हरियाणा: मेवात में सांप्रदायिक हिंसा के बाद प्रशासन अलर्ट, वीएचपी ने दी चेतावनी

Haryana Hindi

DMT : मेवात  : (31 जुलाई 2023) : –

हरियाणा के नूंह ज़िले के मेवात क्षेत्र में सोमवार को धार्मिक यात्रा के दौरान दो गुटों के बीच टकराव हुआ है जिसमें तक़रीबन 20 लोग घायल हुए हैं.

हरियाणा सरकार ने इलाक़े में शांति कायम करने को प्राथमिकता बताया है. हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने बताया है कि केंद्र सरकार से अतिरिक्त पुलिस बल भेजने को कहा गया है.

वहीं, विश्व हिंदू परिषद ने प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन पर सवाल उठाया है. कांग्रेस पार्टी ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.

समाचार एजेंसी एएनआई के शेयर किए वीडियो में देखा जा सकता है कि मौके पर भारी संख्या में सुरक्षाबल तैनात हैं. वीडियो में कुछ जगहों पर आग लगी नज़र आती है.

नूंह के स्थानीय पत्रकार शाहिद के अनुसार, “यहां यात्रा के दौरान बवाल हुआ है. कई दुकानों और गाड़ियों में आग लगा दी गई है. भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.”

इस बीच, हरियाणा के सोहना में भी दो गुटों के बीच टकराव की ख़बर है. वहां भी बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है.

मेवात में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने ‘जलाभिषेक यात्रा’ निकालने का एलान किया था. इस यात्रा में मोनू मानेसर को भी शामिल होना था.

मोनू मानेसर नासिर जुनैद हत्या मामले में अभियुक्त हैं और फ़रार चल रहे हैं.

मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि मोनू मानेसर के इस यात्रा में शामिल होने के चलते ही पथराव हुआ. मेवात के लोग मोनू मानेसर के शोभा यात्रा में शामिल होने का विरोध कर रहे थे.

इस हिंसा के बाद वीएचपी ने बयान जारी कर इसे पुलिस और इंटेलिजेंस की चूक बताया है.

विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने इस हिंसा की निंदा करते हुए इसके लिए मुस्लिम समुदाय और पुलिस प्रशासन को ज़िम्मेदार ठहराया है.

वीएचपी के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने बयान जारी किया है. उन्होंने कहा, “आज मेवात में नूंह के नल्हण महादेव के मंदिर से बृज मंडल यात्रा निकलनी थी और जलाभिषेक होना था. यह हर साल कार्यक्रम होता है, कोई पहली बार नहीं है और इसमें 20 हज़ार लोग भाग लेते हैं. इसकी तैयारी पुलिस ने नहीं की बल्कि मुसलमानों ने की. कई दिनों से पत्थर इकट्ठे किए जा रहे थे, योजना बनाई जा रही थी.”

“इस यात्रा को बढ़े हुए एक किलोमीटर ही हुआ होगा कि हमला हुआ. हमला ऑर्गनाइज़ था, दौड़ा-दौड़ाकर मारने का प्रयत्न हो रहा था. पत्थरबाज़ी हुई, आग लगाई गई और गोली चलाई गई. ये सूचना थी कि वो संवेदनशील इलाक़ा है, मुझको आश्चर्य है कि सरकार ने पर्याप्त व्यवस्था क्यों नहीं की. मैं मानता हूं कि ये इंटेलिजेंस की चूक है.”

“अभी भी लोग सिटी थाने और नूंह के चौक में फंसे हुए हैं. वहां के आसपास के मंदिरों में फंसे हुए हैं. सिटी चौक में 250 तीर्थयात्री और पांच पुलिस वाले हैं. अंधेरा हो गया है, मुसलमानों की बड़ी आबादी है. सरकार को तुरंत व्यवस्था करनी होगी कि इनको सुरक्षित निकाले.”

इसके साथ ही आलोक कुमार ने चेतावनी जारी करते हुए कहा, “मैं ये भी कहूंगा कि हम सिर्फ़ सरकार का आश्रय नहीं लेंगे, आत्मरक्षा का अधिकार है. हिंदू अपनी आत्मरक्षा के अधिकार का भरपूर प्रयोग करके इस प्रकार के हमलों का सामना करेगा और उसके परिणाम जो होंगे उसकी ज़िम्मेवारी हम पर नहीं होगी.”

“हम सामना भी करेंगे, भयभीत नहीं होंगे. और मेवात को हिंदुओं के लिए सुरक्षित क्षेत्र बनाना सुनिश्चित करेंगे. रात और गहराए उससे पहले चाहे केंद्र से सुरक्षाबल भेजे जाएं या एयरलिफ़्ट करना पड़े, पुलिस को यह प्रयत्न करना होगा कि लोग सुरक्षित रहें और सुरक्षित वहां से निकल सकें.”

वहीं हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने पहले ही बयान जारी किया था कि केंद्र के सुरक्षाबलों की टुकड़ी वहां भेजी जा रही है.

राज्य सरकार ने केंद्र से मांगी मदद

बीबीसी के सहयोगी पत्रकार सत सिंह ने बताया है कि वीएचपी की यात्रा निकाले जाने के दौरान हुए टकराव में कई गाड़ियां जलाई गई हैं और जमकर तोड़फोड़ की गई है.

सत सिंह ने बताया है कि नूंह में बिगड़ी क़ानून व्यवस्था पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने बयान दिया है. उन्होंने पुलिस को क़ानून व्यवस्था दुरुस्त करने के आदेश दिए हैं.

इसके इलावा केंद्र सरकार से मदद मांगी गई है और केंद्र द्वारा भेजी जा रही फोर्स को उन सभी जगहों पर भेजा जाएगा जहां लोग फंसे हुए हैं ताकि उन्हें एयर लिफ़्ट किया जा सके.

विज ने बताया कि मेवात के एसपी छुट्टी पर हैं और पलवल के एसपी के पास चार्ज है.

एसपी पलवल, डीजीपी और एसीएस होम से गृह मंत्री की बात हुई है.

गृह मंत्री विज के मुताबिक, ” अतिरिक्त पुलिस बल भेजा जा रहा है हमारा पहला उद्देश्य वहां पर शांति कायम करना और हालत पर काबू करना है.”

सांप्रदायिक हिंसा के बाद नूंह से कांग्रेस विधायक चौधरी आफ़ताब अहमद सड़क पर उतरे और उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.

उन्होंने इस हिंसा के लिए प्रशासनिक नाकामी को ज़िम्मेदार ठहराया है.

समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा, “हम लोगों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं और हाथ जोड़कर अपील कर रहे हैं कि स्थिति को सामान्य बनाएं और सहयोग करें.”

“हालात बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. इस तरह प्रशासन और पुलिस की नाकामी हमने नहीं देखी. चैलेंजबाज़ी हो रही है और ये प्रशासनिक नाकामी है. हम यही अपील करते हैं कि किसी षड्यंत्र का शिकार न हों और सभी मिलकर शांति कायम करें और अफ़वाहों का शिकार न बनें.”

हिंसा पर कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा है कि ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.

उन्होंने कहा, ” मेवात से जो आपसी तनाव की, पत्थरबाजी की ख़बरें आई हैं, वो पीड़ादायक है. इस अवसर पर मैं प्रत्येक प्रदेशवासी से हाथ जोड़कर यही आग्रह करता हूं कि आपसी भाईचारा बिगड़ने न दें. हर हालत में आपसी अमन, चैन, शांति और सद्भाव कायम रखें. ”

उन्होंने कहा ”ये आने वाले समय में जांच का विषय होगा कि हालात कैसे बिगड़े और ये बात हम तब करेंगे जब शांति स्थापित हो जाए.”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *