गुजरात में ज़मीन विवाद को लेकर दलित भाइयों की हत्या, गर्म हुई राजनीति

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DMT : गुजरात  : (15 जुलाई 2023) : –

गुजरात के सुरेंद्रनगर ज़िले के समधियाला गांव में ज़मीन विवाद के चलते बीते बुधवार एक दलित परिवार के दो लोगों की हत्या किए जाने का मामला सामने आया है.

इस मामले में चार अन्य लोग भी घायल हुए हैं जिनका नज़दीकी अस्पताल में इलाज किया जा रहा है.

गुजरात पुलिस ने अब तक पांच लोगों को गिरफ़्तार किया है. इसके साथ ही अन्य अभियुक्तों की तलाश की जा रही है.

गिरफ़्तार किए गए लोगों के नाम आमराभाई हरसुरभाई काछर, जुलुभाई उर्फ़ घुघाभाई काछर, मनुभाई अमरुभाई काछर, भिकूभाई भोजाभाई काछर और भानाभाई हैं.

कांग्रेस ने सत्तारूढ़ दल बीजेपी की आलोचना करते हुए उसे दलित विरोधी पार्टी करार दिया है.

वहीं, राज्य सरकार ने इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए विशेष जांच दल गठित किया है.

क्या है मामला?

ये घटना बीते बुधवार की है जब लगभग 10-12 लोगों ने 60 वर्षीय अल्जीभाई परमार और 54 वर्षीय मंजीभाई परमार पर तलवारों और दूसरे धारदार हथियारों से हमला किया.

इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी.

इस मामले की एफ़आईआर चूड़ा पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गयी है.

पीड़ित परिवार ने दावा किया है कि अभियुक्त लगातार उन्हें धमकी दे रहे थे. उन्होंने ये भी कहा था कि अभियुक्त का परिवार जबरन ज़मीन हथियाना चाहता है.

“उन्होंने बुधवार को हम पर हथियारों से हमला किया. हमारा परिवार अभी भी प्रताड़ना झेल रहा है. हमारे पैसे भी लूट लिए गए. उन्हें (अल्जीभाई) अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन उनकी मौत हो गयी. और मेरे चाचा की भी मौत हो गयी.”

इस मामले में न्याय की गुहार लगाते हुए जयेश परमार कहते हैं, “हम न्याय चाहते हैं. मेरे पिता नहीं रहे. चाचा भी नहीं बचे. मेरा पूरा परिवार तबाह हो गया है. हमारी क्या उम्र है कि हमें ये दिन देखने पड़े. अब ये घर कौन चलाएगा?”

‘पहले भी मिली थीं धमकियां’

पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि हमलावरों ने पहले भी उनके परिवार को धमकियां दी थीं.

पीड़ित परिवार ने बताया है कि वे अपने कंस्ट्रक्शन बिज़नेस के सिलसिले में अहमदाबाद में रहते थे और ज़मीन किसी अन्य व्यक्ति को बटाई पर दी हुई थी.

पुलिस में दर्ज कराई गयी एफ़आईआर के मुताबिक़, पीड़ित परिवार ने इससे पहले भी पुलिस से सुरक्षा मांगी थी.

पुलिस को कठघरे में खड़े करते हुए जयेश दावा करते हैं, “जब धमकियां मिलने के बाद हम सुरक्षा मांगने के लिए पुलिस स्टेशन पहुंचे तो वहां तैनात पुलिस सब-इंस्पेक्टर ने कहा कि, ‘ऐसी चीजें आम हैं, आपको कुछ नहीं होगा. और हमें जाने के लिए कहा गया.”

उन्होंने आरोप लगाया, “हमारे पिता और चाचा की जान पुलिस विभाग की कोताही की वजह से हुई है.”

मंजीभाई के भतीजे सुनीलभाई झाला ने बताया है, “मंजीभाई पर परिवार के भरण पोषण की ज़िम्मेदारी थी. उनकी दो बेटियां और एक बेटा है. उनकी बड़ी बेटी अमेरिका में पढ़ रही है और दूसरी बेटी एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है. उनके बेटे की उम्र मात्र पांच वर्ष है.”

इस मामले में चूड़ा पुलिस थाने के दो सब-इंस्पेक्टरों को निलंबित कर दिया गया है.

बीबीसी गुजराती से आईजी रेंज अशोक कुमार ने कहा, “ये एक दर्दनाक घटना है. इस मामले में जांच की जा रही है. हमने चूड़ा पुलिस स्टेशन के दो सब इंस्पेक्टरों को निलंबित कर दिया है. पुलिस विभाग उनके ख़िलाफ़ कड़े कदम उठाएगा.”

“हम एक विशेष पब्लिक प्रोसिक्यूटर की सेवाएं लेंगे ताकि इस मामले के लिए ज़िम्मेदार लोगों को कड़ी से कड़ी सज़ा मिले. हम इस मामले में किसी अभियुक्त को बाहर नहीं रहने देंगे.”

“पुलिस विभाग पीड़ित परिवार की हर संभव मदद करेगा और इस मामले में सभी कदम उठाएंगे.”

कांग्रेस ने बीजेपी को बताया दलित विरोधी पार्टी

कांग्रेस पार्टी ने इस मामले में राज्य की सत्ताधारी बीजेपी को घेरते हुए उसे ‘दलित विरोधी पार्टी’ करार दिया है.

कांग्रेस नेता शक्तिसिंह गोहिल ने कहा, “बीजेपी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने जानबूझकर दलित परिवार की सुरक्षा को नज़रअंदाज़ किया. असामाजिक तत्वों को दलित परिवार पर हमला करके उन्हें जान से मारने का मौका मिल गया. भू-माफिया से बचने के लिए लगातार सुरक्षा की मांग की गई थी लेकिन पुलिस उन्हें सुरक्षा देने में विफल रही.”

इस सबके बीच दलित नेताओं का सुरेंद्रनगर स्थित अस्पताल पहुंचना जारी है.

कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी ने कहा है कि गुजरात दलित अत्याचार की राजधानी बनने जा रहा है.

उन्होंने कहा, “गुजरात में दलित ज़मीन नहीं जोत सकते हैं और आप राम राज्य आने का दावा करते हैं.”

उधर, राज्य सरकार इस मामले में निष्पक्ष जांच कराने की बात कर रही है. सरकार ने एक विशेष जांच दल भी गठित किया है.

गुजरात सरकार में मंत्री भानुभान बाबरिया ने इस मामले में आईजी और कलेक्टर से बात की और बाद में पीड़ित परिवार से मुलाकात की.

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