आईपीएल 2023 में अफ़ग़ानिस्तान के खिलाड़ियों का जलवा: फ़ीस कम, प्रदर्शन बड़ा

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DMT : नई दिल्ली : (07 मई 2023) : –

कुछ साल पुरानी बात है. काबुल में एक क्रिकेट अकादमी में एक कार्यक्रम के दौरान राशिद ख़ान को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया गया था.

युवाओं के बीच बेहद लोकप्रिय क्रिकेटर राशिद खान को देखकर अफ़ग़ानिस्तान के कई युवाओं ने क्रिकेट को अपनाया है. उनमें से ज़्यादातर स्पिन गेंदबाज़ी में हाथ आज़माना चाहते हैं.

उस दिन राशिद ख़ान ने क़रीब 250 युवा खिलाड़ियों को स्पिन गेंदबाज़ी करते देखा. बाद में राशिद ने ये बात कमेंटेटर हर्षा भोगले को बताई थी.

शुक्रवार को जब भोगले ने उनसे दोबारा पूछा कि आज अफ़गानिस्तान में कितने मिस्ट्री स्पिनर होंगे तो राशिद ख़ान ने बेहद शांत लहज़े में जवाब दिया, ‘हज़ार तो होंगे.’

शायद हमें पक्की गिनती मालूम ना हो, लेकिन एक बात तय है कि अफ़ग़ानिस्तान के क़रीब आधा दर्जन ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने आईपीएल में अपनी छाप छोड़ी है और दुनिया भर की क्रिकेट लीग इन्हें अपने यहां खेलने के लिए बुलाना चाह रही है.राशिद ख़ान, मोहम्मद नबी, मुजीब उर रहमान, नूर अहमद, रहमानुल्लाह गुरबाज़ और नवीन उल हक़ कुछ ऐसे नाम हैं जिन्होंने अफ़गान क्रिकेट को दुनिया भर में पहचान दी है. इनमें से राशिद, नूर, गुरबाज़ और नवीन इस साल आईपीएल में अलग-अलग टीमों में खेल रहे हैं.

अफ़ग़ानिस्तान के मिस्ट्री स्पिनर

इन अफ़ग़ान खिलाड़ियों में चार अपनी बेहतरीन स्पिन गेंदबाज़ी के लिए जाने जाते हैं. राशिद ख़ान तो पिछले दस सालों से टी20 के नंबर वन स्पिनर हैं ही. 18 साल के नूर अहमद ने भी इस सीज़न गुजरात की टीम में अपनी जगह पक्की कर ली है.

राजस्थान के ख़िलाफ़ मैच में राशिद ख़ान ने तीन विकेट लिए तो नूर अहमद को भी दो सफलताएं मिलीं.

आकाश चोपड़ा ने मैच के बीच में सवाल उठाया कि काबुल में ऐसा क्या खास हो रहा है कि वहां एक के बाद एक क्वालिटी के स्पिनर्स निकल रहे हैं.

ये स्पिनर्स, एक तरह से मिस्ट्री स्पिनर्स हैं, जिनका तेज़ आर्म ऐक्शन है और जिन्हें बल्लेबाज़ पढ़ नहीं पाते.

अनिल कुंबले ने सवाल का जवाब दिया कि राशिद ख़ान ने एक पूरी नस्ल को प्रोत्साहित किया है. उन्हें देखकर दूसरे युवा भी उनके जैसा ही बनना चाहते हैं और यही अफ़ग़ानिस्तान में स्पिन क्रांति की वजह है.

वहीं प्रज्ञान ओझा ने रोचक विश्लेषण किया. उनका कहना है कि आमतौर पर कोई युवा स्पिनर जब किसी प्रशिक्षित कोच के पास जाता है तो कोच उसके ऐक्शन में कोई ना कोई परिवर्तन ज़रूर कर देते हैं. लेकिन क्योंकि अफग़ानिस्तान और श्रीलंका जैसे देशों में कोचिंग सिस्टम उतना मज़बूत नहीं है इसलिए वहां का युवा गेंदबाज़ जिस ऐक्शन को डेवलप करता है, लगभग उसी के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आ जाता है और मिस्ट्री स्पिनर बन जाता है.

