DMT : चंडीगढ़ : (10 अगस्त 2023) : – नयी दिल्ली के आईटीओ स्थित बैराज के चार फ्लड गेट नहीं खुलने में हरियाणा के अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है। फ्लड गेट नहीं खुलने से दिल्ली के कई इलाकों में पानी भर गया था। दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने इसके लिए हरियाणा सरकार को जिम्मेदार ठहराया था।
दिल्ली सरकार के गंभीर आरोपों के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सिंचाई विभाग के दो वरिष्ठ अधिकारियों की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई थी। कमेटी ने सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपी। सूत्रों का कहना है कि रिपोर्ट के बाद मुख्यमंत्री ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों के प्रति कड़ी नाराज़गी जताई। चीफ इंजीनियर संदीप तनेजा को मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद निलंबित किया गया है। अधीक्षक अभियंता तरुण अग्रवाल, कार्यकारी अभियंता मनोज कुमार और यमुना बैराज पर तैनात एसडीओ मुकेश वर्मा को चार्जशीट किया गया है।
दरअसल, दिल्ली में आईटीओ बैराज पर कुल 32 फ्लड गेट हैं। इनमें से कुछ का कंट्रोल हरियाणा के पास है। सेना की मदद के बाद फ्लड गेट खोले गए थे।
दोनों सरकारों में हुई थी तकरार
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बाढ़ के हालात के बाद कहा था कि हरियाणा के अधिकारियों की लापरवाही की वजह से दिल्ली में पानी भरा है। उन्होंने कहा कि आईटीओ बैराज के हरियाणा कंट्रोल वाले फ्लड गेट नहीं खुले। मनोहर लाल ने इसके जवाब में कहा था कि आईटीओ बैराज की मरम्मत व देखरेख का पैसा 2018 में इंद्रप्रस्थ पावर प्लांट ने खर्च किया था। दिल्ली सरकार की ओर से मरम्मत के लिए हरियाणा को कभी पत्र नहीं लिखा गया।