पाकिस्तान चंद्रयान-3 की कामयाबी से लेकर विश्व कप और ब्रिक्स पर क्या बोला?

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DMT : पाकिस्तान  : (26 अगस्त 2023) : –

उन्होंने भारत के चंद्रयान के चांद पर सफलतापूर्वक उतरने को लेकर कहा, “ये एक बड़ी वैज्ञानिक कामयाबी है जिसके लिए इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई दी जानी चाहिए.”

जब उनसे पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान की गिरफ्तारी के बारे में एक सवाल पूछा गया तो उसके जवाब में उन्होंने इस मसले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.

भारत से जुड़े किन-किन विषयों पर क्या-क्या कहा-

ब्रिक्स समूह में पाकिस्तान के क़रीबी समझे जाने वाले देशों को बतौर नए सदस्य शामिल करने के फ़ैसले के बारे में उनसे सवाल किया गया कि पाकिस्तान को क्या नज़रअंदाज़ किया जा रहा है या फिर पाकिस्तान ने कभी ब्रिक्स का हिस्सा बनने की इच्छा नहीं जताई.

इसी सप्ताह ब्रिक्स में शामिल पांच देशों ने इस गठबंधन के सदस्यों की संख्या बढ़ाने का फ़ैसला किया है. अर्जेंटीना, मिस्र, ईरान, इथियोपिया, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को अगले साल जनवरी में ब्रिक्स की सदस्यता मिल जाएगी.

भारत और सऊदी अरब की ओर निशाना साध कर पूछे गए एक सवाल में ये चिंता जताई गई कि ब्रिक्स का सदस्य बनने के बाद सऊदी अरब पाकिस्तान के विरोधियों (भारत) के साथ अपने रिश्ते गहरे करेगा.

जवाब में विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने कहा कि जोहानिसबर्ग में हुई ब्रिक्स की बैठक पर पाकिस्तान की नज़र है और वो समावेशी बहुपक्षवाद का समर्थन करता है.

उन्होंने कहा, “पाकिस्तान ने अब तक ब्रिक्स का सदस्य बनने को लेकर औपचारिक रूप से आवेदन नहीं किया. एक विकासशील देश होने के नाते दक्षिण एशियाई देशों के बीच शांति और सहभागिता बनाए रखने में पाकिस्तान महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है. हम अंतरराष्ट्रीय सहयोग और बहुपक्षवाद की मज़बूती के लिए आवाज़ उठाना जारी रखेंगे.”

संवाददाता सममेलन में सवाल पूछा गया कि क्या मैच देखने के लिए भारत जाने की इच्छा रखने वालों के वीज़ा के लिए पाकिस्तान सरकार भारत से बात कर रही है.

इस सवाल के उत्तर में विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने बताया कि विश्व कप में पाकिस्तान की टीम की हिस्सेदारी, उनके रहने की व्यवस्था जैसे मुद्दों के लिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड, इंडिया क्रिकेट बोर्ड के साथ चर्चा में है इसलिए इस बारे में और जानकारी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड से मिल सकती है.

पाकिस्तान और भारत के बीच मैच 14 अक्तूबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में होने वाला है.

प्रवक्ता ने कहा कि जम्मू कश्मीर को मिले विशेष दर्जे को हटाने के भारत सरकार के फ़ैसले और वहां के नागरिकों, पत्रकारों और नेताओं की अभिव्यक्ति की आज़ादी के अधिकार पर पाबंदियां लगाने को लेकर मानवाधिकारों के लिए संयुक्त राष्ट्र स्पेशल प्रोसिड्योर्स ने चिंता जताई है.

उन्होंने कहा है कि भारत के चरमपंथ-रोधी क़ानून का इस्तेमाल मानवाधिकारों के हनन के लिए किया जा रहा है.

संवाददाता सम्मेलन में मंत्रालय की प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान प्रशासित जम्मू कश्मीर के कोटली में लाइन ऑफ़ कंट्रोल के पास 21 अगस्त 2023 को भारतीय सेना ने बिना उकसावे के फायरिंग की थी. इस घटना में 60 साल के एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.

उन्होंने कहा कि निकियाल सेक्टर में हुई ये घटना 2003 में हुए संघर्ष विराम का उल्लंघन है. उन्होंने भारत से मामले की जांच कराने और संघर्ष विराम का पालन करने की गुज़ारिश की है, साथ ही कहा है कि सेना को आम लोगों को निशाना नहीं बनाना चाहिए.

विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने इस बात की पुष्टि की कि पाकिस्तान में नशीले पदार्थों की तस्करी के मामले में छह भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार करने का सेना का दावा सही है.

उन्होंने कहा कि ये गिरफ्तारियां पाकिस्तान की सीमा के भीतर हुई हैं. उन्होंने कहा कि ये अपराधी देश में नशीले पदार्थ, हथियार और गोला-बारूद लाना चाहते थे और ये गंभीर चिंता का विषय है.

उन्होंने कहा कि इस मामले में विदेश मंत्रालय भारत के साथ संपर्क में है. साथ ही उन्होंने भारतीय अधिकारियों से गुज़ारिश की कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों.

पाकिस्तान और भारत के मौजूदा चार्ज डी अफ़ेयर्स की जगह दूसरे अधिकारी की नियुक्ति से जुड़े एक सवाल पर उन्होंने कहा कि अधिकारियों का ट्रांसफ़र आम प्रक्रिया है.

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के चार्ज डी अफ़ेयर्स का कार्यकाल पूरा हो गया है, इसलिए उनकी जगह एक नए अधिकारी को नामांकित किया गया है, वो जल्द ही अपना कार्यभार संभालेंगे.

इस प्रक्रिया के दौरान दोनों मुल्कों के अधिकारियों के लिए असाइनमेन्ट वीज़ा की गुज़ारिश की जाती है और पाकिस्तान प्रक्रिया का पालन कर रहा है.

बीते दिनों ऑस्ट्रेलियाई हाई कमिश्नर ने पाकिस्तान तहरीके-इंसाफ़ के नेता और वाइस-चेयरमैन शाह महमूद क़ुरैशी और अली ज़ाफर को बातचीत का न्योता दिया था. इस बैठक में कई पश्चिमी मुल्कों के कूटनीतिज्ञों ने भी शिरकत की थी.

विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता से सवाल पूछा गया कि क्या विदेश मंत्रालय को इसकी जानकारी है? और क्या नेताओं और चुनाव कमिश्नरों से मुलाक़ात को लेकर कोई स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल है?

इसके उत्तर में प्रवक्ता ने कहा कि इसके बारे में अमेरिकी दूतावास या चुनाव आयोग से और जानकारी मांगी जाए तो अच्छा.

विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधि उस बैठक में शामिल नहीं थे. हालांकि विदेशी कूटनीतिज्ञों की पहले भी पाकिस्तानी राजनेताओं के साथ बैठकें होती रही हैं, ये सामान्य है.

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