DMT : मुंबई : (07 अक्टूबर 2023) : – त्योहारी सीजन से पहले भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बड़ी राहत दी है। लगातार चौथी बार नीतिगत दर रेपो को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है। रेपो दर के 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखने का मतलब है कि मकान, वाहन समेत विभिन्न कर्जों पर मासिक किस्त (ईएमआई) में कोई बदलाव नहीं होगा। मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बुधवार से शुरू हुई तीन दिन की बैठक में किये गये निर्णय की आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने जानकारी दी। रेपो वह ब्याज दर है, जिस पर वाणिज्यिक बैंक अपनी फौरी जरूरतों को पूरा करने के लिये केंद्रीय बैंक से कर्ज लेते हैं।
दास ने कहा कि हमने पूर्व में रेपो दर में जो 2.5 प्रतिशत की कटौती की है, उसका पूरा असर अभी नहीं हुआ। इसको देखते हुए रेपो दर को यथावत रखते हुए उदार रुख को वापस लेने के रास्ते पर बने रहने का निर्णय किया है। आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में मुद्रास्फीति में तेजी के बावजूद चालू वित्त वर्ष के लिये खुदरा मुद्रास्फीति के अनुमान को 5.4 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। आरबीआई गवर्नर ने कहा, ‘इस समय जरूरत सतर्क रहने की है और आत्मसंतुष्टि के लिये कोई गुंजाइश नहीं है।’ मौद्रिक नीति समिति की अगली बैठक 6 से 8 दिसंबर को होगी।
बाजार में तेजी, सेंसेक्स 364 अंक चढ़ा : आरबीआई के फैसले के बाद बाजार में तेजी आई। बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 364.06 अंक चढ़कर 65,995.63 अंक पर बंद हुआ।