिसके ज़रिए हमें फ़लहाउत और लेबनानी कॉन्टैक्ट ‘अबु हमज़ा’ के बीच हुए कई मैसेज़ मिले. मैसेज में वो कैप्टागॉन की टैबलेट को दबाने वाली मशीन खरीदने को लेकर चर्चा कर रहे थे.

इस फ़ोन में अगस्त 2021 की चैट थी, जिसमें फ़लहाउत और अबु हमज़ा मशीन को लेबनान से सीरिया ले जाने की बात कर रहे थे.

फ़ोन नंबर का इस्तेमाल करके बीबीसी ने पता लगाया कि अबु हमज़ा नाम का ये शख़्स असल में कौन है.

ये हुसैन रियाद अल-फ़ेतरूनी का नंबर है. हमें स्थानीय पत्रकारों ने बताया है कि वह लेबनानी राजनीतिक दल और चरमपंथी समूह हिज़बुल्लाह से जुड़े हुए हैं. हिज़बुल्लाह सीरियाई सरकार के काफ़ी क़रीब हैं.

हिज़बुल्लाह के लड़ाकों ने सीरियाई सरकार की गृह युद्ध में काफ़ी मदद की. उनकी पूरे सीरिया में मौजूदगी है. हिज़बुल्लाह पर लंबे समय से ड्रग्स की तस्करी में शामिल होने का आरोप लगाता रहा है लेकिन उन्होंने हमेशा इससे इनकार किया है.

देश से बाहर रह रहे एक सीरियाई पत्रकार ने हमें बताया, “हिज़बुल्लाह इसमें शामिल है, लेकिन वह बहुत सावधान रहते हैं कि उसके सदस्य माल की आवाजाही और तस्करी में मुख्य भूमिका न निभाएँ.”

सैनिक बने ड्रग डीलर

हिज़बुल्लाह से फ़ेतरूनी को लेकर उनका पक्ष जानने की कोशिश की लेकिन हमें कोई जवाब नहीं मिला. उन्होंने इससे पहले कैप्टागॉन के उत्पादन और तस्करी में किसी भी तरह की भूमिका से इनकार किया है.

हम टिप्पणी के लिए फ़तरूनी और फ़लहाउत तक नहीं पहुंच सके.

हालांकि हमारी पड़ताल में सिर्फ़ एक ही बार हिज़बुल्लाह का नाम सामने नहीं आया.

महीनों तक सिक्योरिटी की तैयारी के बाद बीबीसी को सरकार नियंत्रित अलेप्पो में सीरियाई सशस्त्र बलों तक कई मुश्किलों के बाद एक्सेस मिला.

एक सैनिक ने नाम न छापने की शर्त पर हमसे बात की और बताया कि सैनिकों का मासिक वेतन 150,000 सीरियाई पाउंड (47.60 ब्रितानी पाउंड) से कम है.

उन्होंने कहा कि उनमें से कई सैनिक अपनी आय बढ़ाने के लिए स्थानीय स्तर पर ड्रग डीलर बन गए हैं और यह उनके लिए नियमित काम हो गया है.

कैसे भेजी जाती है ड्रग की खेप?

हमने उनसे स्थानीय कैप्टागॉन व्यापार में उनकी यूनिट की भूमिका के बारे में और जानकारी देने को कहा.

उन्होंने बताया, “हमें फ़ैक्टरी में जाने की इजाज़त नहीं है. वह मुलाकात के लिए जगह चुनते हैं और हम हिज़बुल्लाह से माल खरीदते हैं. माल मिल जाने पर हम फ़ोर्थ डिविज़न से सांठ-गांठ करते थे ताकि हम माल को आगे बढ़ा सकें. ”

फोर्थ डिवीज़न सीरियाई सेना की एक एलिट इकाई है. इस सेना का काम असद सरकार की आंतरिक और बाहरी ख़तरों से सुरक्षा करना है. साल 2018 से इसका औपचारिक रूप से नेतृत्व राष्ट्रपति असद के छोटे भाई माहेर अल-असद कर रहे हैं.

सीरिया के गृहयुद्ध के दौरान प्रदर्शनकारियों पर क्रूर कार्रवाई करने के लिए माहेर अल-असद पर पश्चिमी देशों ने प्रतिबंध लगाया है. उनका नाम कथित रूप से रसायनिक हथियारों के इस्तेमाल को लेकर भी सामने आ चुका है.

यह भी कहा जाता रहा है कि उन्होंने ही फोर्थ डिवीज़न को सेना के साथ साथ एक प्रमुख आर्थिक यूनिट में बदला है.

पूर्व अधिकारी ने क्या बताया?

हमने एक पूर्व अधिकारी से बात की जो सीरियाई सेना से अब अलग हो चुके हैं.

उन्होंने बताया, “सीरियाई गृहयुद्ध के दौरान अधिकारियों को कठिन वित्तीय परिस्थितियों से गुजरना पड़ रहा है, इस वजह से फ़ोर्थ डिवीज़न ने तस्करी का सहारा लिया है. फ़ोर्थ डिवीज़न के अधिकारियों की कारों का इस्तेमाल चरमपंथियों, हथियारों,और ड्रग्स को ले जाने के लिए किया जाने लगा, क्योंकि इस यूनिट की गाड़ियों को सीरिया में चेकपोस्ट पर नहीं रोका जाता है.”

