एलन मस्क ने चिड़िया को उड़ाया, कुत्ते को बैठाया

Hindi New Delhi

DMT : नई दिल्ली : (04 अप्रैल 2023) : –

What’s Happening? यानी क्या हो रहा है?

ट्विटर के होम पेज पर हमेशा दिखने वाले इस सवाल का एक संभावित जवाब है- बहुत कुछ हो रहा है.

ऐसा इसलिए क्योंकि ट्विटर लगातार बदल रहा है. एलन मस्क के ट्विटर ख़रीदने के साथ ही साफ़ हो गया था कि ये सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म तेज़ी से बदलेगा.

अब इसी कड़ी में ट्विटर पर एक नया बदलाव देखने को मिला है. बदलाव ये है कि कुछ यूज़र्स को डेस्कटॉप पर ट्विटर खोलने पर जहां चिड़िया दिखा करती थी, अब वहां कुत्ता नज़र आ रहा है.

इस कुत्ते पर क्लिक करने पर ये ट्विटर फ़ीड को रीफ्रेश करता है और आपको ट्वीटर फ़ीड पर सबसे ऊपर ले आता है.

ये कुत्ता Doge नाम से मशहूर है. इसे शायद आपने सोशल मीडिया मीम्स में देखा भी होगा. ट्विटर पर कुत्ता दिखने के बाद से सोशल मीडिया पर ‘ट्विटर लोगो’ कुछ वक़्त तक टॉप ट्रेंड्स में भी रहा. मगर बात बस इतनी भर नहीं है.

इस कहानी में हम आपको इन सवालों के जवाब देंगे:

  • इस कुत्ते का एलन मस्क से क्या नाता है?
  • इस डोजी मीम वाले कुत्ते की कहानी क्या है?

एलन मस्क ने क्या कहा और डोजकॉइन क्या है?

एलन मस्क ने ट्विटर पर अपने पुराने ट्वीट साझा किए हैं.

इन ट्वीट में एलन ने पूछा था कि कि क्या एक नए प्लेटफ़ॉर्म की ज़रूरत है.

इस पर एक यूज़र ने जवाब दिया था कि ‘हां! ट्विटर ख़रीदो और बर्ड लोगो यानी चिड़िया को बदलकर डोजी यानी कुत्ते में बदल दो.’

एलन मस्क ने अब इस ट्वीट का स्क्रीनशॉट साझा किया है और लिखा है कि जो वादा किया था.

इससे ठीक पहले एलन मस्क ने एक मीम भी शेयर किया.

इस मीम में एक पुलिस वाला हाथ में एक कार्ड लिए हुए है और उसमें फ़ोटो वाली जगह पर नीली चिड़िया यानी ट्विटर का लोगो दिख रहा है. इस पर कुत्ता जवाब दे रहा है- ये पुरानी फ़ोटो है.

मीम से मस्क ने ये संकेत देने की कोशिश की है कि जो पुरानी नीली चिड़िया वाला लोगो था, अब उसकी जगह नया लोगो होगा और ये लोगो एक कुत्ता होगा.

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक़, ट्विटर पर इस कुत्ते वाले लोगो के आने से डोजकॉइन नाम की क्रिप्टोकरेंसी के शेयर में 30 फ़ीसदी का उछाल देखने को मिला है.

डोजकॉइन को दुनिया की तीसरी सबसे ताक़तवर क्रिप्टोकरेंसी माना जाता है और इसका नाता एलन मस्क से है.

डोजकॉइन का लोगो भी ये कुत्ता ही है. डोजकॉइन और एलन मस्क से जुड़ा एक मामला अदालत में भी चल रहा है. मस्क पर ये 258 बिलियन डॉलर का मुक़दमा अमेरिका में चल रहा है, जिसमें मस्क ने शुक्रवार को अदालत से कहा था कि वो केस को बंद करे.

मस्क पर डोजकॉइन को बढ़ावा देने के लिए निवेशकों को प्रभावित करने का आरोप है. एलन मस्क के वकीलों ने कहा कि ऐसा कोई सबूत मुहैया नहीं करवाया गया है जिसके आधार पर ये कहा जा सके कि मस्क ने प्रभावित करने का काम किया है.

डोजकॉइन के लिए मस्क का प्रेम यूं समझिए कि एक वक़्त में उन्होंने वर्ड प्ले यानी शब्दों से खेलते हुए ख़ुद को Dogefather बताया था.

2021 में मस्क ने डोजी-1 नाम की सैटेलाइट लॉन्च करने की भी बात की थी और कहा था कि चांद तक भेजे जाने वाले इस मिशन की फ़ंडिंग डोजकॉइन से की जाएगी.

मस्क ने बीते साल बताया था कि डोजकॉइन का मालिकाना हक़ टेस्ला के पास है. टेस्ला मस्क की इलैक्ट्रिक कार कंपनी है.

