कुल्लू 8 इमारतें जमींदोज, दो खतरे की जद में

Himachal pradesh Hindi

DMT : शिमला : (25 अगस्त 2023) : –

हिमाचल प्रदेश में आसमान से बरस रही आफत और उसके बाद का खौफनाक मंजर थम नहीं रहा। बृहस्पतिवार को कुल्लू जिले के आनी में नए बस स्टैंड के पास 8 भवन जमींदोज हो गए। दो और भवन खतरे की जद में हैं। इस बीच, गनीमत रही कि प्रशासन ने 5 दिन पहले ही नोटिस देकर उक्त भवन खाली करवा लिए थे। भूस्खलन से स्थिति इतनी भयावह बनी है कि मंडी और कुल्लू का आपस मे संपर्क ही टूट गया है। करीब 1000 पर्यटक व अन्य लोग सरेराह फंस गए हैं। इन लोगों के पास खाने-पीने का कोई सामान नहीं है। काफी हो-हल्ले के बाद प्रदेश सरकार ने फिलहाल 950 खाने के पैकेट पहुंचाए हैं। इस बीच, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्थानीय ज़िला प्रशासन को निर्देश दिया है कि रास्ते में फंसे लोगों को निकाले जाने तक इन्हें नि:शुल्क भोजन उपलब्ध कराया जाए।

उधर, आनी में बृहस्पतिवार को इमारतों के धराशायी होने की वजह से आसपास धूल का गुबार और मलबा बिखर गया। खतरनाक इमारतों के संबंध में सूचना मिलते ही आनी के एसडीएम नरेश वर्मा मौके पर पहुंचे और प्रशासन की तरफ से असुरक्षित घोषित मकानों को खाली करवा कर लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट करवाया। कुल्लू के उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने कहा कि अन्य खतरनाक मकानों को भी खाली करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भूस्खलन का खतरा लगातार बना हुआ है और वर्षा होने की स्थिति में हालात और खराब हो सकते हैं। जिन लोगों के मकान ध्वस्त हुए हैं उनमें महेश कुमार, सुभाष चंद, ज्ञान चंद व इंद्र चंद का संयुक्त मकान, विद्या देवी, शशि बाला, सुरेश कुमार, चिरंजी लाल, खेम चंद, लायक राम और तुले राम के मकान शामिल हैं। इनके अलावा भूपेंद्र कांत मिश्रा और फ़क़ीर चंद के मकान को लगातार खतरा बना हुआ है। इस बीच, शिमला के शिव बावड़ी में 14 अगस्त को हुए भूस्खलन में 3 और शव बरामद किए गए। इसी के साथ इस हादसे में लापता 20 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं। हिमाचल प्रदेश में बरसाती आपदा में अभी तक 350 से अधिक लोगों की दुःखद मृत्यु हुई है। राज्य को 12000 करोड़ रुपये से अधिक की क्षति का अनुमान है।

दी जा रही है हरसंभव सहायता : सुक्खू

मुख्यमंत्री सुक्खू ने शिमला में पत्रकारों से कहा कि कुल्लू और मंडी जिलों में भारी बारिश और भूस्खलन से सड़कें अवरुद्ध होने से विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए लोगों को प्रदेश सरकार द्वारा हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि संबंधित जिला प्रशासन लोगों के लिए भोजन और अस्थायी शिविर की निःशुल्क सुविधा प्रदान कर रहे हैं। साथ ही अवरुद्ध मार्गों को बहाल करने और स्थिति को सामान्य बनाने के लिए युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है।

डरा रहा है मौसम का पूर्वानुमान

हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में मौसम का पूर्वानुमान लोगों को डरा रहा है। मौसम विभाग ने राज्य के लाहौल स्पीति और किन्नौर जिलों को छोड़कर शेष 10 ज़िलों के लिए 25 अगस्त को भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम कार्यालय ने 30 अगस्त तक बारिश की संभावना व्यक्त की है।

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