आदिपुरुष के किस डायलॉग पर हुआ नेपाल में विवाद

Hindi International

DMT : नेपाल  : (16 जून 2023) : –

हिंदी फ़िल्म ‘आदिपुरुष’ में सीता के किरदार से जुड़े एक डायलॉग पर नेपाल में विवाद खड़ा हो गया है.

इस फ़िल्म में सीता को ‘भारत की बेटी’ बताया गया है. नेपाल की राजधानी काठमांडु के मेयर ने इसी डायलॉग पर आपत्ति जताई है.

बालेंद्र शाह ‘बालेन’ ने फिल्म निर्माताओं से कहा है कि वे अपनी फ़िल्म में से इस डायलॉग को हटा दें.

इसके लिए उन्होंने फिल्म निर्माताओं को तीन दिन का वक़्त दिया है. इसके साथ ही उन्होंने दूसरी हिंदी फ़िल्मों के लिए भी चेतावनी जारी की है.

वहीं, फ़िल्म निर्माताओं से जुड़े सूत्रों ने बीबीसी हिंदी को बताया है कि नेपाल के सेंसर बोर्ड ने फिल्म में से आपत्तिजनक सामग्री को म्यूट कर दिया है.

काठमांडु के मेयर ने किस बात पर जताई आपत्ति

राम कथा पर आधारित इस फ़िल्म को रावण से लेकर सीता समेत दूसरे किरदारों के फिल्मांकन पर आलोचना का सामना करना पड़ रहा है.

लेकिन नेपाल में इस फ़िल्म को एक अलग तरह के विवाद का सामना करना पड़ रहा है. इस फ़िल्म में सीता को भारत को बेटी बताया गया है.

जबकि नेपाल दावा करता आया है कि पौराणिक किरदार सीता का जन्म नेपाल के जनकपुर में हुआ था. इसी वजह से नेपाल में फिल्म के इस डायलॉग पर विवाद खड़ा हुआ है.

काठमांडु मेयर बालेंद्र शाह ‘बलेन’ ने कहा है कि ‘जब तक आदिपुरुष में से सीता को भारत की बेटी बताने वाला संवाद हटाया नहीं जाएगा तब तक किसी भी हिंदी फ़िल्म को काठमांडु मेट्रोपॉलिटन सिटी में नहीं चलने दिया जाएगा.

बालेंद्र शाह ने कहा है कि ‘ये ग़लती सुधारने के लिए तीन दिन का वक़्त दिया गया है.’

क्या कहता है नेपाल का सेंसर बोर्ड?

नेपाल के सेंसर बोर्ड ने भी इस मामले पर आपत्ति जताई है.

दुनिया के तमाम दूसरे देशों की तरह नेपाल में भी किसी फ़िल्म की रिलीज़ से पहले सेंसर बोर्ड उसे देखता है और आपत्तिजनक सामग्रियां पाने पर फिल्म निर्माताओं से उन्हें हटाने के लिए कहते हैं.

नेपाली सेंसर बोर्ड के सदस्य ऋषिराज आचार्य ने कहा है कि आदिपुरुष के मामले में भी यही प्रक्रिया पूरी की गई है.

बीबीसी से बात करते हुए उन्होंने कहा, “हमने बुधवार को फिल्म देखी और वितरकों से कहा था कि हम केवल डायलॉग काटने के बाद ही स्क्रीनिंग की अनुमति दे सकते हैं.”

कुछ लोग कह रहे हैं कि फिल्म में ये डायलॉग बीप हो सकता है. हालांकि, आचार्य ने कहा है कि नेपाल में फ़िल्म में से ये शब्द काटे गए हैं.

उन्होंने कहा, “कम से कम उन्हें उस ग़लत डायलॉग को फिल्म की उन कॉपियों से हटा देना चाहिए जो हर जगह दिखाई जाती हैं. लेकिन कम से कम हमने इसे काट दिया ताकि यह नेपाल में दिखाई जाने वाली कॉपी में न जाए.”

फिल्म विकास बोर्ड ने जताई आपत्ति

फिल्म विकास बोर्ड ने कहा है कि उसने इस तथ्य पर गंभीरता से ध्यान दिया है कि फ़िल्म को नेपाल के अलावा अन्य देशों में “तथ्यात्मक त्रुटियों के साथ” दिखाया गया है.

बोर्ड के अध्यक्ष भुवन केसी ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा, ‘चूंकि नेपाल के ऐतिहासिक चरित्र के साथ खिलवाड़ किया गया है, हम दुनिया भर में कहीं भी ‘जानकी भारत की बेटी है’ वाले संवाद पर कड़ी आपत्ति जताते हैं.”

बयान मे बताया गया है, “फिल्म विकास बोर्ड के लिए ये स्वीकार्य नहीं है कि वह दुनिया में किसी भी ऐसी फ़िल्म पर अपनी मुहर लगाए जो नेपाल की आज़ादी, विरासत, सीमाओं आदि से जुड़े मुद्दों पर त्रुटिपूर्ण दृश्य या डायलॉग दिखाए.”

बोर्ड ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से इस फ़िल्म में से विवादित डायलॉग हटाने का आग्रह किया है.

नेपाल फिल्म एसोसिएशन क्या कहती है?

नेपाल की फिल्म एसोसिएशन के उपाध्यक्ष भास्कर ढुङ्गाना ने बताया है कि मेयर बालेन की चेतावनी के बाद उन्हें सोशल मीडिया पर काफ़ी धमकियां मिली हैं.

बीबीसी नेपाली सेवा से बात करते हुए उन्होंने कहा, “सुरक्षा कारणों से हमने सिनेमा मालिकों से काठमांडु में सुबह के वक़्त फिल्म को चलाने के लिए नहीं कहा है.”

ढुङ्गाना ने दावा किया है कि काठमांडू घाटी के अलावा देश के अन्य हिस्सों में प्रदर्शन पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आगे बढ़ा है.

वह कहते हैं, “विवादास्पद संवाद को हटा दिए जाने के बाद मुझे अब और बहस करने की ज़रूरत नहीं दिख रही है. सेंसर बोर्ड पहले ही शो के लिए अनुमति दे चुका है.”

वह एक उदाहरण देते हुए समझाते हैं कि अक्षय कुमार की फ़िल्म “चांदनी चौक टू चाइना” में बुद्ध के बारे में विवादास्पद संवाद को काटकर नेपाल में दिखाया गया था.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *