DMT : शिमला : (23 अगस्त 2023) : – हिमाचल प्रदेश में मानसून का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते 24 घंटों के दौरान राज्य में एक बार फिर आसमान से आफत बरसी और अभी तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि दो लोग लापता हैं। इनमें से तीन लोगों की मौत शिमला जिला में, जबकि पांच की मौत मंडी जिला में हुई है। प्रदेश में 3 राष्ट्रीय राज मार्गों सहित 530 सड़कें बंद हैं, जबकि 2897 बिजली ट्रांसफार्मर और 214 पेयजल योजनाएं भी ठप हैं।
राजधानी शिमला में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने कहर बरपा दिया है। लोग घरों में भी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। शिमला के अलग-अलग क्षेत्रों में 24 से ज्यादा गाड़ियां भूस्खलन, पेड़ गिरने और जमीन धंसने की घटनाओं में क्षतिग्रस्त हो गईं। राजधानी से सटे बलदेयां इलाके में भूस्खलन की चपेट में आने से एक दंपति की मौत हो गई। इनकी पहचान झालु ओरेण (28) और राज कुमारी (21) के रूप में हुई है। दोनों झारखंड के गुमला के मूल निवासी थे। मशोबरा ब्लॉक की ग्राम पंचायत पीरन के डुमैहर से भी एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। यहां निर्माणाधीन गेट गिरने से 5 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। शिमला में बारिश के कहर से शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में 12 से ज्यादा मकान असुरक्षित हो गए हैं। प्रशासन ने इन्हें एहतियातन खाली करवाया है। शहर की 25 में से 18 सड़कें यातायात के लिए बंद हो गई हैं। सड़कों पर देवदार के बड़े-बड़े पेड़ गिर गए हैं। मॉल रोड पर लिफ्ट के पास सुबह भूस्खलन हुआ।
शिमला के खलीनी फॉरेस्ट कॉलोनी के पास भी भूस्खलन होने से झंझीड़ी से खलीनी सड़क बंद हो गई। शिमला के आईएसबीटी के पास सड़क किनारे खड़ी एक निजी बस मलबे की चपेट में आ गई। कनलोग में होडा मोटर्स के ऑफिस पर 8 से 10 पेड़ गिरे। कई छोटी गाड़ियां और सेब से लदा एक ट्रक यहां भूस्खलन की चपेट में आने से पलट कर क्षतिग्रस्त हो गया।
शिमला के उपनगर खलीणी की फोरेस्ट कॉलोनी की कैंटीन पर पेड़ गिरने से इसे भारी नुकसान हुआ है। इसमें फंसे दो-तीन लोगों को कुछ देर की मशक्कत के बाद सुरक्षित निकाला गया। नाभा में देवदार के पेड़ गिरने से हेरिटेज बिल्डिंग रॉयल होटल को खतरा पैदा हो गया है। इसके बाद इस घटना में क्षतिग्रस्त मकान को खाली करवा दिया गया है। इस मकान में आईजीएमसी के उप चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर शोमिन राह रहे थे।
आईजीएमसी अस्पताल में घुसा नाले का पानी :
आईजीएमसी शिमला के न्यू ओपीडी ब्लॉक में आज नाले का पानी घुस गया। यह ब्लॉक इसी नाले के ऊपर बनाया गया है। नाले का पानी घुस जाने से डॉक्टरों और मरीजों को भारी परेशानी हुई। आईजीएमसी के ही स्पेशल वार्डों में भी आज भारी बारिश के बाद पानी भर गया।