DMT : चंडीगढ़ : (26 अगस्त 2023) : –
पंजाब के राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच विवाद गहरा गया है। विभिन्न मुद्दों पर मांगी गई जानकारी नहीं देने तथा सार्वजनिक स्थानों पर प्रतिकूल टिप्पणी से नाराज राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान को ‘अंतिम’ पत्र लिखा है। पत्र में राज्यपाल ने पूरा मामला राष्ट्रपति के समक्ष उठाने तथा आपराधिक कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
राज्यपाल ने एक अगस्त को भी इसी तरह का पत्र लिखा था। बताया जा रहा है कि हर पत्र में मामला राष्ट्रपति शासन की सिफारिश की तरफ बढ़ रहा है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान को लिखे पत्र में राज्पाल ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 167 के स्पष्ट प्रावधानों के अन्तर्गत सभी जानकारी उपलब्ध कराना अनिवार्य होता है। राज्यपाल ने कहा कि मांगी गई जानकारी देना तो दूर, सीएम ने अनावश्यक और अनुचित टिप्पणियां कीं जिन्हें न केवल मेरे व्यक्तिगत बल्कि राज्यपाल कार्यालय के प्रति अत्यधिक शत्रुता और प्रहार के रूप में वर्णित किया जा सकता है। राज्यपाल ने लिखा, ‘अपनी अपमानजनक टिप्पणियों के माध्यम से आपने मुझे संविधान के अनुच्छेद 167 के तहत प्रदत्त वैध शक्तियों का प्रयोग करने से रोकने का प्रयास किया है। ऐसी हरकत भारतीय दंड संहिता की धारा 124 के तहत कार्रवाई के लिए आधार बनती है।’ राज्यपाल ने कहा कि पंजाब में नशीले पदार्थों की बड़े पैमाने पर उपलब्धता और उपयोग के संबंध में विभिन्न एजेंसियों से रिपोर्ट मिली है। एक नया चलन अब यह देखा गया है कि सरकार द्वारा नियंत्रित शराब की दुकानों में भी अवैध तरीके से नशा बिक रहा है। हाल ही में एनसीबी और चंडीगढ़ पुलिस ने लुधियाना में ड्रग्स बेचने वाले 66 शराब के ठेकों को सील किया है। पंजाब के ग्रामीण इलाकों में लोगों ने अपनी ग्राम रक्षा समितियां स्थापित करने का फैसला किया है। कृपया आपके द्वारा की गई कार्रवाई से संबंधित रिपोर्ट मेरे कार्यालय को तुरंत भेजें।
भगवंत मान को लिखे पत्र में राज्यपाल ने कहा, ‘इससे पहले कि मैं संवैधानिक तंत्र की विफलता के बारे में अनुच्छेद 356 के तहत भारत के राष्ट्रपति को एक रिपोर्ट भेजने और आईपीसी की धारा 124 के तहत आपराधिक कार्यवाही शुरू करने के बारे में निर्णय लूं, मुझे अपेक्षित संपूर्ण जानकारी दें। ऐसा न करने पर मेरे पास कानून और संविधान के अनुसार कार्रवाई करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं होगा।’
ऐसा मणिपुर और हरियाणा में करें : आप
चंडीगढ़ (एजेंसी) इस मामले में पंजाब में आप के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने कहा, ‘भगवंत मान नीत सरकार संवैधानिक सीमाओं के भीतर काम कर रही है। राज्यपाल को गरिमा बनाए रखनी चाहिए और अनुच्छेद 356 की धमकी नहीं देनी चाहिए। अगर वे राष्ट्रपति शासन लगाना चाहते हैं तो यह मणिपुर और हरियाणा में होना चाहिए।’
केजरीवाल पीड़ित बनना चाहते हैं : शिअद
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के वरिष्ठ नेता दलजीत सिहं चीमा ने कहा, ‘दिल्ली सेवा अधिनियम मामले में स्वयं को पीड़ित के रूप में पेश करने में आप की असफलता के बाद केजरीवाल पंजाब के मुख्यमंत्री को दिग्भ्रमित कर रहे हैं ताकि राज्य की सरकार के बर्खास्त होने पर राष्ट्रीय स्तर पर इसका राजनीतिक फायदा उठा सकें।’