भारत ने अमेरिका को बांग्लादेश को लेकर क्यों किया सतर्क

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DMT : अमेरिका  : (29 अगस्त 2023) : –

बांग्लादेश में आम चुनाव होना है और इसे लेकर अमेरिका, चीन और भारत की अपनी-अपनी रणनीति है.

हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक़ भारत ने बांग्लादेश के आम चुनावों के मद्देनज़र अमेरिका को सतर्क किया था कि बांग्लादेश पर अधिक दबाव बनाने से चरमपंथी ताक़तें मज़बूत होंगी और क्षेत्रीय स्थिरता प्रभावित होगी.

अख़बार ने इस मामले से जुड़े लोगों के हवाले से ये ख़बर प्रकाशित की है.

भारत ये भी मानता है कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों के मुद्दे पर अमेरिका का दबाव बांग्लादेश को चीन के क़रीब धकेल सकता है और इसका क्षेत्र पर असर पड़ेगा.

भारत ने भी स्पष्ट किया कि वह भी बांग्लादेश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव चाहता है.

भारत ने अमेरिका को बताया है कि इस संबंध में अगर बांग्लादेश पर बहुत अधिक दबाव बनाया गया तो बांग्लादेश में चरमपंथी और कट्टरपंथी ताक़तें ही मज़बूत होंगी.

इस मामले से संबंधित लोगों ने अख़बार को बताया है कि भारत मानता है कि बांग्लादेश में शेख़ हसीना की सरकार ने अभी तक इन ताक़तों को नियंत्रित रखा है.

दिसंबर 2021 में अमेरिका ने बांग्लादेश के अर्धसैनिक बल रैपिड एक्शन बटालियन (आरएबी) और इसके कई वरिष्ठ अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाए थे.

मई 2023 में अमेरिका ने बांग्लादेश की चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने का प्रयास करने वाले लोगों पर वीज़ा प्रतिबंध लगाने की चेतावनी भी दी थी.

अमेरिका ने कहा था कि राजनीतिक दलों, नागरिक समूहों या मीडिया की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को प्रभावित करने पर ये क़दम उठाये जा सकते हैं.

जोहानिसबर्ग में हाल ही में ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख़ हसीना से मुलाक़ात हुई थी.

दोनों नेताओं की मुलाक़ात के चीन के विदेश मंत्रालय की तरफ़ से जारी बयान में कहा गया था कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि चीन बाहरी ताक़तों के दख़ल के विरोध में बांग्लादेश का समर्थन करता है और चीन और बांग्लादेश अपने-अपने हितों की रक्षा के लिए एक दूसरे का सहयोग करेंगे.

इसी बयान में प्रधानमंत्री शेख़ हसीना का वक्तव्य भी प्रकाशित हुआ था, जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘बांग्लादेश-चीन संबंध “आपसी सम्मान और एक-दूसरे के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने” पर आधारित हैं.’

शेख़ हसीना साल 2009 से सत्ता में हैं और लगातार चौथी पर प्रधानमंत्री पद हासिल करने के लिए प्रयासरत हैं.

भारत के पड़ोस में शेख़ हसीना को भारत के सबसे भरोसेमंद सहयोगी के रूप में भी देखा जाता है.

अख़बार की रिपोर्ट के मुताबिक़ शेख हसीना की सरकार ने भारत विरोधी चरमपंथी समूहों पर कार्रवाई की है और ऊर्जा और कारोबार के क्षेत्र में भारत के साथ संपर्क को और मज़बूत किया है.

इसमें भारत के पूर्वोत्तर राज्यों के लिए सामान ले जाने के लिए कई अहम बंदरगाहों को खोलना भी शामिल हैं.

बांग्लादेश में जनवरी 2024 में आम चुनाव होने हैं. अमेरिका और यूरोपीय संघ के देश बांग्लादेश सरकार पर स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए दबाव बना रहे हैं. इससे विपक्ष की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) को बल मिल रहा है.

हाल के महीनों में बीएनपी ने बांग्लादेश में कई बड़ी राजनीतिक रैलियां की हैं.

बीएनपी ने साल 2014 के आम चुनावों का बहिष्कार किया था और 2019 के चुनावों में उसे सिर्फ़ सात सीटों पर ही जीत मिली थी.

हिन्दुस्तान टाइम्स ने इस मामले से जुड़े लोगों के हवाले से लिखा है कि इस बार के चुनाव में बीएनपी को कई सीटों पर जीत मिल सकती है.