ज़ाहिर बात ये है कि इसके पीछे कोई एक ख़ास वजह नहीं है. कई कारणों के मिश्रण ने अफ़ग़ान के युवा स्पिनरों को संवारा है.

आईपीएल और दूसरी बड़े टी20 लीग्स में जिस देश के खिलाड़ियों की सबसे ज़्यादा डिमांड होती है वो है वेस्ट इंडीज़. एक तो फटाफट क्रिकेट वहां के क्रिकेटर्स बहुत नेचुरल अंदाज़ में खेलते हैं, दूसरा वहां के खिलाड़ी राष्ट्रीय टीम को छोड़कर टी20 लीग में खेलने से गुरेज़ नहीं करते हैं.

इस साल अगर आईपीएल में वेस्ट इंडीज़ के खिलाड़ियों के प्रदर्शन की बात करे तो सिवाय काइल मेयर्स और निकोलस पूरन के किसी ने ज़्यादा प्रभावित नहीं किया है. गेल, पोलार्ड और ब्रावो जैसे आईपीएल के लीजेंड खिलाड़ी रिटायर हो चुके हैं जबकि आंद्रे रसेल का बल्ला इस सीज़न ज़्यादातर खामोश ही रहा है.

अल्ज़ारी जोसेफ़, सुनील नरैन, रौवमैन पॉवेल जैसे खिलाड़ी भी कुछ खास नहीं कर पा रहे हैं.

इनकी तुलना अफ़गानिस्तान के खिलाड़ियों से करे तो रहमानुल्लाह गुरबाज़ कोलकाता के लिए दो शानदार पारी खेल चुके हैं, नवीन उल हक़ अपनी किफ़ायती गेंदबाज़ी से लखनऊ टीम में अहम भूमिका निभा रहे हैं जबकि राशिद ख़ान और नूर अहमद गुजरात की तरफ़ से 15 और आठ विकेट ले चुके हैं. वहीं फज़ल हक़ फ़ारुख़ी ने अभी हैदराबाद की टीम में जगह पक्की नहीं की है.

कम पैसों में बोलबाला

अफ़गानिस्तान के खिलाड़ियों की एक और खासियत है कि वो बहुत कम पैसों में खरीदे गए हैं.

इस सीज़न राशिद ख़ान को 1.5 करोड़ में गुजरात ने खरीदा है. वो 15 करोड़ से अधिक में खरीदे गए कैमरन ग्रीन, सैम करन या हैरी ब्रुक से तो अच्छा प्रदर्शन कर ही रहे हैं, उनसे दस गुना कम पैसों में टीम में शामिल हुए हैं.

वहीं गुरबाज़, फ़ारुख़ी, नवीन उल हक़ महज़ 50 लाख में टीम में शामिल हुए हैं. नूर अहमद पिछले सीज़न बेंच पर थे, इस सीज़न उन्होंने पांच मैच खेले हैं और टीम में पक्के हो चुके हैं. उनकी क़ीमत सिर्फ़ 30 लाख रही है.

आईपीएल में कम पैसों में भरपूर फ़ायदा दिलाते अफ़ग़ान खिलाड़ी सभी टीम की पसंद बन गए हैं और शायद जल्दी वेस्ट इंडीज़ के खिलाड़ियों की हैसियत वो आईपीएल में ले लें.

राशिद ख़ान जब क्रिकेट नहीं खेलते थे तो उनका पसंदीदा खेल था गुलेल से निशाना लगाना. जब वो क्रिकेट में आए तो बिना किसी कोच की मदद से अपना बॉलिंग एक्शन बनाया जो गुलेल की मार की तरह ही तीखा और निशाने पर अचूक रहने वाला साबित हुआ.

टी20 क्रिकेट में राशिद ख़ान ने अब तक 389 मैच खेले हैं और 18 की औसत से उन्होंने 528 विकेट लिए हैं.

वहीं आईपीएल में उन्होंने 101 मैचों में 20.8 की औसत से 127 विकेट लिए हैं. गेंदबाज़ी के साथ-साथ वो ज़बरदस्त फील्डर हैं जिनके हाथ से शायद ही कैच छूटता हो और लोवर ऑर्डर में वो ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी भी कर सकते हैं.

