शाहबाद डेयरी: डेढ़ मिनट की पूरी घटना, पुलिस ने धार्मिक एंगल पर क्या बताया

Hindi New Delhi

DMT : नई दिल्ली : (30 मई 2023) : –

दिल्ली से छपने वाले अख़बारों में आज मणिपुर में गृह मंत्री अमित शाह के पहुंचने, शाहबाद डेयरी में एक 16 वर्षीय किशोरी की हत्या और पहलवानों को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन की अनुमति नहीं देने की ख़बरों को पहले पन्ने पर जगह दी गई है.

प्रेस रिव्यू की शुरुआत करते हैं दिल्ली में हुई एक नाबालिग लड़की की हत्या में अब तक सामने आई जानकारी की ख़बर से.

दिल्ली के शाहबाद डेयरी में रविवार रात एक 16 वर्षीय लड़की की उसके कथित 20 वर्षीय ब्वॉयफ़्रेंड ने चाकूओं से गोदकर हत्या कर दी. इस घटना का एक सीसीटीवी फ़ुटेज सोशल मीडिया पर वायरल है.

हालांकि, लड़की के परिजनों ने कहा है कि उनको रिलेशनशिप के बारे में कोई भी जानकारी नहीं है. पुलिस ने कहा है कि यह अपराध धर्म से प्रेरित नहीं था.

दिल्ली के स्पेशल कमिश्नर ऑफ़ पुलिस (लॉ एंड ऑर्डर) दीपेंद्र पाठक ने कहा, “हमारी शुरुआती जांच बताती है कि इस अपराध के पीछे कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है.”

अख़बार के मुताबिक़, रविवार की रात 8.40 बजे लड़की शाहबाद डेयरी के सी ब्लॉक में अपने दोस्त के बेटे की बर्थडे पार्टी में जा रही थी.

दीपेंद्र पाठक ने बताया, “लड़की जब पब्लिक टॉयलेट में तैयार होकर पार्टी के लिए निकल रही थी तब शख़्स ने उसे पकड़ लिया.”

पुलिस का कहना है कि साहिल ने 16 बार पीड़िता पर चाकू से वार किया. इसके बाद उसने एक पत्थर से भी उस पर पांच बार वार किया. 10 सेकंड के बाद वो वापस आया उसने फिर पत्थर उस पर फेंका और शव को दो बार लात मारी और वहां से चला गया.

यह पूरी घटना डेढ़ मिनट के दौरान हुई और उस दौरान घटनास्थल पर काफ़ी चहल-पहल भी थी.

लड़की अपने परिजनों और 10 साल के भाई के साथ घटनास्थल से थोड़ी ही दूरी पर रहती थी. लड़की के पिता राजमिस्त्री का काम करते हैं और उनकी मां घरेलू सहायिका हैं.

लड़की के पिता ने बताया कि वो वकील बनना चाहती थी और उसने हाल ही में 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा पास की थी.

साहिल घटनास्थल से तीन किलोमीटर दूर प्रह्लादपुर में रहता था और वो एसी मैकेनिक का काम करता है.

पुलिस ने बताया है कि उसे अभियुक्त, पीड़िता के दोस्तों और पड़ोसियों से जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक़ दोनों जून 2021 से लेकर इस मई तक रिलेशनशिप में थे, लेकिन किसी और पुरुष के आने की वजह से दोनों अलग हो गए थे.

पुलिस का कहना है कि इसी वजह से साहिल ग़ुस्से में था और उसने उन दोनों को साथ देखने पर जान से मारने की धमकी दी थी. वहीं पीड़िता के परिजन किसी भी रिलेशनशिप की बात ख़ारिज कर रहे हैं.

मणिपुर: सुरक्षाबलों के हथियार लूटने की कोशिश

मणिपुर में हुई ताज़ा हिंसा के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चार दिन के इम्फ़ाल दौरे पर पहुंचे हैं.

वहीं अख़बार एक अपनी दूसरी ख़बर में लिखता है कि ‘शरारती तत्वों’ के हाथों में हथियार और गोला-बारूद सुरक्षाबलों के लिए सिरदर्द बन गया है.

इस ख़बर को भी अख़बार सूत्रों के हवाले से लिखता है कि 27-28 मई की रात को दोबारा शुरू हुई हिंसा के दौरान नागरिकों ने इम्फ़ाल में सुरक्षा प्रतिष्ठानों से हथियार लूटने की कोशिश की.

सूत्रों का कहना है कि इम्फ़ाल ईस्ट में मणिपुर राइफ़ल्स की सातवीं बटालियन में कुछ लोगों ने इकट्ठा होकर हथियार क़ब्ज़े में लेने की कोशिश की जिसे सुरक्षाबलों ने नाकाम कर दिया.

इसी तरह से सोमवार की सुबह पोरोम्पाट पुलिस स्टेशन पर कुछ लोग इकट्ठा हुए जिन्हें आंसू गैस के गोले इस्तेमाल करके भगाना पड़ा.

दिल्ली-पंजाब कांग्रेस नेता नहीं चाहते ‘आप’ को मिले समर्थन

अंग्रेज़ी अख़बार ‘द हिंदू’ के मुताबिक़, दिल्ली और पंजाब के कांग्रेस नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व सांसद राहुल गांधी से कहा है कि वो आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल का समर्थन न करें.

दरअसल दिल्ली में सिविल सेवकों की ट्रांसफ़र-पोस्टिंग को लेकर केंद्र सरकार एक अध्यादेश लेकर आई है जिसके ख़िलाफ़ आम आदमी पार्टी कांग्रेस का भी साथ चाहती है.

इस सिलसिले में केजरीवाल अब तक ममता बनर्जी, नीतीश कुमार, शरद पवार और उद्धव ठाकरे से मिल चुके हैं. हालांकि, खड़गे ने कहा था कि वो राज्य के पार्टी नेताओं से बात करने के बाद इस पर फ़ैसला करेंगे.

इसके बाद खड़गे, राहुल गांधी और पार्टी नेता केसी वेणुगोपाल ने पंजाब और दिल्ली के नेताओं के साथ बात की है.

अख़बार पंजाब के नेताओं के हवाले से लिखता है कि उन्होंने आम आदमी पार्टी और केजरीवाल पर ‘भरोसा करने का’ विरोध किया है.

इन नेताओं का कहना है कि आम आदमी पार्टी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के ख़िलाफ़ केस दर्ज करके और उन्हें गिरफ़्तार करके निशाना बना रही है.

आम आदमी पार्टी ने ही दिल्ली और पंजाब में कांग्रेस की सरकार को हराकर वहां पर पहली बार अपनी पार्टी की सरकार बनाई थी.

बीजेपी का ख़ास जनसंपर्क अभियान

भारतीय जनता पार्टी मोदी सरकार के नौ साल पूरे होने के मौक़े पर आज से 30 जून तक विशेष जनसंपर्क अभियान चलाने जा रही है.

2024 के चुनावों पर नज़र रखते हुए रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की थी और उन्हें जनता के साथ संपर्क करने के निर्देश दिए थे.

पीएम मोदी की इस सिलसिले में बुधवार को एक बड़ी रैली राजस्थान के अजमेर में होने जा रही है.

मोदी सरकार के नौ साल पूरे होने पर हर लोकसभा क्षेत्र में विशेष संपर्क अभियान चलाया जाएगा.

इस ख़ास मौके पर सभी ज़िला, मंडल, शक्ति केंद्र और बूथ पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिनमें मोदी सरकार की नीतियों और उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाया जाएगा.

देशभर में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की 51 रैलियां होंगी और 396 लोकसभा सीटों पर जनसभाएं होंगी.

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