भारत की चिंता ये है कि अगर बांग्लादेश में जमात मज़बूत होती है तो वहाँ चरमपंथी समूहों को बल मिलेगा, जिसका असर भारत के सीमावर्ती इलाक़ों पर पड़ सकता है.

हाल ही में शेख़ हसीना की पार्टी के नेताओं ने बीजेपी के आमंत्रण पर भारत का दौरा भी किया था और बांग्लादेश के चुनावों के महत्व का मुद्दा उठाते हुए कहा था कि आगामी चुनाव क्षेत्रीय स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण हैं.

इस नक़्शे में समूचे अरुणाचल प्रदेश इलाक़े और अक्साई चिन क्षेत्र को चीन की सीमाओं के भीतर दिखाया गया है.

चीन के प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय ने साल 2023 का ये नक़्शा जारी किया है. चीन ने अपनी पश्चिमी सीमा पर अपने दावों, समूचे दक्षिण चीन सागर को भी पिछले संस्करणों की तरह इस नये नक़्शे में शामिल किया है.

पुराने नक़्शों की तरह ही चीन ने अपनी दसवीं डेश लाइन को ताइवान के पूर्व में दिखाया है और इस समूचे क्षेत्र पर अपना दावा पुख़्ता किया है.

इसी साल अप्रैल में चीन ने घोषणा की थी कि वह अरुणाचल प्रदेश की 11 जगहों का नामों का ‘मानकीकरण‘ करेगा. इनमें कई ऐसे क़स्बों के भी नाम है जो अरुणाचल की राजधानी इटानगर के पास स्थित हैं.

ये चीन की अरुणाचल के स्थानों के नामकरण की तीसरी सूची थी. विश्लेषक मानते हैं कि चीन ने भारत के अरुणाचल प्रदेश में जी-20 से जुड़े कार्यक्रम करने की प्रतिक्रिया में ऐसा किया है. चीन अरुणाचल में भारत के कार्यक्रमों का विरोध करता रहा है.

सीटों का बँटवारा इंडिया गठबंधन की बैठक के एजेंडे में

31 अगस्त और एक सितंबर को मुंबई में होने जा रही इस बैठक में सीटों के बंटवारे के फार्मूले, समन्वय समिति के गठन, संयोजकों की नियुक्ति, गठबंधन के लोगो पर चर्चा की जाएगी.

विपक्ष के एक वरिष्ठ नेता ने अख़बार को बताया है, “इस बैठक में राज्यों में सीटों के बंटवारे के फार्मूले पर चर्चा हो सकती है. 31 अगस्त को गठबंधन का लोगो भी जारी किया जाएगा. इस लोगो में देश और उसकी एकता की झलक होगी और ऐसी चीज़ें होंगी जो भारत को जोड़ती हैं.”

इसी बीच शिवसेना (यूबीटी) ने सोमवार को गठबंधन की बैठक का टीज़र वीडियो भी जारी किया.

इससे पहले शिवसेना के सांसद संजय राउत ने कहा था, “पूर्वोत्तर की कुछ पार्टियों ने संपर्क किया है और इसके बारे में सभी पार्टियां मिलकर फ़ैसला करेंगी.”

महाराष्ट्र में विपक्ष का गठबंधन महाविकास अगाढ़ी जिसमें शिवसेना (यूबीटी) एनसीपी और कांग्रेस शामिल हैं, मुंबई में विपक्ष के गठबंधन की बैठक की तैयारियां कर रहा है और इस बैठक को लेकर समितियां बनाई हैं.

ग़ाज़ियाबाद में पीड़ित सिक्यूरिटी गार्ड की मौत

पुलिस के मुताबिक़ अभियुक्त अजय को गिरफ़्तार कर लिया गया है.

पुलिस के मुताबिक़ ये घटना रविवार की है. पीड़ित युवती को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहाँ सोमवार को उसकी मौत हो गई.

ये महिला मूल रूप से झारखंड की रहने वाली है और ग़ाज़ियाबाद की एक हाउसिंग सोसायटी के पास अपनी रिश्तेदार के साथ रह रही थी.

युवती के परिजनों का आरोप है कि उसके साथ हाउसिंग सोसायटी के बेसमेंट में तीन लोगों ने बलात्कार किया जिसके बाद उसने ज़हर खा लिया था.

पुलिस ने इस मामले में बलात्कार की धारा के तहत एफ़आईआर की है. पुलिस का कहना है कि महिला के साथ गैंगरेप नहीं किया गया था.

पुलिस के मुताबिक़ बेसमेंट के सीसीटीवी फुटेज हासिल किए गए हैं, जिनसे गैंगरेप की घटना की पुष्टि नहीं होती है.

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