DMT : सोनीपत : (15 जून 2023) : –
नगर निगम के ठेकेदार ने मानवता की सभी सीमाएं लांघते हुए उसके कारिंदों द्वारा पकड़े गए बंदरों को भीषण गर्मी में लोहे के पिंजरों में ठूंस दिया और 12 दिन तक भूखा-प्यासा रखा। भूख-प्यास से तड़पते हुए 8 बंदरों की मौत हो गई। ठेकेदार ने उनके शवों को बोरों में भरवाकर सुनसान क्षेत्र में फिंकवा दिया। सूचना पाकर पहुंचे गुस्साए सामाजिक कार्यकर्ताओं ने ठेकेदार के साथ हाथापाई कर दी। बाद में पुलिस ने ठेकेदार के यहां से 57 बंदर व उनके बच्चों को मुक्त कराया। पुलिस ने नगर निगम और ठेकेदार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गांव तिहाड़ कला के रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता मंजीत सिंह ने पुलिस को बताया कि महलाना रोड पर स्थित अंबेडकर कालोनी में दर्जनों बंदरों को लोहे के पिजरों में बंधक बनाकर रखने की सूचना मिली थी। वह अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंचे तो वहां पर एक मकान में पिंजरे लगाकर बंदरों को बंधक बनाया हुआ था। भीषण गर्मी में भूख प्यास से कई बंदरों की मौत हो गई। आरोप है कि ठेकेदार हरीशचंद ने मृत बंदरों को बोरों में भरवाकर सुनसान क्षेत्र में फेंकवा दिया। सूचना पाकर पुलिस, नगर निगम समेत कई विभागों के अधिकारियों के साथ ही क्षेत्र के सैकड़ों लोग मौके पर जमा हो गए। लोगों ने भूख-प्यास से तड़पते बंदरों के भोजन-पानी की व्यवस्था की। वहीं, बंदरों की दयनीय स्थिति देखकर लोग आक्रोशित हो गए। वहां पर ठेकेदार को पीटना शुरू कर दिया।
”मामला संज्ञान में आने पर एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई की गई है। एजेंसी का टेंडर रद्द कर दिया गया है और एजेंसी को ब्लैक लिस्ट कर दिया है। मामले की जांच के लिए संयुक्त आयुक्त के नेतृत्व में जांच कमेटी बना दी गई है।”
विश्राम कुमार मीणा, आयुक्त, नगर निगम, सोनीपत