नवरात्र आज से : मातृशक्ति पूजन की शुरुआत, आइये करें प्रशासनिक देवियों से मुलाकात

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DMT : कैथल : (15 अक्टूबर 2023) : –

इस नवरात्र आइये, मुलाकात करें इन प्रशासनिक देवियों से। ये देवियां समाज सुधार की दिशा में तो काम कर ही रही हैं, साथ ही सहयोग कर रही हैं प्रशासनिक सेवाओं व सरकारी योजनाओं को आगे बढ़ाने में। इन देवियों ने साबित कर दिया कि अगर इरादे बुलंद हों, हौंसलों की उड़ान हो तो फिर कुछ भी असंभव नहीं। इन देवियों ने यूपीएससी परीक्षा में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। आइये, नवरात्र की इस पावन बेला पर पढ़ते हैं इन देवियों की शक्ति की कहानी…

दीपशिखा : पहले ही प्रयास में बनीं आईएएस अफसर

कैथल की बेटी दीपशिखा 2015 में आईएएस के रूप में चयनित हुई। यूपीएससी के एग्जाम में 33वां स्थान लाकर कैथल का नाम पूरे देश में रोशन किया है। दीपशिखा ने बताया कि आईएएस बनने के बाद महिला सशक्तीकरण व पंचायती राज को सशक्त बनाने के लिए काम करना उनका ध्येय है। राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित पिता भीम सेन व शिक्षिका माता सुनीता शर्मा ने बताया कि दीपशिखा उनकी इकलौती संतान है। वर्ष 2015 में आईएएस के रूप में चयनित हुई दीपशिखा का मूल काडर गुजरात है। वर्तमान में वह जालंधर (पंजाब) में डेवेलपमेंट अथॉरिटी में चीफ एडमिनिस्ट्रेटर के पद पर कार्यरत हैं। दीपशिखा ने एडीसी, डीसी, कमिश्नर के पद पर कार्य किया है। दीपशिखा जिले की पहली ऐसी बेटी हैं जो प्रथम प्रयास में डायरेक्ट आईएएस सिलेक्ट हुई हैं।

कनिका गोयल : यूपीएससी परीक्षा में राज्य में प्रथम रहीं

कैथल की ही कनिका गोयल ने गत मई माह में यूपीएससी परीक्षा में नौवां रैंक प्राप्त किया है। वह प्रदेश भर में प्रथम स्थान पर रहीं। एक साधारण से परिवार में जन्मी कनिका गोयल का बचपन से ही आईएएस बनने का सपना था। कनिका ने बताया कि उसके आईएएस बनने में उसके माता-पिता की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। कनिका के अनुसार उसने अपनी स्कूली शिक्षा हिंदू गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल कैथल से पूरी की। इसके बाद उसने श्रीराम कॉलेज फॉर वूमेन दिल्ली से पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन की। यूपीएससी के लिए उसने ऑनलाइन कोचिंग भी ली। हालांकि उसके माता-पिता दसवीं तक पढ़े हैं लेकिन उन्होंने बेटी को आईएएस बनाने की ठान रखी थी। उसने कहा कि वह आईएएस अधिकारी बनकर अब वह देश की सेवा करेगी। कनिका के पिता एलसी गोयल ने कहा कि उसकी बेटी ने बचपन में ही आईएएस बनने का सपना देखा था जो आज पूरा हुआ है। कनिका गोयल इस समय उत्तराखंड मसूरी में ट्रेनिंग कर रही हैं।

दिव्यांशी सिंगला : 95वें रैंक परकैथल की एक और बेटी दिव्यांशी सिंगला ने भी यूपीएससी परीक्षा में 95वां रैंक हासिल किया है। वेद प्रकाश सिंगला और रेणू सिंगला के घर जन्मी दिव्यांशी स्कूल और कालेज में टॉप करती रही है। उसने अपनी स्कूली शिक्षा आईजी स्कूल कैथल से प्राप्त की तथा रामजस कालेज से स्नातक की डिग्री ली। यह उसका तीसरा प्रयास था। दिव्यांशी सिंगला कहती हैं कि देश सेवा ही उनका मकसद है।

संध्या प्रताप : ऑनलाइन पढ़ाई से पाई मंजिल

हूडा कालोनी कैथल निवासी संध्या प्रताप को यूपीएससी परीक्षा में 316वां रैंक प्राप्त हुआ है। संध्या ने बीटेक की पढ़ाई पूरी की और फिर आईएएस बनने में जुट गई। उसके पिता रामप्रताप गोयल राजकीय हाई स्कूल बरोट में हैडमास्टर हैं और माता लवलीन गोयल गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल सीवन में संस्कृत टीचर हैं। संध्या ने बताया कि उन्होंने ऑनलाइन पढ़ाई करके यूपीएससी की परीक्षा पास की। पहले उनका 142वां रैंक आया था वह आईआरएस की ट्रेनिंग नागपुर एनएडीटी में कर रही हैं।

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