नूर अहमद

बीबीसी हिंदी

18 साल के नूर अहमद ने 56 टी20 मैचों में 26.3 की औसत से 56 विकेट चटकाए हैं. वहीं आईपीएल के छह मैचों में उन्हें 10 विकेट मिले हैं.

अंडर-19 क्रिकेट में उन्होंने भारत के ख़िलाफ़ चार विकेट लिए हैं जिसमें कप्तान तिलक वर्मा और ध्रुव जुरेल के विकेट शामिल थे.

नूर अहमद 2018 में अफ़ग़ानिस्तान क्रिकेट बोर्ड की नज़र में आए थे. साल 2019 में सिर्फ 14 साल की उम्र में वो आईपीएल ऑक्शन में आ गए थे लेकिन उन्हें किसी ने नहीं खरीदा. उसी साल अंडर -19 क्रिकेट में उन्होंने भारत को खिलाफ चार विकेट लिए जिसमें कप्तान तिलक वर्मा और ध्रुव जुरेल के विकेट शामिल थे.

16 साल की उम्र में उन्हें ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग में मेलबर्न की तरफ से खेलने का मौका मिला जहां उन्होंने लियम लिविंग्सटन का विकेट लिया. पिछले साल उन्हें गुजरात ने खरीद लिया और इस सीज़न उन्हें आईपीएल खेलने का मौक़ा मिला है.

नूर अहमद

बीबीसी हिंदी

18 साल के नूर अहमद ने 56 टी20 मैचों में 26.3 की औसत से 56 विकेट चटकाए हैं. वहीं आईपीएल के छह मैचों में उन्हें 10 विकेट मिले हैं.

अंडर-19 क्रिकेट में उन्होंने भारत के ख़िलाफ़ चार विकेट लिए हैं जिसमें कप्तान तिलक वर्मा और ध्रुव जुरेल के विकेट शामिल थे.

नूर अहमद 2018 में अफ़ग़ानिस्तान क्रिकेट बोर्ड की नज़र में आए थे. साल 2019 में सिर्फ 14 साल की उम्र में वो आईपीएल ऑक्शन में आ गए थे लेकिन उन्हें किसी ने नहीं खरीदा. उसी साल अंडर -19 क्रिकेट में उन्होंने भारत को खिलाफ चार विकेट लिए जिसमें कप्तान तिलक वर्मा और ध्रुव जुरेल के विकेट शामिल थे.

16 साल की उम्र में उन्हें ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग में मेलबर्न की तरफ से खेलने का मौका मिला जहां उन्होंने लियम लिविंग्सटन का विकेट लिया. पिछले साल उन्हें गुजरात ने खरीद लिया और इस सीज़न उन्हें आईपीएल खेलने का मौक़ा मिला है.

नवीन उल हक

बीबीसी हिंदी

सितंबर 1999 में काबुल में जन्मे नवीन उल हक़ अफ़ग़ानिस्तान के तेज़ रफ़्तार गेंदबाज़ हैं.

इंडियन प्रीमियर लीग में वो लखनऊ सुपर जायंट्स की तरफ़ से खेल रहे हैं. नवीन दुनिया की कई दूसरी लीग में भी खेल चुके हैं जिनमें लंका प्रीमियर लीग, पाकिस्तान सुपर लीग, बिग बैश लीग, बांग्लादेश प्रीमियर लीग शामिल हैं.

नवीन ने अभी तक सात वनडे मैच खेले हैं जिनमें उन्होंने 14 विकेट हासिल किए हैं. वो अब तक 27 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मुक़ाबले खेल चुके हैं और 34 विकेट ले चुके हैं.

ये सभी खिलाड़ी अभी युवा हैं और इनसे कई साल तक अच्छे खेल की उम्मीद कर सकते हैंऔर अगर राशिद खान के ‘एक हज़ार’ का नंबर कहीं भी निशाने पर लगा तो दुनिया भर की लीग में अफ़ग़ान खिलाड़ियों की बाढ़ आने ही वाली है.

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