इसी साल 15 फ़रवरी को मस्क ने एक कुत्ते की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा था- ट्विटर का नया सीईओ कमाल का है.

डोजी नामक ये कुत्ता कौन है?

मस्क ने ट्विटर का लोगो इस डोजी को ही बनाने की कोई वजह अब तक नहीं बताई है.

हालांकि बीते दिनों से ये ख़बरें आती रही हैं कि मस्क डोजकॉइन निवेशकों की ओर से दायर मुकदमे को ख़त्म करने की मांग करते रहे हैं.

ऐसे में एलन मस्क के स्वभाव और मिज़ाज को जानने वाले अंदाज़ा लगा सकते हैं कि ट्विटर लोगो में कुत्ता लगाने की क्या वजह हो सकती है.

साथ ही ऐसा करते ही डोजकॉइन के शेयर में भी उछाल देखने को मिला है.

अब हो सकता है कि आप ये सोच रहे हों कि ये कुत्ता आख़िर है कौन?

इसका एक आसान जवाब है- सोशल मीडिया मीम.

जापान में एक कुत्ते की ब्रीड है- शिबा इनू. इस ब्रीड के एक कुत्ते का नाम है- काबोसू.

सोशल मीडिया पर जो तस्वीर साझा होती है वो 2010 की है, इस तस्वीर को तब ब्लॉग पर अपलोड किया गया था.

इस कुत्ते को एक डॉग शेल्टर से बचाया गया था. शिबा इनू ब्रीड के और कुत्तों की फ़ोटो भी मीम में यूज़ होती हैं. मगर काबोसू सबसे मशहूर है.

वॉशिंगटन पोस्ट की ख़बर के मुताबिक़, ये कुत्ता ज़्यादा लोकप्रिय तब हुआ जब सॉफ़्टवेयर इंजीनियर बिली मार्कस और जैक्सन पाल्मर ने बिटकॉइन की पैरोडी डोजकॉइन को बनाया था.

मार्कस ने सीएनबीसी से बताया था कि डोजकॉइन दो घंटे में बना दिया गया था.

ट्विटर पर कुत्ते के आने से कैसी प्रतिक्रिया?

ट्विटर का नया लोगो आने से सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं. हालांकि अभी कुत्ते वाला लोगो सिर्फ़ डेस्कटॉप पर ही देखने को मिल रहा है.

रितिका ने ट्वीट किया, ”ट्विटर की छँटनी में तो चिड़िया भी नहीं बची.”

ख़ुशबू प्रसाद ने लिखा, ”एलन मस्क ने ट्विटर का लोगो बदल दिया है. अब वो इसका नाम भी बदल दें और बार्क यानी भौंकना रख दें.”

धर्मेंद्र शर्मा लिखते हैं, ”ट्विटर पर जिस तरह लोग कुत्ते की तरह झगड़ते थे. ऐसे में यही होना था.”

नेहा ने ट्वीट किया, ”पहले लोग चहचहाते थे. अब लोग भौंकेंगे.”

प्रीति लिखती हैं- अब हम ट्वीट नहीं करते हैं, अब हम भौंकते हैं.

एलन मस्क, ट्विटर और विवाद

एलन मस्क ने जब ट्विटर ख़रीदने का एलान किया था, तब से वो और ये सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म चर्चा में है.

पहले मस्क ने ट्विटर 44 अरब डॉलर में ख़रीदने की पहले बात कही थी, फिर वो इससे बचते हुए नज़र आए थे.

जब ट्विटर ने मामला अदालत में ले जाने का फ़ैसला किया, तब मस्क ने आख़िरी वक़्त से ठीक पहले डील फ़ाइनल की और ट्विटर को ख़रीद लिया.

ट्विटर का मालिकाना हक़ मिलते ही मस्क ने पराग अग्रवाल समेत टॉप ट्विटर अधिकारियों को बाहर निकाला था. इसके बाद पूरी दुनिया में ट्विटर के हज़ारों कर्मचारियों की नौकरियां भी गईं.

मस्क ने कहा था कि कंपनी को हो रहे नुक़सान से बचने के लिए ये क़दम उठाना ज़रूरी है.

इसके बाद ट्विटर ने अब तक नि:शुल्क दी जा रही ब्लू टिक यानी वेरिफ़ाइड सुविधा के लिए पैसा लेने का फ़ैसला किया. इसे ट्विटर ब्लू के नाम से जाना जाता है और भारत में ब्लू टिक का सब्सक्रिप्शन 600 से हज़ार रुपये के बीच में दिया जा रहा है.

पहले ये सुविधा फ़्री में उपलब्ध थी.

मस्क ने वेरिफ़ाइड हैंडल्स को दिखाने वाले टिक के कई रंग भी लॉन्च किए हैं. इसके तहत अब वेरिफ़ाइड हैंडल्स कई कैटेगिरी में बांटे गए हैं. नीला, पीला, सिल्वर कई वेरिफ़ाइड हैंडल्स के रंग हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *