DMT : चंडीगढ़ : (06 सितंबर 2023) : –
पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा द्वारा यह कहने के बाद कि आम आदमी पार्टी देश को बचाने के लिए राज्य में कांग्रेस के साथ गठबंधन में आगामी संसदीय चुनाव लड़ेगी, पंजाब कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश में आप के साथ किसी भी गठबंधन का कड़ा विरोध किया है। मंगलवार को पंजाब कांग्रेस भवन में वरिष्ठ पार्टी नेताओं की उपस्थिति में हुई एक बैठक में कई नेताओं ने आप के साथ किसी भी गठबंधन का हाथ उठाकर विरोध किया। बैठक में मौजूद कम से कम तीन पूर्व मंत्रियों ने ऐसे किसी भी गठबंधन का कड़ा विरोध किया। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष और विपक्ष के नेता को 16 सितंबर को हैदराबाद में होने वाली सीडब्ल्यूसी बैठक से इतर पार्टी की बैठक के दौरान इस मामले को हाईकमान के सामने मजबूती से उठाने के लिए कहा गया। यह बताया गया कि किसी भी गठबंधन का परिणाम केवल अकाली दल को पुनर्जीवित करना होगा, क्योंकि कांग्रेस कार्यकर्ता ऐसे किसी भी कदम के खिलाफ थे।
हालांकि, पार्टी के कुछ नेताओं ने कहा कि सभी लोग गठबंधन के विरोध में नहीं हैं। राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में गठबंधन संभव प्रतीत होता है, पर दोनों पार्टियों के बीच सीटों को लेकर मतभेद हो सकता है। पंजाब में कुल 13 लोकसभा सीटें हैं और वर्तमान में कांग्रेस के छह सांसद हैं।
पंजाब इकाई की प्रतिक्रिया का मतलब नहीं : चीमा
कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रिया पर वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने कहा, ‘पंजाब इकाई की प्रतिक्रिया का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि राष्ट्रीय नेतृत्व ने मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। विपक्ष को चुप कराने के प्रयासों में भाजपा को सफल होने से रोकने के लिए हम देश के लिए अपने मतभेदों को दरकिनार करते हुए मिलकर लड़ रहे हैं।
कोई प्रस्ताव पारित नहीं किया
प्रदेश कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि वैसे तो कोई प्रस्ताव पारित नहीं किया गया है, लेकिन नेताओं ने आप के साथ किसी भी गठबंधन पर नाराजगी व्यक्त की है और मांग की है कि उनकी चिंताओं से पार्टी आलाकमान को अवगत कराया जाए। आज की बैठक में नेताओं की राय थी कि इस गठबंधन के साथ प्रमुख विपक्षी दल के रूप में उनकी भूमिका समाप्त हो जाएगी, हम सत्तारूढ़ पार्टी पर हमला नहीं कर पाएंगे।