DMT : नारनौल : (11 मई 2023) : –
पैसे लेकर हरियाणा पुलिस में भर्ती करवाने वाले एक बड़े गिरोह का महेंद्रगढ़ पुलिस ने पर्दाफाश किया है। आरोपी पैसे लेकर सरकारी विभागों में फर्जी तरीके से भर्ती करवाते थे। पुलिस ने इस मामले में अब तक 32 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें कुछ एकेडमी संचालक भी शामिल हैं। आरोपियों से पुलिस ने 13 लाख 50 हजार रुपए, 8 तोला सोना और 2 गाड़ियां भी बरामद की हैं। इस मामले में पुलिस द्वारा 9 बैंक खाते भी सीज करवाए गए हैं।
गांव सुरजनवास निवासी धर्मबीर ने थाना सदर महेंद्रगढ़ में शिकायत दर्ज करवाई थी। उसने बताया कि उसकी मुलाकात नरेश वासी सिगडा से 2021 में हुई थी जो उसके गांव में भी काफी लोगों के संपर्क में था। नरेश ने उसे बताया किया वह पचेरी में यूएसए डिफेन्स एकडमी चला रहा है और हरियाणा पुलिस का गारंटी बैच शुरू करने जा रहा है, जिसकी फीस 3 लाख है। धर्मबीर के बेटे ने भी पुलिस का फार्म भर रखा था, जिसके बारे में बात करने पर नरेश ने 3 लाख रुपए एडवांस देने बारे कहा और बताया कि अगर गारंटी बैच में सिलेक्शन नहीं हुआ तो केवल हास्टल की 8 हजार प्रति महीना फीस काट कर बाकी पैसे वापस मिल जाएंगे। शिकायतकर्ता ने उसको 3 लाख रुपए दे दिए। 8-10 दिन बाद उसने नरेश के पास फोन कर पूछा कि बेटे को कब भेजना है, तो उसने कहा कि आपको नौकरी से मतलब है, 15 लाख दे देना, सारा काम हो जाएगा। पेपर से पहले नरेश ने शिकायतकर्ता को बताया कि बेटे को पेपर देने मत भेजना, उसकी जगह दूसरा बच्चा पेपर देगा और पेपर से पहले 5 लाख और देने हैं। बाद में शिकायतकर्ता ने उसे और पैसे दिए।
फिजिकल से 2 दिन पहले शिकायतकर्ता ने नरेश को 4 लाख ओर दे दिए और नरेश शिकायतकर्ता के बेटे को एक टैक्सी में चंडीगढ़ ले गया, जिसमे 5-7 बच्चे और भी थे। लेकिन बाद में नरेश ने कुछ भी नही करवाया। जब फाइनल रिजल्ट आया और शिकायतकर्ता के बेटे का लिस्ट में नाम नहीं आया। उसने नरेश से सम्पर्क किया तो उसने कहा कि एक महीने में 12 लाख रुपए वापस कर दूंगा। शिकायतकर्ता ने बताया कि लगभग 18 महीने हो गए लेकिन नरेश ने केवल 1 लाख पचास हजार रुपए वापस किए हैं। पुलिस ने शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए अब तक 32 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें हरियाणा से 19, राजस्थान से 9, बिहार से तीन व उत्तर प्रदेश से एक आरोपी गिरफ्तार किए गए।
एकेडमी में गारंटी से भर्ती करवाने के नाम से चलता था बैच
पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया कि आरोपियों द्वारा एकेडमी में गारंटी से भर्ती करवाने के नाम से बैच चलाया जाता था। इस बैच के लिए अलग से पैसे निर्धारित किए जाते थे। एकेडमी संचालक 12-15 लाख रुपए 2-3 किस्तों में लेते थे। इस बैच में एडमिशन लेने वाले बच्चों के परिवार वालों को भर्ती करवाने का पूर्ण आश्वासन दिया जाता था। इस मामले में काफी एकेडमियों के संचालकों की संलिप्तता पाए जाने पर उन्हें भी गिरफ्तार किया गया, जिनमें सांगवान एकेडमी रोहतक, दीक्षा एकेडमी रोहतक, विजेता एकेडमी रोहतक, भास्कर एकेडमी रोहतक, गुरुकुल एकेडमी चरखी दादरी, शेखावटी एकेडमी सिंघाना, यूएसए एकेडमी बड़ी पचेरी शामिल हैं।