प्रतिबंधों और युद्ध से चरमरा गई सीरिया की अर्थव्यवस्था अब ढहने के क़ागार पर है. विश्लेषकों ने हमें बताया है कि यह देश कैप्टागॉन की गोलियों पर तेजी से निर्भर होता जा रहा है.

सीरिया में अमेरिका के पूर्व विशेष दूत जोएल रेबर्न ने बीबीसी को बताया, “देश के पास रेवेन्यू इतना कम है कि इससे सीरिया का बजट बहुत छोटा हो जाता है. यदि कैप्टागॉन से मिलने वाला रेवेन्यू बंद कर दिया गया तो मुझे नहीं लगता कि असद की सरकार बच पाएगी.”

कैप्टागॉन किंग है कौन?

इस ड्रग्स के व्यापार में असद परिवार के शामिल होने के और सबूत भी मिले हैं.

साल 2021 में, लेबनान में हसन दक़्क़ू नाम के एक लेबनानी-सीरियाई व्यापारी के ख़िलाफ़ मुकदमा चला, लेबनानी प्रेस ने दक्कू के लिए “कैप्टागॉन किंग” शब्द का इस्तेमाल किया.

मलेशिया में ड्रग्स की एक बड़ी खेप ज़ब्त होने के बाद उन्हें कैप्टागॉन तस्करी का दोषी पाया गया था.

लगभग 100 मिलियन टैबलेट वाली ये खेप सऊदी अरब भेजी जा रही थी. इसकी कीमत एक बिलियन से दो बिलियन डॉलर तक थी.

मामले की सुनवाई बंद दरवाजे के पीछे हुई लेकिन बीबीसी की टीम ने सुनवाई करने वाले जज से मुलाकात की जिन्होंने हमें बताया कि अधिकांश सबूत दक्कू और कई ड्रग तस्करों के बीच फोन पर की गई बातचीत से मिले.

सुनवाई में दक़्क़ू ने कहा कि वह कैप्टागॉन तस्करों से लड़ने के लिए सीरियाई सेना की फ़ोर्थ डिवीजन के साथ सहयोग कर रहे थे और सबूत के तौर पर फ़ोर्थ डिवीजन का आईडी कार्ड पेश किया.

दक़्क़ू को तस्करी का दोषी पाया गया लेकिन जज ने बीबीसी को बताया कि कैप्टागॉन के व्यापार में सीरियाई अधिकारियों के शामिल होने के कोई सबूत नहीं मिले.

लेकिन हमें अपनी पड़ताल में 600 पन्ने के कोर्ट के दस्तावेज़ में कुछ ऐसा मिला जो एक दूसरी कहानी पेश करता है.

कोर्ट के दस्तावेज़ में व्हाट्सएप मैसेजों के स्क्रीनशॉट की एक सिरीज़ भी थी.

ये मैसेज दक़्क़ू ने “द बॉस” नाम के किसी व्यक्ति को भेजे थे. बीबीसी ने सीरिया में हाई-लेवल सोर्स से बात की जिन्होंने पुष्टि की कि यह नंबर मेजर जनरल ग़ासन बिलाल का था. हमने उस नंबर पर कई बार कॉल किए लेकिन कोई जवाब नहीं मिला.

जनरल बिलाल फ़ोर्थ डिवीज़न में माहेर अल-असद के बाद नंबर दो के अधिकारी हैं और माना जाता है कि वह इस पावरफ़ुल सिक्योरिटी ब्यूरो को चलाते हैं.

व्हाट्सएप मैसेज में, दक़्क़ू ने ‘बॉस’ के साथ ‘माल’ की आवाजाही पर चर्चा की थी. हमारा मानना है कि यहां माल का मतलब कैप्टागॉन से है.

माल को सबूरा नाम के सीरियाई शहर से ले जाना था. सबूरा में फ़ोर्थ डिवीज़न का एक बड़ा बेस है, साथ ही मैसेज में सिक्योरिटी क्लियरेंस को लेकर भी बात हुई थी.

यदि बॉस वास्तव में जनरल बिलाल हैं तो इस बात से साफ़ पता चलता है कि सीरिया के सबसे वरिष्ठ सैन्य अधिकारी अरबों डॉलर के अवैध कैप्टागॉन व्यापार से जुड़े हैं.

हमने जनरल बिलाल से संपर्क किया लेकिन हमें कोई जवाब नहीं मिला.

मई में सीरिया का अरब लीग में वापस स्वागत किया गया और राष्ट्रपति असद ने बीते एक दशक में पहली बार क्षेत्रीय समूह की बैठक में भाग लिया.

उन्हें संयुक्त अरब अमीरात में नवंबर में होने वाली सीओपी28 की बैठक में भाग लेने के लिए में भी आमंत्रित किया गया है.

सवाल यही है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय किस हद तक सीरिया पर कैप्टागॉन का व्यापार छोड़ने के लिए दबाव बनाएगा.

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