हिमाचल में फूलों का कारोबार, 100 करोड़ पार

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DMT : सोलन : (17 अक्टूबर 2023) : –

हिमाचल में सोलन जिला को फूलों की खेती का जनक माना जाता है। सोलन जिला के चायल क्षेत्र से शुरू हुई फूलों की खेती अब प्रदेश में प्रतिवर्ष 100 करोड़ से अधिक कारोबार कर रही है। यहां की जलवायु के कारण फूलों की खेती की आपार संभावनाएं हैं। हिमाचल में बेमौसमी फूलों की खेती होती है, जिसकी पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ व दिल्ली की मंडियों में भारी मांग रहती है। प्रदेश के किसान अब फूलों की खेती से अच्छी आय अर्जित कर रहे हैं।

दोची फार्म हाउस में 80 के दशक में उगाये गये विदेशी फूल

चायल के दोची में महाराजा पटियाला का फार्म हाउस है। यहां 80 के दशक में विदेशी फूल उगाए गए। दोची के साथ लगते महोग गांव के लोगों ने भी यहां फूल देखे तो उन्होंने भी फूलों की खेती करने का मन बनाया। महोग गांव के प्रगतिशील पुष्प उत्पादक आत्मस्वरूप, मदन चौहान, बाबू राम, प्यारेलाल, ओमप्रकाश ने परंपरागत खेती को छोड़ कर फूलों की व्यावसायिक खेती शुरू की। पहले पहल किसानों ने खुले में ही फूलों की खेती की, जिससे अच्छी पैदावार और फूलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए उद्यान विभाग ने यहां अपना सेंटर खोला।

कोविड से हुआ था नुकसान, अब दोबारा खिलने लगे फूल

आदर्श पुष्प केंद्र महोगबाग से मिले आंकड़ों के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में करीब 800 हैक्टेयर भूमि पर फूलों की खेती की जाती थी, लेकिन कोविड के समय पुष्प उत्पादकों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा था। इससे प्रदेश में फूलों का उत्पादन लगभग आधा हो गया था। कोविड खत्म होने के बाद अब दोबारा से लोग व्यावसायिक पुष्प उत्पादन करने लगे हैं। भले ही प्रदेश में सोलन जिला से पुष्प उत्पादन की शुरुआत हुई हो, लेकिन पुष्प उत्पादन में सिरमौर जिला अव्वल है।

आदर्श पुष्प केंद्र बना महोग बाग

चायल क्षेत्र का जलवायु फूलों की खेती के लिए अनुकूल है। यहां फूलों की अच्छी पैदावार को देखते हुए उद्यान विभाग ने वर्ष 1994-95 में महोग बाग को आदर्श पुष्प केंद्र बनाया। केंद्र की स्थापना के बाद यहां किसानों को फूलों की खेती का प्रशिक्षण दिया जाने लगा। चायल क्षेत्र के अलावा प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में फूलों की ट्यूलिप, लीलियम, कारनेशन, गलेडियोलस, गुलदाउदी, गुडेशिया, गुलाब, एस्ट्रोमेरिया समेत कई किस्मों की खेती हो रही है।

महोगबाग में हैं फूलों की टिशु कल्चर लैब : डॉ. हिमराल

आदर्श पुष्प केंद्र महोगबाग के प्रभारी व विषयवाद विशेषज्ञ डॉ. प्रदीप हिमराल ने बताया कि महोग से प्रदेश में फूलों की खेती की शुरुआत हुई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के किसानों को अच्छी क्वालिटी के फूल मिलें इसके लिए महोगबाग में विभाग की और से टिशु कल्चर लैब भी स्थापित की गई है।

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