बारिश के बाद दिल्ली में यमुना का स्तर अभी भी खतरे के निशान के पार, लोगों की मुसीबतें भी बरकरार

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  • राष्ट्रीय राजधानी में आज सुबह कई स्थानों पर भारी ट्रैफिक जाम और जलभराव देखा गया, जबकि आईटीओ और राजघाट सहित शहर के प्रमुख इलाके जलमग्न रहे. हालांकि, देर शाम हुई बारिश के बावजूद यमुना के जलस्तर में गिरावट का रुख बना हुआ है.

DMT : नयी दिल्ली : (16 जुलाई 2023) : – दिल्ली में एक बार फिर से बारिश हुई, जबकि दिल्ली पहले ही रिकॉर्ड बारिश के बाद गंभीर बाढ़ के खतरे का सामना कर रही है. हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने से यमुना में जल स्तर बढ़ गया है. अधिकारियों ने कहा कि भारी बारिश ने अधिकारियों की परेशानी बढ़ा दी है क्योंकि बाढ़ का पानी निकालने में अधिक समय लग रहा है. राष्ट्रीय राजधानी में आज सुबह कई स्थानों पर भारी ट्रैफिक जाम और जलभराव देखा गया, जबकि आईटीओ और राजघाट सहित शहर के प्रमुख इलाके जलमग्न रहे. हालांकि, देर शाम हुई बारिश के बावजूद यमुना के जलस्तर में गिरावट का रुख बना हुआ है.

दिल्ली-एनसीआर में कल शाम तेज़ बारिश हुई. इसके चलते फिर कई इलाक़ों में पानी भर गया. मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली में कल शाम तीन घंटे के दौरान 11 मिमी बारिश हुई है. आज सुबह से भी दिल्ली के कई इलाकों में घने बादल छाए हैं. आज भी बारिश हुई तो दिल्ली में यमुना के किनारे के इलाकों में आई बाढ़ का रूप और विकराल हो सकता है. आज सुबह भी यहां के कई इलाके बाढ़ से प्रभावित हैं. यमुना का जलस्तर अब 206.08 मीटर है. जो कुछ दिन पहले के अपने सबसे ऊंचे स्तर से क़रीब ढाई मीटर नीचे है.

लेकिन अब भी नदी ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही है. आपको बता दें कि यमुना में ख़तरे का स्तर 205.33 मीटर है. वहीं यहां के यमुना बाज़ार, ITO, लाल क़िले, कश्मीरी गेट के आसपास के इलाक़ों में पानी भरा है. प्रभावित इलाकों में NDRF की 16 टीमें तैनात हैं. NDRF की टीमों ने दिल्ली में अब तक 1500 से ज़्यादा लोगों को बचाया है. साथ ही 6,000 से ज़्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है. ITO के पास यमुना ब्रिज के जाम हुए गेट को खोलने की कोशिश की जा रही है. इसमें सेना और नेवी मदद कर रही है.

पिछले एक सप्ताह से यमुना खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है. यमुना का जलस्तर बढ़ने से सड़कें छोटी नदियों में बदल गईं, अधिकारियों ने बचाव कार्य जारी रखा. दो टास्क फोर्स को भी मेरठ से दिल्ली ले जाया जा रहा है, और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए उन्हें स्टैंडबाय पर रखा जाएगा. निचले इलाकों में भोजन की कमी के कारण लोगों के बीच शिकायतें बढ़ गई हैं, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आश्वासन दिया है कि बाढ़ के पानी की निकासी में सहायता के लिए यमुना बैराज के सभी पांच गेट खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिनमें से कुछ गाद से जाम हैं.

सीएम केजरीवाल ने कहा, “आईटीओ बैराज का पहला जाम गेट खोल दिया गया है, जल्द ही सभी पांच गेट खोल दिए जाएंगे. हम स्थिति को सामान्य करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो देशों की यात्रा से लौटने के बाद उपराज्यपाल वीके सक्सेना से बात कर राहत एवं बचाव कार्य की जानकारी ली. दिल्ली एलजी ने कहा कि प्रधान मंत्री ने सभी मदद और केंद्र के समर्थन का आश्वासन दिया. स्थानीय सरकार ने भीड़भाड़ को प्रबंधित करने और यात्रियों की सहायता के लिए प्रभावित क्षेत्रों में 4,500 से अधिक यातायात कर्मियों को तैनात किया है. शहर की चार सीमाओं से आवश्यक वस्तुओं को छोड़कर भारी मालवाहक वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.

दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गैर-जरूरी सरकारी कार्यालयों, स्कूलों और कॉलेजों को रविवार तक बंद रखने का आदेश दिया है. उत्तर पश्चिमी दिल्ली के मुकुंदपुर चौक इलाके में बाढ़ के पानी में तैरने की कोशिश करते समय तीन लड़के डूब गए. यमुना का पानी खतरे के निशान को पार करने के बाद शहर में ये पहली मौतें थीं.

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